भारत ने अपने जलवायु लक्ष्यों को उल्लेखनीय रूप से पूरा किया है- टाइम्स नेटवर्क क्लाइमेट समिट 2024 में बोले पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव
टाइम्स नेटवर्क इंडिया क्लाइमेंट समिट का उद्देश्य मानव सभ्यता के लिए खतरा बने जलवायु परिवर्तन के जटिल एवं ज्वलंत मुद्दों का समाधान खोजना है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपिंदर यादव ने प्रकृति संरक्षण पर दिया जोर
- कई उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ भारत जलवायु शिखर सम्मेलन
- भारत जलवायु शिखर सम्मेलन में शामिल हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव
- इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए
नई दिल्ली: शुक्रवार को टाइम्स नेटवर्क ने नई दिल्ली में भारत जलवायु शिखर सम्मेलन 2024 के उद्घाटन संस्करण की मेजबानी की। इस शिखर सम्मेलन में प्रमुख हितधारकों और जलवायु समर्थकों को एक साथ लाया गया ताकि भारत के भविष्य के लिए एक पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ और जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में एक निश्चित कार्य योजना पर चर्चा की जा सके, उस पर काम किया जा सके। जो 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य प्राप्त करने के भारत के दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने पर केंद्रित हो।
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कौन-कौन हुए शामिल
शिखर सम्मेलन में विशेष संबोधन पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव का रहा। इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने विचार प्रस्तुत किए, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के पूर्व अवर महासचिव और यूएनईपी के कार्यकारी निदेशक एरिक सोलहिम, टेरी की महानिदेशक डॉ. विभा धवन, क्षेत्रीय जलवायु परिवर्तन समन्वयक (यूएनईपी) और एपीएएन सचिवालय के मोजाहरुल आलम शामिल थे।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने क्या कहा
इस शिखर सम्मेलन में केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा- "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, भारत ने पिछले एक दशक में अपने जलवायु लक्ष्यों को उल्लेखनीय रूप से पूरा किया है, जो हमारे राष्ट्रीय संकल्प का प्रमाण है। '1 पेड़ माँ के नाम' जैसी अग्रणी पहल और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को व्यापक रूप से अपनाना पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। वैश्विक कार्बन तीव्रता में कमी के लक्ष्यों को पार करने से लेकर हमारे राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) को पूरा करने और नवीकरणीय स्रोतों से 41% से अधिक बिजली पैदा करने तक भारत की उपलब्धियां, हरित भविष्य के प्रति हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को उजागर करती हैं। यह सक्रिय रुख न केवल एक वैश्विक मानदंड स्थापित करता है, बल्कि पर्यावरणीय प्रबंधन के साथ आर्थिक विकास को सामंजस्य बनाने की भारत की अद्वितीय क्षमता को भी दर्शाता है। तीन महत्वपूर्ण चुनौतियां हमारे सामने हैं, मानव-केंद्रित विकास से कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करना, प्राकृतिक संसाधनों के हमारे उपभोग को संतुलित करना और भूमि क्षरण का मुकाबला करना। राजनीतिक विरोध के बावजूद, जलवायु कार्रवाई के प्रति हमारा सक्रिय दृष्टिकोण दृढ़ है। कार्बन उत्सर्जन तीव्रता को कम करने और वैश्विक लक्ष्यों से पहले गैर-उपभोज्य ऊर्जा क्षमता बढ़ाने में भारत की उपलब्धियां सतत विकास के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती हैं।"
कई उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ सपन्न हुए कार्यक्रम
भारत जलवायु शिखर सम्मेलन कई उल्लेखनीय उपलब्धियों के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। EY के साथ मिलकर तैयार किया गया एक श्वेत पत्र जारी किया गया, जिसमें भारत के जलवायु और स्थिरता संक्रमण के प्रबंधन के लिए व्यावहारिक अंतर्दृष्टि और विचार प्रस्तुत किए गए। इसके अतिरिक्त एक हज़ार से अधिक पेड़ लगाए गए, जो पर्यावरणीय ज़िम्मेदारी के प्रति ठोस प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
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