गोवा में गरमाया संजीवनी चीनी मिल का मुद्दा, कांग्रेस ने सांवत सरकार को कोसा
Goa News Today: गोवा की राजनीति में संजीवनी चीनी कारखाने का मुद्दा गरमा गया है। चीनी कारखाने को लेकर कांग्रेस ने प्रमोद सावंत सरकार की आलोचना की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा खुद को किसानों का हितैषी बताती है तो राज्य में किसान गोवा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
संजीवनी चीनी कारखाने के मुद्दे पर गरमाई सियासत।
Congress Vs Goa Sarkar: गोवा कांग्रेस नेता गिरीश चोडनकर ने संजीवनी चीनी कारखाने को दोबारा खोलने और गन्ना किसानों को राहत देने में विफल रही गोवा सरकार की आलोचना की है। गोवा कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की सरकार पर बहुजन समाज विरोधी होने का भी गंभीर आरोप लगाया। चोडनकर ने सवाल खड़ा करते कहा कि भाजपा खुद को अगर किसानों का हितैषी बताती है तो राज्य के कई इलाकों में किसान गोवा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
चीनी मिल के मुद्दे पर कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मनोहर पर्रिकर दोनों ने साल 2017 में वादा किया था कि संजीवनी चीनी कारखाना को पुनर्जीवित किया जाएगा। हालांकि, वही कारखाना तीन साल बाद साल 2020 में बंद हो गया और किसान अब तक पीड़ित हैं। कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार बीजेपी सरकार पर निशाना साध रही है।
कांग्रेस का आरोप, सरकार को लोगों की परवार नहीं
गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया कि 'सीएम प्रमोद सावंत की इस सरकार को बहुजनों की कोई परवाह नहीं है और उनके कृत्य इसे स्थापित करते हैं। जब किसानों ने कारखाने को फिर से शुरू करने के प्रयास किए तब उन्हें बेरहमी से हिरासत में लिया गया।' चोडनकर ने कहा, 'सरकार को संजीवनी कारखाना को फिर से शुरू करने और इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने के बारे में स्पष्ट होना चाहिए। मैं इस सरकार द्वारा राज्य के गन्ना किसानों पर किए गए उत्पीड़न की निंदा करता हूं। सरकार को तुरंत कारखाना शुरू करना चाहिए या घोषणा करनी चाहिए कि वे राज्य के किसानों की मदद करने में विफल रहे।'
गौरतलब है कि सीएम प्रमोद सावंत ने पिछले साल कहा था कि राज्य सरकार संजीवनी चीनी कारखाना चलाने के लिए एक निजी कंपनी को नियुक्त करेगी और इसे बंद नहीं किया जाएगा।
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