हरिद्वार में पूर्ण विधि-विधान के साथ CM धामी ने पुत्र दिवाकर का किया यज्ञोपवीत संस्कार
यज्ञोपवीत संस्कार हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है। जनेऊ धारण करने के बाद व्यक्ति को अपने जीवन में नियमों का पालन करना पड़ता है। उसे अपनी दैनिक जीवन के कार्यों को भी जनेऊ को ध्यान में रखते हुए ही करना होता है।
मुख्यमंत्री ने अपने तीर्थ-पुरोहित के पास बही में भी दर्ज करवाया नाम
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ज्येष्ठ पुत्र दिवाकर का सोमवार को हरिद्वार के कुशाघाट पर लोक परम्परा का पालन करते हुए यज्ञोपवीत संस्कार पूर्ण विधि-विधान के साथ सादगी से संपन्न हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने तीर्थ पुरोहित के पास अपनी बही वंशावली में नाम लिखवाया।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह मुख्यमंत्री, अपनी पत्नी गीता धामी और अन्य परिवार के सदस्यों के साथ हरिद्वार के कुशाघाट पहुंचे। जहां सबसे पहले सबसे गंगा स्नान किया और फिर विधि पूर्वक पूजा की।
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मुख्यमंत्री के परिवार ने सर्वप्रथम मां गंगा का आशीर्वाद लिया, जिसके बाद तीर्थ-पुरोहित द्वारा पूर्ण विधि-विधान के साथ मुख्यमंत्री के ज्येष्ठ पुत्र दिवाकर धामी का यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया।
यज्ञोपवीत संस्कार हिन्दू धर्म के 16 संस्कारों में से एक प्रमुख संस्कार है। जनेऊ धारण करने के बाद व्यक्ति को अपने जीवन में नियमों का पालन करना पड़ता है। उसे अपनी दैनिक जीवन के कार्यों को भी जनेऊ को ध्यान में रखते हुए ही करना होता है।
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