Delhi-Mumbai Expressway Update: मध्य प्रदेश में ओपन हुआ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे,6 राज्यों से गुजरेगा, मात्र 12 घंटे में सफर होगा पूरा
Delhi-Mumbai Expressway Update: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने मध्य प्रदेश के झाबुआ और राजस्थान के मोदक के बीच झालावाड़ के करीब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 244 किमी लंबा हिस्सा आम लोगों के लिए ओपन कर दिया है।

मध्य प्रदेश में खुला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे
Delhi-Mumbai Expressway Update: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 20 सितंबर, 2023 को मध्य प्रदेश के झाबुआ और झालावाड़ के करीब, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का 244 किमी लंबा हाइवे लोगों के लिए ओपन कर दिया। मध्य प्रदेश के पश्चिमी भाग के कई जिले इसमें शामिल हैं। नेशनल हाई के इस नए सेक्शन से नई दिल्ली और मुंबई जाने के लिए सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक यह मध्य प्रदेश के झाबुआ, मंदसौर और रतलाम जिलों से होकर गुजरेगा और गरोठ, जावरा, रतलाम और थांदला जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा। फरवरी 2023 में दिल्ली और राजस्थान के जयपुर के बीच एक्सप्रेसवे का पहला चरण जनता के लिए खोला गया था। एक बार पूरा होने पर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र सहित 6 राज्यों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेसवे के मध्य प्रदेश हिस्से को नौ पैकेजों में विभाजित किया गया है।
एमपी में झाबुआ से झालावाड़ के बीच 244 किमी हुआ ओपन
दिल्ली-मुंबई हाईवे 244 किमी हिस्से का 20 सितंबर को मध्य प्रदेश के झाबुआ और झालावाड़ के करीब NHAI से आधिकारिक उद्घाटन हो गया है। नवनिर्मित नेशनल हाईवे राज्य के महत्वपूर्ण शहरों जैसे गरोठ, जावरा, रतलाम और थांदला को जोड़ेगा। यह मध्य प्रदेश के झाबुआ, मंदसौर और रतलाम जिलों से होकर गुजरती है। झाबुआ से दिल्ली तक की ड्राइव पूरी तरह से एक्सप्रेसवे पर नहीं की जा सकती। झाबुआ से दिल्ली की यात्रा के बीच, यात्रियों को मोदक में एक्सप्रेसवे से बाहर निकलना होगा और उज्जैन-कोटा टोंक लालसोट (पुराना मार्ग) का पालन करना होगा। टाइम्स ऑफ इंडिया ने राजमार्ग और ऑटोमोटिव एक्सपर्ट एचवी कुमार के हवाले से बताया कि वाहनों के पास दिल्ली (सोहना रोड) तक पहुंचने के लिए लालसोट ऑन-रैंप से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर फिर से प्रवेश करने का विकल्प है। सड़क कोरिडोर की आधारशिला मार्च 2019 में रखी गई थी। यह 2024 के अंत तक पूरा हो जाएगा। एक बार पूरा होने पर यह एक्सप्रेसवे छह राज्यों- दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र को पार करेगा और उम्मीद है कि इससे देश की राजधानी और इसके वित्तीय केंद्र की यात्रा के बीच की दूरी कम हो जाएगी। सिर्फ 12 घंटे का समय लगेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ी खास बातें
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का पहला सेक्शन जो जनता के लिए खोला गया वह 246 किलोमीटर लंबा दिल्ली-दौसा-लालसोट (राजस्थान) खंड है।
- एक्सप्रेसवे के लालसोट और सवाई सेक्शन भी पूरे हो चुके हैं और जल्द ही जनता के लिए खुल सकते हैं।
- इस साल 12 फरवरी को यह नेशनल हाईवे खुला और इससे दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा का समय दो घंटे कम हो गया।
- 1386 किलोमीटर लंबा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे अभी भी निर्माणाधीन है।
- एक्सप्रेसवे का निर्माण मार्च 2019 में शुरू हुआ और दिसंबर 2024 तक तैयार होने की उम्मीद है।
- एक्सप्रेसवे 6 राज्यों को जोड़ेगा: दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र।
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय 12 घंटे तक कम होने की उम्मीद है।
हालांकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का दिल्ली से राजस्थान के लालसोट (जयपुर के दक्षिण) तक के हिस्से पर फरवरी से काम हो रहा है, एचवी कुमार के मुताबिक लालसोट से सवाई तक का हिस्सा भी पूरा हो चुका है लेकिन अभी तक आम जनता के लिए ओपन नहीं है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का यह खंड जल्द ही ओपन होगा और बिना रूकावट यात्रा का आनंद लिया जा सकेगा।
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