अब छिपकर नहीं खुलकर मैदान में कोरोना वायरस, लापरवाही पड़ेगी भारी, क्या कहते हैं लोग

Corona Cases in India: कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश दिए हैं कि किसी भी सूरत में ढिलाई नहीं बरतने की जरूरत है। मास्क और सामाजिक दूरी पर खास बल देते हुए लोगों को जागरूक किया जाए।

देश में कोरोना केस की संख्या 45 हजार के पार

मुख्य बातें
  • देश में कोरोना के सक्रिय मामले 45 हजार के पार
  • मास्क और सामाजिक दूरी पर जोर
  • दिल्ली और मुंबई में तेजी से बढ़ रहे मामले

Corona Cases in India:देश में कोरोना का वायरस अब छिपकर बल्कि खुलकर मैदान में आ गया है। पिछले 24 घंटों में 10 हजार से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। अगर पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो यह दर 4.42 फीसद है। इस तरह से पूरे देश में 45 हजार के पार सक्रिय मामले पहुंच चुके हैं। अगर केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस पर ध्यान दें तो राज्यों को स्पष्ट तौर पर सलाह दी गई है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में किसी तरह की ढील नहीं बरती जानी चाहिए। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जो आवश्यक तैयारी हैं उन्हें मुकम्मल अमल में लाए जाने की जरूरत है। इन सबके बीच आम लोग क्या सोचते हैं उसके बारे में यहां बताएंगे।

क्या कहना है लोगों का

उत्तरी दिल्ली के रहने वाले राजेश कुमार कहते हैं कि अब तो कोरोना शब्द से ही डर लगता है। वो बताते हैं कि 2021 में जब डेल्टा वायरस कहर बरपा रहा था तो उनका पूरा परिवार चपेट में था। वैसे तो सभी लोग उस कठिन घड़ी से पार पाए। लेकिन जिस तरह से हर रोज खबरें आती थीं उसे देख और सुन आज भी सिहरन होती है। एक बार फिर जब कोरोना उत्पात मचा रहा है तो डर लग रहा है, हालांकि प्रोटेक्शन के तौर पर उनका पूरा परिवार वैक्सीनेशन करा चुका है लेकिन दहशत है।

कुछ ऐसा ही विचार द्वारका इलाके में रहने वाले एल के गांगुली का भी है। उनका कहना है को तीन अक्षर के इस शब्द को अब नहीं सुनना चाहते। लेकिन अब इसके साथ जीना ही होगा। कोरोना वायरस की वजह से ना सिर्फ आम लोगों को कमर टूट रही है बल्कि देश का विकास प्रभावित हो रहा है। अगर कोई इंसान पहले से ही अलग अलग बीमारियों से सामना कर रहा हो तो उसके लिए स्थिति और भयावह है।वो अपने परिवार की परेशानी साझा करते हुए कहते हैं कि 2021 में वो किस तरह से एक सिलेंडर के लिए भागे भागे फिरते रहे उसे वो समझते हैं।

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