केवल एक जहाज में 400 टन सोना लूटकर ले गए अंग्रेज, जर्मन लेखिका बोलीं भारत मांगे ब्रिटेन से हर्जाना
British rule in India : अंग्रेजों की लूट कितनी बड़ी होती थी यह बताने के लिए उन्होंने एक स्रोत के हवाले से कहा है कि अंग्रेज भारत से 800,000 पाउंड जो कि करीब 400 टन था, केवल एक जहाज में भरकर ब्रिटेन ले गए। रिथ का कहना है कि लूट की इस घटना का जिक्र अभिलेखागारों में दर्ज है।
केवल एक जहाज में 400 टन सोना लूटकर ले गए अंग्रेज।
'लूट की घटना का जिक्र अभिलेखागारों में दर्ज'अंग्रेजों की लूट कितनी बड़ी होती थी यह बताने के लिए उन्होंने एक स्रोत के हवाले से कहा है कि अंग्रेज भारत से 800,000 पाउंड जो कि करीब 400 टन था, केवल एक जहाज में भरकर ब्रिटेन ले गए। रिथ का कहना है कि लूट की इस घटना का जिक्र अभिलेखागारों में दर्ज है। वह कहती हैं कि सोने की इतनी मात्रा कई देशों के स्वर्ण भंडार से अधिक है। रिथ ने पूछा है कि इस अत्याचार और लूट के लिए ब्रिटेन को क्या भारत को हर्जाना नहीं देना चाहिए?
नामीबिया में जर्मनी शासन का हवाला दियारिथ का स्पष्ट रूप से मानना है कि ब्रिटेन को भारत को हर्जाना देना चाहिए। इसके लिए उन्होंने नामीबिया में जर्मनी शासन का हवाला दिया है। जर्मनी की इस लेखिका ने कहा है कि 1885 से लेकर 1918 तक नामीबिया, जर्मनी का उपनिवेश था। उपनिवेश के दौरान जर्मनी ने वहां के लोगों पर जुल्म एवं अत्याचार किए। इस अत्याचार के खिलाफ नामीबिया के दो जनजातीय समुदायों ने हर्जाने के लिए जर्मनी के खिलाफ केस किया। बाद में जर्मनी ने अपने अत्याचारों के लिए माफी मांगी और हर्जाना देने के लिए तैयार हुआ।
लेख कई स्रोतों पर आधारित'ब्रिटिश लूट ऑफ इंडिया, शुड इंडिया नॉट डिमांड रिपारेशन्स' नाम से लिखे ब्लाग में रिथ ने कहा है कि उनका यह लेख कई स्रोतों पर आधारित है। तीन अंशों के इस लेख में कई स्क्रीनशॉट्स एवं लिंक्स हैं। रिथ के मुताबिक इन स्रोतों पर आगे रिसर्च किया जा सकता है और न्याय पाने में इनसे मदद मिल सकती है। रिथ ने आगे कहा है कि भारत में एक तबका ऐसा भी है जो ब्रिटिश शासन की प्रशंसा करता है। ऐसे लोग अंग्रेजों के रेलवे, शिक्षा, इमारतों, सड़कों के निर्माण का हवाला देते हैं। हालांकि रिथ का मानना है कि अंग्रेजों के अत्याचार नाजियों की तरह थे। इसलिए अंग्रेजों की जो परोपकारी छवि है गढ़ी गई है उसे बदला जाना चाहिए और अत्याचारों एवं लूट के लिए जो जिम्मेदार थे उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए।
रिथ का कहना है कि सच्चाई सामने आनी चाहिए और उन लाखों भारतीयों जिन्हें अत्याचार, जुल्म, अपमान एवं यातनाएं सहनी पड़ीं, उनके साथ न्याय होना चाहिए।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 2 नक्सली ढेर, मौके से हथियार और विस्फोटक बरामद
इलाहाबाद HC के जज जस्टिस शेखर यादव पर महाभियोग को लेकर अड़ी विपक्षी पार्टियां, राज्यसभा में दिया नोटिस
पश्चिम बंगाल: पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को राहत, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत
सेना को मिलेंगे 100 से ज्यादा K-9 वज्र तोपें और 12 Sukhoi-30MKI लड़ाकू विमान, CCS ने दी बड़े हथियार सौदे को मंजूरी
संसद हमले के 23 साल पूरे... पीएम मोदी, राहुल गांधी समेत कई दिग्गजों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited