Gyanvapi ASI Survey: ज्ञानवापी के ASI सर्वे पर फारूक, फरंगी महली और बर्क ने क्या कहा, Video

Gyanvapi Masjid Case : सर्वे कराने के हाई कोर्ट के फैसले पर राजनीतिक एवं धार्मिक प्रतिक्रियाएं आई हैं। फारूक अब्दुल्ला, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और फरंगी महली ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद, ईश्वर एक है। आप चाहे मंदिर में भगवान देखें या मस्जिद में अल्लाह।'

ज्ञानवापी मस्जिद परिसर (Gyanvapi Masjid Case) में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) का सर्वे का काम दोबारा शुरू होगा। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गुरुवार को अपने फैसले में वाराणसी जिला अदालत के सर्वे के फैसले को सही ठहराया। हाई कोर्ट के इस फैसले के बाद परिसर में ASI सर्वे का रास्ता अब साफ हो गया है। कोर्ट ने अपने आदेश में वजूखाने को छोड़कर ज्ञानवापी के पूरे परिसर का वैज्ञानिक सर्वे करने का आदेश दिया है। हालांकि, सर्वे का यह काम कब तक चलेगा इस पर कोई समय सीमा नहीं दी गई है।

सबका मालिक एक है-फारूक अब्दुल्ला

सर्वे कराने के हाई कोर्ट के फैसले पर राजनीतिक एवं धार्मिक प्रतिक्रियाएं आई हैं। फारूक अब्दुल्ला, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क और फरंगी महली ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 'चाहे वह मंदिर हो या मस्जिद, ईश्वर एक है। आप चाहे मंदिर में भगवान देखें या मस्जिद में अल्लाह।'

फरंगी महली बोले-उम्मीद है न्याय होगा

एएसआई सर्वे पर एआईएमपीएलबी के सदस्य मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने कहा कि 'चूंकि यह मस्जिद 600 साल पुरानी है ऐसे में हमें उम्मीद है कि इस मामले में न्याय होगा। बीते 600 साल से मुस्लिम यहां नमाज पढ़ते आ रहे हैं। हम यह भी चाहते हैं कि देश में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट को सख्ती से लागू किया जाए। मुझे लगता है कि हाई कोर्ट के इस फैसले को चुनौती देने के लिए मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट जाएगा।'

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