दिल्ली का AQI बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंचा, लेकिन टाले गए कड़े प्रतिबंध, लोग दिनचर्या बदलने पर मजबूर

सीएक्यूएम ने एक समीक्षा बैठक के दौरान दिल्ली-एनसीआर में सख्त प्रतिबंध लागू करने से पहले एक या अधिक दिन के लिए वायु प्रदूषण की स्थिति की निगरानी करने का निर्णय लिया।

दिल्ली में जहरीली हुई हवा

Delhi Pollution: दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गई, लेकिन केंद्र सरकार ने वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के तहत सख्त उपायों के कार्यान्वयन को यह कहते हुए टाल दिया कि क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक पहले से सुधार के रुझान दिखा रहा है। दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शुक्रवार को 468 था जो अति गंभीर श्रेणी में आता है। इस चरण में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों, वाणिज्यिक चार पहिया वाहनों और सभी प्रकार के निर्माण पर प्रतिबंध सहित सभी आपातकालीन उपायों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शुरू और लागू किया जाना अनिवार्य है।

12 नवंबर, 2021 के बाद सबसे अधिक AQI

शुक्रवार को शहर का एक्यूआई 12 नवंबर, 2021 को दर्ज किए गए पिछले उच्चतम स्तर के बाद से सबसे खराब था। हालांकि सीएक्यूएम ने एक समीक्षा बैठक के दौरान दिल्ली-एनसीआर में सख्त प्रतिबंध लागू करने से पहले एक या अधिक दिन के लिए वायु प्रदूषण की स्थिति की निगरानी करने का निर्णय लिया। शाम को साझा की गई एक अपडेट जानकारी के अनुसार इसमें कहा गया है कि प्रदूषण नियंत्रण योजना के चरण-3 के तहत प्रतिबंध केवल एक दिन पहले लागू किए गए हैं और क्षेत्र में एक्यूआई पर अपना पूरा प्रभाव डालने के लिए समय देना उचित होगा।

वायु प्रदूषण की स्थिति पर उपराज्यपाल ने की बैठक

दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को शहर में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के बीच पर्यावरण मंत्री गोपाल राय के साथ बैठक की, जिसमें धान की पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए पड़ोसी राज्यों, खासकर पंजाब से अपील करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अंतरिम उपाय अपनाने का भी निर्णय लिया गया, जैसे कि पर्यावरण विभाग द्वारा लोगों, विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने और जहां तक संभव हो घर के अंदर रहने के लिए सलाह जारी करना, स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयारी और मशीनीकृत सड़क सफाईवाहनों, पानी की बौछार करने वाले वाहनों व एंटी-स्मॉग गन का इष्टतम उपयोग करना शामिल है।

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