नाता यूपी से कारनामा पूरे देश में, 61 संगीन केस वाला मुख्तार अंसारी यूं ही नहीं है खूंखार

मुख्तार नाम का अर्थ वैसे तो सक्षम, स्वतंत्र, पसंदीदा होता है। लेकिन जब बात मुख्तार अंसारी की होती है तो उसने अपने नाम के अर्थ को सही पहचान अपराध की दुनिया में दी। आठ राज्यों में काला साम्राज्य खड़ा करने वाले उस अपराधी के नाम पर 61 केस दर्ज हैं।

मुख्तार अंसारी

Mukhtar Ansari: यूपी के पूर्वी छोर पर गाजीपुर जिला है जिसे लहुरी काशी के नाम से भी जानते हैं। वैसे तो गाजीपुर की पहचान महाभारत के लिए संवाद लिखने वाले राही मासूम रजा से, एशिया के सबसे बड़े गांवों में शुमार गहमर से है। लेकिन एक पहचान और भी है जिसने गाजीपुर जिले को दागदार किया है। उस पहचान का नाम मुख्तार अंसारी है। मुख्तार अंसारी के खानदान का इतिहास सुनहरा रहा है, कांग्रेस के अध्यक्ष रहे डॉ एम ए अंसारी का इस खानदान से संबंध था लेकिन मुख्तार के लिए मुकद्दर कोई और स्क्रिप्ट लिख रही थी। मुख्तार ने अपराध की दुनिया से सियासत की दुनिया में कदम रखा। लेकिन अपराध की दुनिया से उसकी दिल्लगी कभी कम ना हुई। उसके नापाक इरादों को जब उसके गुर्गों को अंजाम तक पहुंचाएं तो ना जानें कितनी औरतें बेवा और ना जाने कितने बच्चे यतीम हो गए।

इस तरह मुख्तार बना अपराधी

मुख्तार अंसारी के बारे में थोड़ी बहुत समझ रखने वाले बताते हैं कि अगर साधू सिंह-मकनू सिंह बनाम त्रिभूवन सिंह की अदावत नहीं हुई होती तो शायद मुख्तार का रास्ता अलग हुआ होता। लेकिन अलग पहचान बनने की मंशा पाले मुख्तार को लगा कि अपराध की दुनिया ही उसे उसके मंजिल तक पहुंचा जा सकती है। लेकिन उसकी राह में रोड़ा बनने का काम बृजेश सिंह ने किया। मुख्तार को जब लगने लगा कि मुगलसराय की कोयला मंडी पर वो अपनी बादशाहत कायम नहीं कर सकता तो उसने गुजरात की तरफ रुख किया और एजाज लकड़ावाला की मदद से कोयला सिंडिकेट का सरगना बन गया और दहशत को हथियार बना आगे की सफर पर निकल पड़ा।

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