कोरोना के नए वेरियंट से जरा बच के! JN.1 के लक्षण भी ओमीक्रॉन जैसे, स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन भी इसमें

Coronavirus Tracker in India: एक्सपर्ट के मुताबिक, कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित रोगियों को तात्कालिक लक्षण जैसे बुखार, नाक से रक्तस्राव, गले में खराश, सिरदर्द, और कई मामलों में मध्यम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Coronavirus Tracker in India: कोरोना वायरस के नए वेरियंट जेएन.1 के हल्के लक्षणों की वजह अगर आप इसे कमजोर समझ रहे हैं तब यह भूल न करें। वायरस का यह स्ट्रेन तेजी से फैलता है, लिहाजा अनुशासन में रहना ही इसके खिलाफ फिलहाल बचाव है। देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश (यूपी) के ग्रेटर नोएडा (ग्रेनो) में सर्वोदय अस्पताल में पल्मोनोलॉजी की वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सपना यादव ने इस बारे में समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया- कोविड-19 के नया वेरिएंट जेएन.1 चिंताजनक वेरिएंट है।

उन्होंने बताया कि जेएन.1 में ओमीक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही लक्षण पाए गए हैं। हालांकि, इसमें एक विशिष्ट स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन है। यह तेजी से फैलने वाला और हल्के लक्षणों को दर्शाता है, पर यह पहले के वेरिएंट से फिलहाल थोड़ा कम खतरनाक साबित हुआ है। इससे संक्रमित रोगियों को तात्कालिक लक्षण जैसे बुखार, नाक से रक्तस्राव, गले में खराश, सिरदर्द, और कई मामलों में मध्यम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं।

वह आगे बोलीं- कुछ रोगियों को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है। इसके इलाज के लिए कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग के साथ क्लिनिकल लक्षण मूल्यांकन है। संक्रमण के जोखिम कारकों में उम्र, लिंग, धूम्रपान, और सीओपीडी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, और मैलिग्नेंसी जैसी पूर्व मौजूदा स्थितियां हैं। उपचार सहायक है, पैक्सलोविड, मोलनुपिराविर (लेगेवरियो) और रेमेडिसविर (वेक्लरी) जैसे एंटीवायरल दबा दी जाती है, जो सीडीसी दिशानिर्देशों के अनुसार है। डब्लूएचओ के अनुसार वर्तमान टीके जेएन.1 और अन्य वेरिएंट में उपयोगी हैं।

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