सीएम भगवंत मान की अपील का असर, लोगों ने कम फोड़े पटाखे, इस बार दिवाली पर पंजाब में कम रहा प्रदूषण का स्तर

मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) की अपील की वजह से पंजाब में लोगों ने इस साल दिवाली (Diwali) के दिन लोगों ने पटाखे कम फोड़े। जिसकी वजह से पंजाब में प्रदूषण का स्तर पिछले साल की तुलना में कम रहा।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान

चंडीगढ़ : दीवाली के त्योहार के अवसर पर पंजाब में औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में पिछले साल के मुकाबले 16.4 प्रतिशत और 2020 के मुकाबले 31.7 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है। पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की लगातार कोशिशों और मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) की अपील के स्वरूप इस साल दिवाली (Diwali) वाले दिन पिछले सालों के मुकाबले वायु की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है।
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पर्यावरण मंत्री ने आगे बताया कि पिछले साल और 2020 में कोई भी शहर ए.क्यू.आई. की मध्यम श्रेणी में नहीं रहा, जबकि इस साल 2 शहर (खन्ना और मंडी गोबिन्दगढ़) ए.क्यू.आई. की मध्यम श्रेणी में रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कुल मिलाकर देखा जाए तो पंजाब के बड़े 6 शहरों में पिछले साल दीवाली के दिनों (2020 और 2021) के मुकाबले इस साल दीवाली (2022) के दौरान AQI में बड़ी कमी देखने को मिली है। उन्होंने आगे बताया कि दीवाली के अवसर पर पंजाब का औसत ए.क्यू.आई. 2021 में 268 (खराब) और 2020 में 328 (बहुत खराब) के मुकाबले इस साल 224 (खराब) था।
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उन्होंने बताया कि इस साल अमृतसर में ए.क्यू.आई. श्रेणी 262 के साथ अधिकतम ए.क्यू.आई. दर्ज किया गया। हालांकि पिछले साल अधिकम ए.क्यू.आई 327 (बहुत खराब) जालंधर में दर्ज किया गया था और 2020 में अधिकतम ए.क्यू.आई. 386 (बहुत खराब) अमृतसर में देखा गया था। इस साल न्यूनतम ए.क्यू.आई. मंडी गोबिन्दगढ़ में 188 (मध्यम) दर्ज किया गया, जोकि पिछले साल 220 (खराब) और 2020 में 262 (खराब) दर्ज किया गया था।
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