असम में कांग्रेस की नई रणनीति: हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ आक्रामक अभियान
Assam Assembly Election: कांग्रेस ने मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ आक्रामक रणनीति बनाने का फैसला किया है। हाल ही में मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में असम कांग्रेस के नेताओं के साथ हुई बैठक में यह तय किया गया कि हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ एक साल पहले से ही हल्ला बोला जाएगा।

हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ आक्रामक मोड में कांग्रेस
असम में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ आक्रामक रणनीति बनाने का फैसला किया है। हाल ही में मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में असम कांग्रेस के नेताओं के साथ हुई बैठक में यह तय किया गया कि हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ एक साल पहले से ही हल्ला बोला जाएगा।
गौरव गोगोई को मिल सकती है असम कांग्रेस की कमान
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी जल्द ही गौरव गोगोई को असम कांग्रेस की कमान सौंप सकती है। गौरव, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे हैं और हालिया लोकसभा चुनाव में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जीत हासिल करने में सफल रहे। कांग्रेस अब असम में चुनाव को हिमन्त बिश्व शर्मा बनाम गौरव बनाने की योजना पर काम कर रही है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे को बनाएगी हथियार
बैठक में यह तय किया गया कि हिमंता बिस्वा सरमा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को गांव-गांव तक ले जाया जाएगा। कांग्रेस हिमन्त बिश्व शर्मा और उनके परिवार पर लगे कथित भ्रष्टाचार के मामलों को प्राथमिकता के साथ जनता के बीच ले जाएगी। खासतौर पर, बीजेपी द्वारा हिमंता पर लगाए गए पुराने भ्रष्टाचार के आरोपों को भी जोर-शोर से उठाने की योजना बनाई जा रही है।
मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाकर छवि पर वार
कांग्रेस, हिमन्त बिश्व शर्मा की “उत्तर-पूर्व के चाणक्य” वाली छवि को ध्वस्त करने के लिए मणिपुर में हुई हिंसा का हवाला देने की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी इसे हिमंता की असफलता के रूप में प्रचारित करेगी और बताएगी कि वे पूर्वोत्तर राज्यों में स्थिरता लाने में नाकाम रहे हैं।
बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को साधने की कोशिश
कांग्रेस की रणनीति में यह भी शामिल है कि बीजेपी में शामिल हुए पुराने कांग्रेसी नेताओं को फिर से अपनी ओर लाने की कोशिश की जाए। खासतौर पर बीजेपी के कोर कार्यकर्ताओं और नेताओं को साधकर हिमंता के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास किया जाएगा।
लोकल मुद्दों पर ज्यादा जोर
बैठक में यह भी तय किया गया कि चुनावी रणनीति में स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी। कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दों की बजाय असम के लोगों से जुड़े रोजमर्रा के मुद्दों को चुनावी अभियान में प्रमुखता से उठाएगी।
सोशल मीडिया पर भी आक्रामक प्रचार
कांग्रेस ने यह भी तय किया है कि सोशल मीडिया पर हिमंता के खिलाफ आक्रामक प्रचार अभियान चलाया जाएगा। पार्टी के नेताओं का मानना है कि हिमन्त बिश्व शर्मा ने असम के स्थानीय मीडिया को मैनेज कर लिया है, इसलिए कांग्रेस को सोशल मीडिया का उपयोग कर जनता तक अपनी बात पहुंचानी होगी।
तरुण गोगोई की विरासत का इस्तेमाल
कांग्रेस, असम के तीन बार के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई की विरासत को भी भुनाने की योजना बना रही है। पार्टी इस नैरेटिव को गढ़ सकती है कि हिमंता, तरुण गोगोई की वजह से कांग्रेस में आगे बढ़े, लेकिन बाद में उन्होंने पार्टी छोड़ दी और उन्हीं के खिलाफ बीजेपी में जाकर लड़े। कांग्रेस इसे सहानुभूति कार्ड के रूप में इस्तेमाल कर सकती है और गौरव गोगोई को आगे बढ़ाकर हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ सीधी लड़ाई में उतार सकती है।
कुल मिलाकर, कांग्रेस ने असम में हिमन्त बिश्व शर्मा के खिलाफ एक आक्रामक और सुविचारित रणनीति बनाने का फैसला किया है। पार्टी जल्द ही गौरव गोगोई को नेतृत्व सौंप सकती है और भ्रष्टाचार से लेकर स्थानीय मुद्दों तक पर हिमंता सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में जुटी हुई है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की यह रणनीति बीजेपी और हिमंता के मजबूत संगठनात्मक ढांचे के सामने कितनी कारगर साबित होती है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें छोटी बड़ी सभी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। देश (India News) अपडेट और चुनाव (Elections) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से।

13 साल के राजनीतिक पत्रकारिता के अनुभव में मैंने राज्य की राजधानियों से लेकर देश की राजधानी तक सियासी हलचल को करीब से देखा है। प्लांट की गई बातें ख़बरे...और देखें

भारत में नियंत्रण में है कोविड-19 की स्थिति, देश में केवल 257 ही मामले: सूत्र

e-Zero FIR: तेजी से धरे जाएंगे साइबर क्रिमिनल, 10 लाख से अधिक की ठगी के मामले में खुद ही दर्ज होगी एफआईआर

स्वर्ण मंदिर के प्रमुख ग्रंथी ने दी एयर डिफेंस सिस्टम तैनात करने की मंजूरी, लेफ्टिनेंट जनरल कुन्हा का खुलासा

क्या धन, उसका स्रोत और उद्देश्य, न्यायिक प्रणाली को कर रहा है भ्रष्ट? नकदी बरामदगी मामले में उपराष्ट्रपति का गंभीर सवाल

गृह मंत्री शाह ने की नए OCI पोर्टल की शुरुआत, भारतीय मूल के लोगों को होगा बड़ा फायदा
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited