76वें गणतंत्र दिवस पर गुजरात की झांकी 'स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास' ने कर्तव्य पथ पर बढ़ाई शोभा

76th Republic Day: 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ की थीम पर आधारित गुजरात की झांकी ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक - विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ ने उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस झांकी के साथ ‘मणियारा रास’ की ताल पर झूमते कलाकारों ने भी हर किसी को रोमांचित कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

76th Republic Day: 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ की थीम पर आधारित गुजरात की झांकी ‘गुजरात : आनर्तपुर से एकता नगर तक - विरासत से विकास का अद्भुत संगम’ ने उपस्थित सभी लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस झांकी के साथ ‘मणियारा रास’ की ताल पर झूमते कलाकारों ने भी हर किसी को रोमांचित कर दिया।

उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर विभिन्न राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की कुल 31 झांकियां प्रदर्शित की गईं। इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में रिपब्लिक ऑफ इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ शीर्षक के अंतर्गत गुजरात की ओर से प्रस्तुत की गई झांकी ने सही मायनों में न केवल राज्य, बल्कि राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर और विकास के अभूतपूर्व संमिश्रण को अत्यंत प्रभावशाली तरीके से साकार किया। गुजरात की झांकी में 12वीं सदी के वडनगर यानी आनर्तपुर के सोलंकी कालीन ‘कीर्ति तोरण’ से लेकर 21वीं सदी का अजूबा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ रक्षा, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में राज्य की ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती विभिन्न विकास परियोजनाओं का प्रभावशाली निदर्शन किया गया था।

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