G-20 में India के हाथ बड़ी कामयाबीः घोषणापत्र मंजूर, यूक्रेन का चार दफा जिक्र; समझें- क्या हैं इसके मायने?

G-20 Summit: यूक्रेन संघर्ष पर बढ़ते तनाव और अलग-अलग विचारों के बीच भारत की जी20 अध्यक्षता में यह एक महत्वपूर्ण कामयाबी है। घोषणापत्र पर सर्वसम्मति और उसके बाद इसे अपनाने की घोषणा भारत की ओर से यूक्रेन संघर्ष का जिक्र करने के लिए जी20 देशों को एक नया पाठ बांटने के कुछ घंटों बाद आई।

भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा- ‘नई दिल्ली घोषणापत्र ’ मजबूत और सतत विकास, सतत विकास लक्ष्यों पर प्रगति में तेजी लाने, हरित विकास समझौते और बहुपक्षवाद में नये सिरे जान फूंकने पर केंद्रित है।

G-20 Summit: जी-20 सम्मेलन में शनिवार (नौ सितंबर, 2023) को भारत के हाथ महत्वपूर्ण कामयाबी आई। सदस्य देशों के बीच सहमति के साथ जी20 ने ‘नई दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन' (मैनिफेस्टो/घोषणापत्र) को अपना लिया। यह ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किया गया।

भारतीय पीएम ने शिखर सम्मेलन में नेताओं से कहा, ‘‘मित्रों, हमें अभी-अभी अच्छी खबर मिली है कि हमारी टीम की कड़ी मेहनत और आपके सहयोग के कारण, नयी दिल्ली जी20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन पर आम सहमति बन गई है। मैं घोषणा करता हूं कि इस घोषणापत्र को स्वीकार कर लिया गया है।’’

37 पेज के घोषणापत्र में चार बार यूक्रेन का जिक्र हुआ, मगर सीधे तौर पर रूस का नाम नहीं लिया गया। मैनिफेस्टो में "यूक्रेन में युद्ध" कहा गया है। चूंकि, रूस भारत का लंबे समय से अच्छा दोस्त माना जाता है, लिहाजा उसके नाम के उल्लेख से बचा गया। वहीं, नौ बार इसमें आतंकवाद का नाम आया।

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