कांग्रेस ने माना: मोदी सरकार से अकेले नहीं लड़ सकती Congress, 2024 के लिए विपक्षी एकता बेहद जरूरी
वेणुगोपाल ने कहा, सरकार पूरी तरह से तानाशाही कर रही है। देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है। इस तानाशाही सरकार के खिलाफ लड़ना विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
वेणुगोपाल ने कहा, भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव से बचने के लिए विपक्षी एकता बेहद जरूरी
2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता के मद्देनजर कांग्रेस ने बड़ा बयान दिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि 2024 के चुनाव में कांग्रेस अकेले मोदी सरकार से नहीं लड़ सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव से बचने के लिए विपक्षी एकता बेहद जरूरी है।
वेणुगोपाल बोले, कांग्रेस किसी भी कीमत पर लड़ेगी
एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस विपक्षी एकता के बारे में चिंतित है। राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कई मौकों पर सही कहा है कि मौजूदा स्थिति में कांग्रेस अकेले इस सरकार से नहीं लड़ सकती। कांग्रेस किसी भी कीमत पर लड़ेगी। लेकिन हमें इस अलोकतांत्रिक, तानाशाह सरकार के खिलाफ लड़ने के लिए विपक्षी एकता की जरूरत है।
'भाजपा विरोधी वोटों को बंटने का मौका नहीं देना चाहिए'कांग्रेस विपक्षी एकता को लेकर सजग है। संसद का पिछला सत्र एक उदाहरण था। खड़गे ने पहल की और विपक्षी बैठक को संसद में एक आवाज के रूप में तैयार किया। मोटे तौर पर हम सोच रहे हैं कि हमें भाजपा के खिलाफ जाना चाहिए। हमें भाजपा विरोधी वोटों को बंटने का मौका नहीं देना चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस ने तानाशाही सरकार के खिलाफ लड़ाई का सबसे बड़ा काम अपने हाथ में ले लिया है। उन्होंने देश में आपातकाल जैसी स्थिति का भी आरोप लगाया।
'सरकार पूरी तरह से तानाशाही कर रही है'
उन्होंने कहा, आज देश के हालात सभी जानते हैं। सरकार पूरी तरह से तानाशाही कर रही है। देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति है। इस तानाशाही सरकार के खिलाफ लड़ना विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार तानाशाही नीतियां चल रही है। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा और उत्साह का संचार किया है। यात्रा के कारण कैडर को नई ऊर्जा मिली है और वे चार्ज हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। मोदी सरकार के खिलाफ लड़ने और उन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए हम अपने विचारों और नीतियों को उसी के अनुसार तैयार करेंगे।
चिंतन शिविर घोषणापत्र को लेकर वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी हर पार्टी पदाधिकारी के लिए कांग्रेस की एकसमान नीति है। '50 अंडर 50' उदयपुर चिंतन शिविर का फैसला है। चिंतन शिविर घोषणा के बाद हम हर पदाधिकारी के बारे में बहुत स्पष्ट हैं। 50 साल से कम उम्र के युवाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होना चाहिए।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
End of Article
अमित कुमार मंडल author
करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited