Editors Guild ने प्रस्तावित IT नियम संशोधन पर जताई चिंता, PIB निर्धारित करेगी 'Fake News'

Editors Guild of India on Fake News: एडिटर्स गिल्ड ने प्रस्तावित IT नियम संशोधन पर चिंता जताई, जो पीआईबी को समाचार को 'Fake' चिह्नित करने का अधिकार देता है

Fake News का कारोबार काफी तेज़ी से बढ़ रहा है

देश में Fake News का कारोबार काफी तेज़ी से बढ़ रहा है, अब सरकार ने फेक न्यूज छापने वालों को ऐसा करने से रोकने की दिशा में काम किया है, इसके लिए Press Information Bureau की मदद ली जाएगी यानी भारत सरकार के प्रेस इंफार्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेकिंग यूनिट द्वारा किसी भी खबर को फेक करार देने के बाद उसे किसी भी ऑनलाइन प्लेटफार्म पर पोस्ट नहीं किया जाएगा।

यानी अगर PIB ने किसी न्यूज को लेकर Fake कहा तो वो फेक मानी जाएगी, गौर हो कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 17 जनवरी को एक मसौदा नियम प्रस्तावित किया था जिसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पीआईबी की तथ्य जांच इकाई द्वारा 'fact-checked'की गई सामग्री को गलत मानने की आवश्यकता होगी।

गिल्ड ने एक बयान में कहा, 'शुरुआत में, फर्जी खबरों का निर्धारण सरकार के हाथों में नहीं हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप प्रेस की सेंसरशिप होगी।'

End Of Feed