G-20 में दुनिया के कौन-कौन से धुरंधर नेता आ रहे हैं दिल्ली, कौन रहेगा नदारद, जानिए हर डिटेल्स
जी-20 का उद्देश्य विविध आर्थिक सुधारों के बारे में चर्चा में भाग लेने के लिए अतिथि देशों के साथ जी-20 सदस्य देशों को एक साथ लाना है।
PM Modi
G-20 in India: कड़ी सुरक्षा और अधिक समावेशिता के लक्ष्य के साथ भारत इस साल 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं का स्वागत करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह 18वां जी-20 शिखर सम्मेलन होगा और यह भारत की अध्यक्षता में आयोजित पहला शिखर सम्मेलन होगा। इसका उद्देश्य विविध आर्थिक सुधारों के बारे में चर्चा में भाग लेने के लिए अतिथि देशों के साथ जी-20 सदस्य देशों को एक साथ लाना है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा होगी।
बाइडन-सुनक-ट्रूडो आएंगे दिल्ली
व्हाइट हाउस ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि बाइडन जी-20 शिखर सम्मेलन में आईएमएफ और विश्व बैंक में सुधारों की अपील करेंगे जो विकासशील देशों की जरूरतों को बेहतर ढंग से पूरा कर सके। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी जी20 शिखर सम्मेलन में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की है। ट्रूडो ने कहा था, 'मैं एक हफ्ते में जी-20 में रहूंगा...और हम यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि दुनिया यूक्रेन के साथ खड़ी है।
एंथनी अल्बानीज भी आएंगे
पीटीआई के मुताबिक, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगी और पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की भी कोशिश करेंगी। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं और अपने 3 देशों के दौरे के हिस्से के रूप में भारत का दौरा करेंगे। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने एक बयान में कहा कि 9-10 सितंबर तक प्रधानमंत्री अल्बनीज नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
दक्षिण कोरिया की रहेगी मौजूदगी
भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल आगामी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार हैं। दूत ने कहा कि हम इस साल भारत की जी-20 की अध्यक्षता का पुरजोर समर्थन करते हैं और हमें उम्मीद है कि सितंबर में शिखर बैठक भारत सरकार द्वारा जी20 की अध्यक्षता के प्रयासों का मुख्य आकर्षण और परिणति होगी।
G-20 में ये बड़ा नेता नहीं दिखेगा
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को सूचित किया कि वह शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हो पाएंगे। पुतिन की जगह अब मॉस्को के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव उनकी जगह मॉस्को का प्रतिनिधित्व करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत सभी पहलों में रूस के लगातार समर्थन के लिए पुतिन को धन्यवाद दिया।
नई दिल्ली में G2O शिखर सम्मेलन
शिखर सम्मेलन आईटीपीओ परिसर प्रगति मैदान में होगा। इसे 2,700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और इसका निर्माण 123 एकड़ क्षेत्र में किया गया है। भारत की G-20 अध्यक्षता का विषय "वसुधैव कुटुंबकम" या "एक पृथ्वी·एक परिवार·एक भविष्य" है। यह अवधारणा प्राचीन संस्कृत पाठ, महाउपनिषद से ली गई है और इसमें जीवन के सभी रूपों - मनुष्यों, जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के आंतरिक मूल्य पर जोर दिया गया है। G-20 या 20 का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच है।
पीएम मोदी और जी-20
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को दिल्ली में वैश्विक व्यापार समुदाय के साथ आधिकारिक जी-20 संवाद मंच बिजनेस 20 (बी20) शिखर सम्मेलन भारत 2023 को संबोधित करने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत का राष्ट्रपतित्व जनता का राष्ट्रपतित्व रहा है और इसने समूह को अधिक समावेशी मंच बना दिया है। मोदी ने कहा कि हमारे पास समावेशिता का दृष्टिकोण है और उस दृष्टिकोण के साथ हमने अफ्रीकी संघ को जी-20 का स्थायी सदस्य बनने के लिए आमंत्रित किया है।
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