नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में उमड़ी भीड़, बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश निशुल्क

नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2023 का आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आईटीपीओ के सहयोग से 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक प्रतिष्ठित प्रगति मैदान में किया जा रहा है। स्कलू यूनिफॉर्म में बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश निशुल्क है। टिकट चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर और ऑनलाइन insider.in पर उपलब्ध है।

नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला

पुस्तकें सदैव हमारे साथ रहेगी। भले ही ई-पुस्तकें लोकिपय हैं, किंतु प्रकाशित पुस्तकों को उठाकर पढ़ने का अपना अलग आनंद है। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में मौजूद साहित्य का विशाल संग्रह बातचीत को गति देता है जो हमें अधिक स्मार्ट, सहिष्णु, सहानुभूति पूर्ण और ज्ञानवान बनाता है। नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला 2023 के एक सत्र में सुप्रसिद्ध लेखक कुलप्रीत यादव ने कहा कि 1962 की ऐतिहासिक लड़ाई के किस्सों, जिसमें 120 भारतीय सैनिकों ने अंत तक लड़ाई लड़ी और 1,000 से अधिक चीनी सैनिकों को परास्त किया। इसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। थीम मंडप में माननीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सुभाष सरकार की पुस्तक 'डॉ महेंद्र लाल सरकार' का लोकार्पण किया गया।

अंतरराष्ट्रीय गतिविधि मंच पर एक सत्र के दौरान हिंदी में कार्यक्रम आयोजित किया गया जो मेले में आए अंतरराष्ट्रीय साहित्य-प्रेमियों के लिए सुखद आश्चर्य था। ऑस्कर पुजोल, इंस्टीट्यूटो सर्वान्तिस के निदेशक और भारतीय संस्कृति के प्रशंसक ने एक इंडो-स्पेनिश साहित्यिक चर्चा में भाग लिया। पुजोल ने कहा कि हिंदी बोलने वालों की संख्या इतनी है कि इसे एक वैश्विक भाषा बनने की क्षमता प्रदान कर सकती है। आपको अपनी भाषा में बात करने पर गर्व होना चाहिए और तभी यह एक अंतरराष्ट्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त कर सकती है।

बाल मंड में आज का दिन भी खास रहा, जिसमें बाल पाठकों के लिए मजेदार और आकर्षक सत्रों का आयोजन किया गया। 400 से ज्यादा स्टैंप डिजाइन किए हैं। बच्चों ने डिजाइनिंग का हुनर सीखा। प्रसिद्ध कहानीकार उषा छाबड़ा और अम्बालिका भट्ट ने बच्चों की कलपनाओं को पंख देने और रचनात्मक अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करने के लिए दो कहानी कार्यशालाओं का आयोजन किया। बच्चों के लिए इंटर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।

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