सूर्य मंदिर के लिए ही नहीं, अब इस बात के लिए जाना जाएगा मोढेरा, PM देंगे 'तोहफा'
गुजरात के मोढेरा में स्थित सूर्य मंदिर भगवान सूर्य के लिए समर्पित है। इस मंदिर के निर्माण में उच्च कोटि की शिल्प कला का प्रयोग किया गया है। इस मंदिर में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक सूर्य की किरणें पड़ती है। मंदिर में सूर्य कुंड, गूढ़ मंडप और सभा मंडप बना हुआ है।
मोढेरा सूर्य मंदिर (फोटो- gujarat tourism)
अभी तक गुजरात का मोढेरा, ऐतिहासिक सूर्य मंदिर के लिए जाना जाता था, लेकिन अब इसकी पहचान बदलने वाली है। मोढेरा भारत का पहला ऐसा गांव होगा जहां बिजली पूरी तरह से सोलर प्लांट से आएगी। शनिवार को पीएम मोदी इसका उद्घाटन करने वाले हैं।संबंधित खबरें
कितना आया खर्चसंबंधित खबरें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 अक्टूबर को गुजरात के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान मोढेरा को देश का पहला चौबीसों घंटे सौर ऊर्जा से चलने वाला गांव घोषित करेंगे। इस परियोजना पर केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा 80.66 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) स्थापित करने के लिए सरकार ने सज्जनपुरा गांव में 12 हेक्टेयर भूमि आवंटित की है। मोढेरा में आवासीय घरों में सोलर पैनल लगाए गए हैं। दिन के समय गांव को सौर ऊर्जा मिलेगी और रात में इसे बीईएसएस द्वारा संचालित किया जाएगा।संबंधित खबरें
सूर्य मंदिर के लिए भी व्यवस्थासंबंधित खबरें
मोढेरा अपने ऐतिहासिक सूर्य मंदिर के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां हजारों पर्यटक हर साल आते हैं और ऐतिहासिक सूर्य मंदिर और उसकी शिल्प कला को देखकर चकित रह जाते हैं। इस मंदिर के लिए भी इस परियोजना में व्यवस्था की गई है। इस मंदिर को हेरिटेज लाइटिंग और 3डी प्रोजेक्शन से सुसज्जित किया गया है। ये भी सौर ऊर्जा पर ही काम करेंगे। संबंधित खबरें
सरकार का दावा
गुजरात सरकार ने कहा कि यह परियोजना मोढेरा को शुद्ध अक्षय ऊर्जा जनरेट करने वाल भारत का पहला गांव बना देगी। सरकार ने कहा कि यह दर्शाता है कि अक्षय ऊर्जा जमीनी स्तर पर लोगों को कैसे सशक्त बना सकती है। इस कदम से गांव के लोग अपने बिजली बिलों में 60% से 100% की बचत कर सकते हैं। गुजरात सरकार के अनुसार, पीएम मोदी सौर ऊर्जा से चलने वाले 3-डी डिस्प्ले को समर्पित करेंगे, जो पर्यटकों को मोढेरा के इतिहास से अवगत कराएगा।संबंधित खबरें
कहां है मोढेरासंबंधित खबरें
मोढेरा गांव गुजरात के मेहसाणा जिले से 25 किमी और राज्य की राजधानी गांधीनगर से लगभग 100 किमी दूर स्थित है। गांव का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल लगभग 2,436 हेक्टेयर है और यह राज्य में पुष्पावती नदी के तट पर स्थित है। अब यह देश का पहला सौर ऊर्जा से चलने वाला गांव होगा।संबंधित खबरें
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शिशुपाल कुमार author
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
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