चक्रवात ‘फेंगल' पड़ा कमजोर, भारी बारिश से पुडुचेरी और तमिलनाडु में आम जनजीवन बुरी तरह से हुआ प्रभावित

Cyclone Fengal: चक्रवात ‘फेंगल’ कमजोर पड़कर गहरे दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है। आईएमडी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के पास पहुंचा चक्रवाती तूफान 'फेंगल' पिछले 12 घंटों के दौरान व्यावहारिक रूप से स्थिर रहा और अब यह कमजोर होकर एक गहरे दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है।

चक्रवात फेंगलॉ पड़ा कमजोर

Cyclone Fengal: पुडुचेरी के पास शनिवार को पहुंचा चक्रवात फेंगल रविवार को कमजोर पड़ गया। हालांकि, इसके प्रभाव से केंद्र-शासित प्रदेश में होने वाली मूसलाधार बारिश की वजह से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और बाढ़ग्रस्त सड़कों पर फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को आगे आना पड़ा। बुजुर्गों ने कहा कि पुडुचेरी में पिछले तीन दशक में प्रकृति का ऐसा प्रकोप नहीं देखा गया था। पड़ोसी तमिलनाडु के विल्लुपुरम में भी बारिश और बाढ़ से भारी नुकसान हुआ। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने जिले में बारिश को 'अभूतपूर्व' करार दिया।

चेन्नई हवाई अड्डे पर परिचालन फिर हुआ शुरू

अधिकारियों ने बताया कि चेन्नई हवाई अड्डे पर परिचालन आधी रात के बाद फिर से शुरू हो गया, लेकिन शुरुआत में कई उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और कई विमानों ने देरी से उड़ान भरी। हालांकि, बाद में दिन में परिचालन सामान्य हो गया। चक्रवात के मद्देनजर चेन्नई हवाई अड्डे पर सेवाएं शनिवार को निलंबित कर दी गई थीं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से उपलब्ध कराई गई ताजा जानकारी के मुताबिक, चक्रवात ‘फेंगल’ कमजोर पड़कर गहरे दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है। आईएमडी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के पास पहुंचा चक्रवाती तूफान 'फेंगल' पिछले 12 घंटों के दौरान व्यावहारिक रूप से स्थिर रहा और अब यह कमजोर होकर एक गहरे दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है और एक दिसंबर 2024 को पूर्वाह्न 11.30 बजे पुडुचेरी के करीब, कुड्डालोर से लगभग 30 किलोमीटर उत्तर में, विल्लुपुरम से 40 किलोमीटर पूर्व में और चेन्नई से 120 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में अक्षांश 12.0 डिग्री उत्तर और 79.8 डिग्री पूर्व देशांतर के पास उसी क्षेत्र पर केंद्रित था।

पोस्ट के मुताबिक, चक्रवात के अगले 12 घंटे के दौरान बहुत धीमी गति से पश्चिम की तरफ बढ़ने और उत्तरी तमिलनाडु में धीरे-धीरे कमजोर होकर दबाव में बदलने की संभावना है। पुडुचेरी में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, क्योंकि केंद्र-शासित प्रदेश में 46 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह 31 अक्टूबर 2004 के 21 सेंटीमीटर का रिकार्ड टूट गया। भारी बारिश के कारण बाहरी इलाके में सभी आवासीय क्षेत्र जलमग्न हो गए। चक्रवाती तूफान के प्रभाव से विभिन्न स्थानों पर पेड़ उखड़ गए। शनिवार को रात 11 बजे से अधिकांश मोहल्लों में बिजली आपूर्ति ठप है।

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