भारत की जासूसी के लिए म्यांमार को तैयार कर रहा चीन! अंडमान से 55 km दूर वह कोको द्वीप जहां तैयार हो रहा सैन्य बेस
Chinese Spy Base: म्यांमार के कोको द्वीप पर बने रनवे की लंगाई 2900 मीटर तक हो गई है, जबकि एक दशक पहले यह रनवे 1300 मीटर का था। इस सैन्य बेस के बीच चीनी साजिश का संदेह जताया जा रहा है।
कोको द्वीप की उपग्रह तस्वीर (क्रेडिट- IADN)
इन रिपोर्ट्स के सामने आते ही संदेह होने लगा है कि कहीं इस सैन्य बेस के पीछे चीन तो नहीं। दरअसल, कोको द्वीप को भारत हमेशा संदेह की दृष्टि से देखता है, क्योंकि चीन हमेशा म्यांमार के इस द्वीप का इस्तेमाल अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को घेरने के लिए करता रहा है। म्यांमार के इस द्वीप पर सैन्य बेस के निर्माण की सैटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं।
भारत के लिए क्यों हो सकता है खतरामैक्सर टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी की गई ताजा तस्वीरों में कोको द्वीप पर सैन्य गतिविधियां देखी गई हैं। यहां नए सिरे से निर्माण भी होता दिखा है। इसमें 2300 मीटर लंबा नया रनवे भी शामिल है। जबकि, एक दशक पहले इस रनवे की लंबाई 1300 मीटर थी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि म्यांमार अपने गुप्त समुद्री निगरानी अभियानों के लिए द्वीपों को तैयार कर रहा है, जिसमें चीनी मिलीभगत का संदेह जताया जा रहा है। इसके अलावा यहां पर 200 इमारतों के निर्माण की भी खबरें हैं, जिन्हें म्यांमार के सैन्य कर्मियों के उपयोग में लाने जाने की बात कही जा रही है।
म्यांमार की चीन पर बढ़ रही निर्भरताचीन के साथ म्यांमार की नजदीकी भारत के लिए चिंता का कारण बनती जा रही है। दरअसल, म्यांमार इन दिनों विद्रोह का दंश झेल रहा है। इस विद्रोह को दबाने के लिए वह चीन की मदद से रहा है और धीरे-धीरे उस पर निर्भर होता जा रहा है। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि आर्थिक तंगी से जूझ रहे म्यांमार को चीन से मदद मिल रही है और इसके बदले वह म्यांमार को भारत के खिलाफ जासूसी के लिए तैयार कर रहा है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेर...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited