इसे कहते हैं देवी-देवताओं का 'रक्त' ! दुनिया में दुर्लभ लेकिन है लाइफ सेविंग
Golden Blood Group: गोल्डेन ब्लड को Rhnull कहा जाता है। क्योंकि ये ब्लड उसी शख्स के शरीर में पाया जाता है, जिनका Rh फैक्टर null होता है। ग्रीक मान्यताओं में गोल्डेन ब्लड की खासियत की वजह से, इसे देवी-देवताओं में पाए जाने वाले ब्लड के रूप में देखा जाता था।
जानें क्या होता है गोल्डेन ब्लड
- Rhnull ग्रुप की एक खासियत यह भी है कि यह किसी को भी दिया जा सकता है।
- साल 1961 में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई की एक आदिवासी महिला के शरीर में गोल्डेन ब्लड ग्रुप पाया गया था।
- आम तौर में इंसानों में A,B,AB,0 ग्रुप के पॉजिटिव और निगेटिव ब्लड ग्रुप पाए जाते हैं।
करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें
तिरुपति बालाजी के लड्डू में चर्बी की मिलावट के आरोप का मामला गर्माया, सीएम नायडू बोले- दोषियों के खिलाफ करेंगे सख्त कार्रवाई
LIVE आज की ताजा खबर 20 सितंबर 2024: कोलकाता जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल खत्म, पीएम मोदी के अमेरिका दौरे की तैयारी तेज
पीएम मोदी का अमेरिका दौरा: यूक्रेन और गाजा संघर्ष भी एजेंडे में शामिल, जानिए क्या है पूरा कार्यक्रम
कोलकाता रेप केस: जूनियर डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल, 41 दिन बाद काम पर लौटने का ऐलान
केजरीवाल, सिसोदिया, संजय सिंह के बाद क्या अब सत्येंद्र जैन को मिलेगी जमानत? अदालत में इस दिन होगी सुनवाई
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited