Cyclone Biparjoy Tracker Route, Map: चक्रवात से निपटने के लिए सेना तैयार, मीडियाकर्मियों को सावधानी बरतने का निर्देश
Cyclone Biparjoy Tracker, Live Status: Watch Here
चक्रवात से होने वाले नुकसान को टालने के लिए सरकार की तरफ से बड़े कदम उठाए गए हैं। एनडीआरएफ की 19 और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात हैं। कोस्टगार्ड के सभी स्टेशन अलर्ट मोड पर हैं।
मीडियाकर्मियों को सावधानी बरतने का निर्देश
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को सभी मीडिया संस्थानों को निर्देश दिया कि वे अपने कर्मचारियों को चक्रवात बिपारजॉय के कवरेज के लिए भेजते समय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के वास्ते ‘अत्यधिक सावधानी’ बरतें। चक्रवात बिपारजॉय बृहस्पतिवार सुबह गुजरात तट से 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर था। मौसम विभाग ने चक्रवात के बृहस्पतिवार शाम तक गुजरात तट से टकराने और क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका जताई है। इसके मद्देनजर अधिकारियों ने संवेदनशील इलाकों से 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: पाकिस्तान में सुरक्षित जगहों पर भेजे गए लोग
सिंध के सूचना मंत्री शरजील मेमन ने संवाददाताओं को बताया कि सिंध के तटीय क्षेत्रों के निकटवर्ती इलाकों से लगभग 62,000 लोगों को हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मेमन ने कहा, ‘अब तक थट्टा, केटी बंदर, सुजावल, बादिन, उमेरकोट, थारपारकर, शहीद बेनजीराबाद, टंडो मुहम्मद खान, टंडो अल्लायार और संघार में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।’गुजरात तट से 200 किलोमीटर दूर चक्रवात
चक्रवात बिपरजॉय गुजरात तट से 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है। अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात के बृहस्पतिवार शाम तक गुजरात तट से टकराने और क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर संवेदनशील इलाकों से 74,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। प्रशासन ने कच्छ जिले में समुद्र तट से शून्य से 10 किलोमीटर के बीच स्थित लगभग 120 गांवों के लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया है।द्वारका में 90 मीटर ऊंचे टॉवर को गिराया
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के बृहस्पतिवार को कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों से टकराने के पूर्वानुमान के बीच आकाशवाणी ने बुधवार को कहा कि उसने गुजरात के द्वारका में रस्सी से बंधे 90 मीटर ऊंचे अपने ‘ट्रांसमिशन टॉवर’ को तोड़ दिया है। इस संबंध में एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "यह किसी भी दुर्घटना को रोकने और आसपास के क्षेत्रों में जीवन एवं संपत्ति के नुकसान को कम करने के लिए किया गया है।"Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: सेना का यह है मेगाप्लान
भारतीय वायु सेना ने वड़ोदरा में एक AN-32 विमान, अहमदाबाद में चेतक हेलीकॉप्टर (आवश्यकता के अनुसार), दिल्ली में एक C-130J परिवहन विमान तैयार रखा है। इसके अलावा जामनगर, भुज और नलिया में गरुड़ कमांडो को भी तैयार रखा गया है।भारतीय नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और वलसुरा, जामनगर में गोताखोरों और अच्छे तैराकों की 10 से 15 टीमों (प्रत्येक में 5 लोग शामिल हैं) को तैनात किया है। जरूरत के हिसाब से और टीमें तैनात की जाएंगी।ओखा और पोरबंदर में 10-12 लोगों को ले जाने की क्षमता वाली चार जेमिनी श्रेणी की फुलाए हुए नौकाएं भी तैयार रखी गई हैं। प्रभावित लोगों को भोजन और राहत सामग्री प्रदान करने के लिए ओखा, पोरबंदर और वलसुरा में सामुदायिक रसोई और भारतीय नौसेना की चिकित्सा टीमों की स्थापना की गई है।गुजरात के सभी 8 तट रक्षक स्टेशनों को खोज और बचाव भूमिका में 15 जहाजों और 7 विमानों के साथ उच्चतम स्थिति में रखा गया है। इसके अलावा, 29 जेमिनी बोट, 50 ओबीएम, लगभग 1000 लाइफजैकेट और 200 लाइफबॉय के साथ 23 आपदा राहत दल तैनात किए गए हैं। उनकी समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया टीम भी किसी भी संभावित स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।तटीय क्षेत्रों में लोगों संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारतीय तटरक्षक इकाइयां स्थानीय आबादी, हितधारकों, नाविकों, तेल प्रबंधन एजेंसियों के साथ लगातार बातचीत कर रही हैं। मौसम और चक्रवात की सलाह लगातार दी जा रही है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: चक्रवात से निपटने की तैयारी भी पूरी
सरकार के अनुसार, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 15, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12, राज्य सड़क एवं भवन विभाग की 115 और राज्य बिजली विभाग की 397 टीम विभिन्न तटीय जिलों में तैनात की गई हैं। इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपारजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैंCyclone Biparjoy LIVE Tracking: शाह का ओडिशा दौरा स्थगित
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 17 जून को ओडिशा का निर्धारित दौरा चक्रवात बिपारजॉय के बृहस्पतिवार को गुजरात में संभावित रूप से दस्तक देने के मद्देनजर स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने यहां दी।भाजपा के नेता ने कहा कि चूंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शाह दोनों सीधे तौर पर चक्रवात की निगरानी कर रहे हैं, जिसके बृहस्पतिवार को गुजरात में जखौ बंदरगाह के पास टकराने की आशंका है, इसलिए केंद्रीय गृह मंत्री के लिए शनिवार को ओडिशा का दौरा करना संभव नहीं होगा।द्वारकाधीश, सोमनाथ मंदिर रहेंगे बंद
गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर - देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर- बृहस्पतिवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। एसईओसी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि बुधवार शाम छह बजे तक 12 घंटे में, सौराष्ट्र क्षेत्रों के जिलों के 65 तालुकों में बारिश हुई। एसईओसी के अनुसार, बुधवार सुबह समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में सौराष्ट्र और कच्छ जिले के 54 तालुक में 10 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरसा। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिमी बारिश हुई, इसके बाद द्वारका (92 मिमी) और कल्याणपुर (70 मिमी) में बारिश हुई।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: कच्छ जिले में 34,300 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया
गुजरात सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। विज्ञप्ति के अनुसार, अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।पश्चिम रेलवे ने और सात रेलगाड़ियां रद्द कीं
पश्चिम रेलवे ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के बृहस्पतिवार की शाम गुजरात में टकराने के अनुमान की पृष्ठभूमि में एहतियात के तौर पर कुछ और रेलगाड़ियों की सेवा गंतव्य से पहले समाप्त करने का फैसला लिया है। पश्चिम रेलवे ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि चक्रवात के गुजरात तट पर पहुंचने के अनुमान के बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और सात ट्रेन को रद्द किया गया है, तीन ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया जाएगा, जबकि चार अन्य ट्रेन को उनके तय स्टेशन से इतर स्टेशन से चलाया जाएगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि चक्रवात के कारण 76 ट्रेन रद्द की गई हैं, 36 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया जाएगा, जबकि 31 ट्रेन को उनके तय स्टेशन के बजाय दूसरे स्टेशन से चलाया जाएगा।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: गुजरात तट से आज टकराएगा चक्रवात बिपरजॉय
चक्रवात बिपरजॉय आज गुजरात के तट से कटराएगा। गुजरात के जखाऊ पोर्ट से टकराते समय इसकी रफ्तार 135 से 150 किलोमीटर प्रतिघंटे की हो सकती है। चक्रवात से होने वाले नुकसान को टालने के लिए सरकार की तरफ से बड़े कदम उठाए गए हैं। तटवर्ती इलाकों से 75 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ की 19 और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात हैं। कोस्टगार्ड के सभी स्टेशन अलर्ट मोड पर हैं।कराची से 330 किमी दूरी पर चक्रवात बिपरजॉय
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि चक्रवात बिपारजॉय कराची से 330 किमी दक्षिण पर पहुंच चुका है और यह निकटवर्ती तटों को पार करने के लिए तैयार है। इस बीच, सुई सदर्न गैस कंपनी (SSGC) लिमिटेड ने पाकिस्तान सरकार के निर्देशों के बाद सभी उद्योगों को गैस की आपूर्ति बंद कर दी, जिसमें बिजली उत्पादन, उर्वरक उद्योग और CNG स्टेशन शामिल हैं। पाकिस्तान स्थित जियो न्यूज ने बताया कि एसएसजीसी ने एक बयान में कहा कि चक्रवात बिपरजॉय के संभावित प्रभाव के साथ-साथ प्राकृतिक गैस और री-गैसीफाइड तरलीकृत प्राकृतिक गैस (आरएलएनजी) की कमी के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है।द्वारका के तटीय क्षेत्रों से 5535 लोग स्थानांतरित
गुजरात के गृहमंत्री ने बताया, द्वारका के तटीय क्षेत्रों से 5535 लोगों को स्थानांतरित किया गया है। शेल्टर होम्स में चिकित्सा व भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। तूफान के बाद नुकसान को रिस्टोर करने की भी व्यवस्था की गई है। बिजली के खंभों को वापस खड़े करने के लिए अलग-अलग इकाईयों की टीम बनाई गई है। सबसे पहले अस्पताल, पानी, सरकारी आवश्यक सेवाओं को दुरुस्त किया जाएगा। इसके बाद गांवों और खेतों में नुकसान का आंकलन होगा। उन्होंने बताया, तेज हवाओं के कारण बाइल टावर को नुकसान होता है। संचार व्यवस्था के लिए 250 से ज्यादा पुलिस के यंत्र हैं, उसका उपयोग करके सभी 108 और आवश्यक सेवाओं की गाड़ियों में वायरलेस सेट लगाए गए हैं, जिससे संचार बना रहे।सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं रहेगा बिपरजॉय
चक्रवाती तूफान सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं रहेगा। मौसम विभाग कहना है कि चक्रवाती तूफान कई राज्यों में अपना असर दिखाएगा। राजस्थान में भारी बारिश तो मध्य प्रदेश में वज्रपात की संभावना है। इसके अलावा गोवा के तटों पर भी लोगों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पढ़ें पूरी खबर...24 घंटे से भी कम समय में टकराएगा चक्रवात
चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात तट से टकराने में अब 24 घंटे से भी कम समय बचा है। जैसे-जैसे बिपरजॉय नजदीक आ रहा है, समुद्र में लहरें भी प्रचंड होती जा रही हैं। सुबह से समय की तुलना में लहरें अब और ऊपर उठने लगी हैं और हवाओं की गति भी बढ़ गई है।सेना और एनडीआरएफ ने की खास तैयारी
चक्रवात बिपरजॉय से लोगों को बचाने के लिए सशस्त्र बलों ने खास तैयारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक, 15 जून चक्रवात गुजरात तट पर टकराएगा, इसके बाद भारी बारिश की संभावना है। दूसरी तरफ, एनडीआरफ, बीएसएफ और सेना के जवान तटीय इलाकों से लोगों को लगातार निकाल रहे हैं।गुजरात के आठ जिलों में रेड अलर्ट
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर गुजरात के आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। तटीय क्षेत्रों को पूरी तरह से खाली कर लिया गया है। इस समय हवाओंं की रफ्तार करीब 50 किलोमीटर प्रतिघंटा है। जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें कच्छ, मोरबी, द्वारका, जामनगर, पोरबंदर, राजकोट, जूनागढ़, सूरत शामिल हैं।पाकिस्तान के लिए अगले 72 घंटे अहम
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कल गुजरात के अलावा पाकिस्तान के कराची तट से टकरा सकता है। इस दौरान इसके सिंध के तटीय क्षेत्रों से भी टकराने की आशंका है। पाकिस्तान के मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान बेहद गंभीर हो सकता है और सिंध प्रांत में यह सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में प्रांत में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और तटीय क्षेत्रों से करीब एक लाख लोगों को निकालने के लिए सेना तैनात की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान के दौरान हवाओं की रफ्तार 140 से 150 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है, जो बढ़कर 170 किलोमीटर तक हो सकती है। इस दौरान 30 फीट ऊंची लहरोंकी संभावना है।द्वारिकाधीश मंदिर कल तक के लिए बंद
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के चलते द्वारिकाधीश मंदिर को कल तक के लिए बंद कर दिया गया है। इसके अलावा द्वारका धाम के ध्वज को भी पांच दिन तक नहीं बदला जाएगा। ऐसा पहली बार है, जब मंदिर के ध्वज को नहीं बदला जा रहा है। बुधवार को तेज हवा के चलते मंदिर का ध्वज फट गया, जिसके बाद एडवाइजरी जारी की गई है।तीनों सेनाएं तैयार- राजनाथ सिंह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय के मद्देनजर तीनों सेना प्रमुखों से बात की और लैंडफॉल के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की। चक्रवात के कारण किसी भी स्थिति या आकस्मिकता से निपटने के लिए सशस्त्र बल नागरिकों की हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।तटीय क्षेत्रों के गांव में रहने वाले लोगों को BSF ने निकाला
गुजरात में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे के चलते कच्छ के तटीय क्षेत्रों में गांवों में रहने वाले लोगों को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बाहर निकाला है। BSF ने इन लोगों को सीमा चौकियों पर आश्रय दिया है।पाकिस्तान में हजारों लोगों ने घर छोड़ा
चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के पाकिस्तान पहुंचने की आशंका के बीच तटीय कस्बों तथा छोटे द्वीपों में रहने वाले हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। तेज हवाओं, बारिश और ऊंची लहरों ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के आगमन की आहट दे दी है। ‘बिपारजॉय’ का अर्थ बंगाली भाषा में आपदा है। इसे ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ की श्रेणी में रखा गया है। इसके 140 से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की तेज हवाओं के साथ यहां पहुंचने के आसार हैं। हवाओं की रफ्तार बढ़कर 170 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं।24 घंटे बाद गुजरात तट से टकराएगा चक्रवात बिपरजॉय
चक्रवात बिपरजॉय 24 घंटे बाद गुजरात के तट से टकराने वाला है। चक्रवात से कम से कम नुकसान पहुंचे इसके लिए एनडीआरएफ बहुत बड़ा अभियान चला रहा है। अब तक गुजरात और महाराष्ट्र में 45 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है। दोनों राज्यों में एनडीआरएफ की 33 टीमें तैनात हैं। केवल गुजरात में ही एनडीआरएफ की 21 टीमें लगाई गई हैं।चक्रवात के खतरों के बारे में लोगों को बता रहे-एनडीआरएफ
चक्रवात बिपरजॉय से निपटने की तैयारियों पर एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसेन शाहेदी ने कहा कि गुजरात में एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। तटवर्ती इलाकों से लोगों का काम बीते दो दिनों से किया जा रहा है। हमारी कोशिश चक्रवात के आने से पहले लोगों को शेल्टर होम्स में पहुंचाने की है। जागरूकता कार्यक्रम एवं चक्रवात के खतरों के बारें में लोगों को बताया जा रहा है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: जामनगर में हवा की रफ्तार तेज, टीन शेड उड़े
अरब सागर की तरफ से आर रहे तूफान ने गुजरात में तबाही मचाना शुरू कर दी है। गुजरात के जाम नगर में हवा तेज रफ्तार से चल रही है। हवा की चपटे में आकर यहां टीन शेड उड़ते दिखे। द्वारका के तटों पर डेंजरबोर्ड लगाया गया है। लोगों को समुद्र तटों पर जाने से मना किया गया है। इस बीच गुजरात प्रशासन ने प्रभावित जगहों से लोगों को सुरक्षित जगह भेज दिया है। गुजरात पुलिस प्रभावितों तक जरूरत के सामान पहुंचा रही है।कच्छ में 60 KMPH की रफ्तार से चल रही हवा
कच्छ से 14 हजार से ज्यादा लोगों को निकालकर ऊंचे स्थानों पर ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि तूफान से 10 जिलों के 16, 17 हजार लोग प्रभावित होंगे। कच्छ के समुद्र में अभी ज्वार नहीं उठ रहा है लेकिन यहां हवा करीब 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। चक्रवात गुजरात के जखाऊ बंदरगाह से तट से 15 जून को टकराएगा। इसे देखते हुए इस पोर्ट को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: मुंबई में गरज के साथ हो सकती है हल्की बारिश
मौसम विभाग का कहना है कि 13 से 15 जून तक मुंबई, ठाणे और पालघर में गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। मुंबई में 11 जून को मानसून आने की उम्मीद जताई गई थी लेकिन अभी इसने दस्तक नहीं दी है। जबकि पिछले साल 11 जून को मानसून ने दस्तक दे दी थी। पिछले कुछ दिनों से मुंबई का तापमान अत्यधिक बना हुआ है।भारी बारिश की चेतावनी जारी
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के 15 जून की शाम को 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार के साथ जखाऊ बंदरगाह के पास कच्छ में मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच टकराने की संभावना है। सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के तटीय हिस्सों, खासकर कच्छ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों में तेज हवाओं के साथ बेहद भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।15 जून को जखाऊ बंदरगाह पहुंचेगा चक्रवात
आईएमडी की ओर से साझा की गई अद्यतन जानकारी के अनुसार, ‘वीएससीएस (बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान) ‘बिपारजॉय’ अरब सागर के ऊपर उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ते हुए 14 जून को तड़के भारतीय समायुनसार ढाई बजे जखाऊ बंदरगाह से लगभग 280 किलोमीटर डब्ल्यूएसडब्ल्यू पर केंद्रित रहा। वीएससीएस के रूप में ही 15 जून की शाम तक यह जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा।’ आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से व्यापक क्षति होने की आशंका है और गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिले इससे सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।अधिकारियों ने बताया कि लोगों को निकालने का काम बुधवार को भी जारी रहेगा।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: 37,800 लोगों को निकाला
शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजरात के कच्छ जिले की ओर बढ़ने के मद्देनजर सरकार ने अभी तक राज्य के आठ जिलों में समुद्र के पास रहने वाले करीब 37,800 लोगों को निकाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक, शक्तिशाली चक्रवात 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह पहुंच सकता है।गुजरात के 6 जिलों में रेड अलर्ट
चक्रवाती तूफान को लेकर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। गुजरात के छह जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यही नहीं, भारतीय रेल की अब तक 95 ट्रेनों को रद्द किया गया है और एनडीआरएफ की कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं। गुजरात के तटवर्ती इलाकों से 30 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।द्वारका, कच्छ, पोरबंदर में बारिश
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का गुजरात के तटवर्ती इलाकों में असर होना शुरू हो गया है। द्वारका, कच्छ, पोरबंदर और जूनागढ़ में बारिश हो रही है। कच्छ और सौराष्ट्र के लिए हाई अलर्ट है। मौसम विभाग का कहना है कि आज 100 किलोमीटर तक की स्पीड से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवात को देखते हुए सरकारी एजेंसियां पूरी तरह मुस्तैद हैं। लोगों को तटवर्ती इलाकों की तरफ जाने से मना किया गया है। अब तक 30 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: सभी एजेंसियां तैयार
"छह बहु-अनुशासनात्मक केंद्रीय त्वरित प्रतिक्रिया चिकित्सा दल [डॉ आरएमएल अस्पताल, नई दिल्ली; एलएचएमसी, नई दिल्ली; सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली; एम्स (नई दिल्ली); एम्स (जोधपुर) और एम्स (नागपुर) से एकत्रित) को रखा गया है। आपातकालीन देखभाल और सेवाएं प्रदान करने के लिए किसी भी आवश्यकता की स्थिति में तैयार रहने के लिए तैयार। इसके अलावा, निम्हान्स, बेंगलुरु की टीमें भी किसी भी प्रभावित आबादी को मनोसामाजिक देखभाल और सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: मुंबई के समुद्र में उठ रहा ज्वारॉ
अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप ले चुके बिपरजॉय का असर गुजरात एवं महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में दिख रहा है। समुद्र तटों पर तेज हवाएं चल रही हैं और समुद्र में तेज ज्वार उठ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि 15 जून को तट से टकराते समय चक्रवात की रफ्तार 150 किलोमीटर से ज्यादा की हो सकती है। ऐसे में तटवर्ती इलाकों में व्यापक नुकसान हो सकता है। इस आशंका को देखते हुए निचले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मुंबई के समुद्र में बुधवार सुबह ज्वार उठता देखा गया।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: समझाने पर घर छोड़ने को तैयार हुए लोग
भारत मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों के इस चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित होने की आशंका है। कच्छ जिले में तट से करीब पांच किलोमीटर दूर आशीर्वाद गांव में लोग तभी वहां से जाने को तैयार हुए, जब पुलिस और राजस्व अधिकारियों ने समझाने -बुझाने के लिए उनके साथ बैठक की। सरकार के श्रम अधिकारी सी टी भट्ट ने कहा कि प्रशासन चाहता है कि चक्रवात में कोई हताहत न हो।चक्रवात बिपरजॉय पर IMD का ताजा अपडेट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पांच घंटे पहले दिए अपने अपडेट में कहा है कि सौराष्ट्र एवं कच्छ के तटवर्ती इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यह चक्रवाती तूफान देवभूमि द्वारका समुद्र तट से करीब 300 किलोमीटर दूर है। यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में 15 जून की शाम गुजरात के जखाऊ पोर्ट के पास पहुंचेगा।जखाऊ के समीप तट से टकरा सकता है बिपरजॉय
गुजरात के कच्छ जिले में चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के मद्देनजर तटीय गांवों से सैंकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है, लेकिन प्रशासन को लोगों के अपने पशुधन एवं सामान छोड़कर दूसरी जगह जाने के प्रति अनिच्छुक होने के कारण इस काम में चुनौती का भी सामना करना पड़ रहा है। शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपारजॉय’ बृहस्पतिवार शाम को कच्छ जिले में जखाऊ के समीप तट से टकरा सकता है।Cyclone Biparjoy LIVE Tracking: द्वारका में 400 शेल्टर होम में भेजे जा रहे लोग
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि द्वारका में 400 से ज्यादा शेल्टर होम्स की शिनाख्त की गई है और इन जगहों पर लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया है और संबंधित मंत्रियों एवं अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है।ऑयल रिग से 50 कर्मचारियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के असर से खराब मौसम के बीच रातभर चले अभियान के तहत द्वारका तट से 40 किलोमीटर दूर तेल निकालने के लिए समुद्र पर बनाए गए प्लेटफॉर्म (ऑयल रिग) से 50 कर्मचारियों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। आईसीजी ने एएलएच विमान तथा शूर पोत से आयल रिग ‘की सिंगापुर’ से कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला।करीब 30,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट शक्तिशाली चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के संभावित आगमन से दो दिन पहले अधिकारियों ने मंगलवार को तटीय क्षेत्रों से करीब 30,000 लोगों को अस्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की कई टीम तैयार हैं। इसके साथ ही, सेना के अधिकारियों ने नागरिक प्रशासन और एनडीआरएफ के साथ संयुक्त रूप से राहत कार्यों की योजना बनाई है। सेना ने रणनीतिक स्थानों पर बाढ़ राहत टुकड़ियों को तैयार रखा है। चक्रवात के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात सरकार से संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने की व्यवस्था करने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य तथा पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, दो केंद्रीय मंत्रियों, गुजरात के कई मंत्रियों और चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका वाले आठ जिलों के सांसद, विधायक और अधिकारियों ने भाग लिया।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited