पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में Gunतंत्र, शुभेंदु अधिकारी बोले- ये तो सीधे सीधे वोटों की लूट

West Bengal Panchayat Election Violence: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के लिए मतदान में चारों तरफ से हिंसा की खबरें आ रही हैं। शनिवार के दिन कुल पांच लोगों की हत्या हुई है। बीजेपी का कहना है कि टीएमसी के गुंडे और पुलिस की मिलीभगत से इतनी हत्याएं हुई हैं।

West Bengal Panchayat Election Violence: पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए मतदान हो रहा है। लेकिन हिंसा भी चरम पर है। चाकूबाजी, बमबाजी और गोलीबारी में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि केंद्र की तरफ से सीआरपीएफ की जो टुकड़ियां भेजी गईं उन्हें बूथों पर तैनात नहीं किया गया। राज्य के जितने भी जिले में एसपी तैनात हैं वो टीएमसी के कैडर बन चुके हैं। खून बह रहा है, सीसीटीवी काम नहीं कर रहे। टीएमसी के कार्यकर्ता और पुलिस आपस मे मिले हुए हैं जिसका असर आपको हत्या में नजर आ रहा है। ये चुनाव नहीं, मौत हो रहा है। प्रत्येक बूथ पर पर्याप्त सीआरपीएफ की व्यवस्था थी। लेकिन इन लोगों ने लागू नहीं किया। हिंसा के लिये राज्य सरकार जिम्मेदार है। बड़ी बात यह है कि अदालत ने सुरक्षाबलों की तैनाती के आदेश दिए थे। लेकिन खुल्लखुल्ला उल्लंघन किया गया है। अदालती आदेश की अवमानना की गई है। वो सब तथ्य कोर्ट के सामने रखेंगे। इस बीच बीएसएफ आईजी एस.सी. बुडाकोटी चुनाव आयुक्त से मिलने के लिए पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग पहुंचे।

कूचबिहार में हत्या

कूचबिहार जिले के फलीमारी ग्राम पंचायत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मतदान एजेंट माधव बिस्वास की कथित तौर पर हत्या कर दी गई।भाजपा ने आरोप लगाया कि जब बिस्वास ने मतदान केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश की, तो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के समर्थकों ने उन्हें रोका और विवाद बढ़ने पर उन्होंने बिस्वास की हत्या कर दी। तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों से इनकार किया है।पुलिस के अनुसार, उत्तरी 24 परगना जिले के कदंबगाची इलाके में देर रात एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थक को पीट-पीटकर मार डाला गया।मृतक की पहचान 41 वर्षीय अब्दुल्ला के रूप में हुई है। पुलिस अधीक्षक भास्कर मुखर्जी ने कहा कि सुबह एक स्थानीय अस्पताल में इलाज के दौरान अब्दुल्ला की मौत हो गई।हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने तड़के ताकी रोड को जाम कर दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया।

मुर्शिदाबाद में मर्डर

मुर्शिदाबाद जिले के कापासडांगा इलाके में देर रात चुनाव संबंधी हिंसा में एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान बाबर अली के रूप में हुई है।सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि मुर्शिदाबाद जिले के रेजीनगर और खारग्राम में उसके दो कार्यकर्ता और कूचबिहार जिले के तूफानगंज में एक अन्य कार्यकर्ता मारा गया।तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने सवाल किया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ, लेकिन कांग्रेस, भाजपा और माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) कल रात से तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं। रेजीनगर, तूफानगंज और खारग्राम में हमारे तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है और डोमकल में हमारे दो कार्यकर्ता घायल हुए हैं। कहां हैं केंद्रीय बल?’’पुलिस ने कहा कि मालदा जिले में कांग्रेस समर्थकों के साथ झड़प में एक टीएमसी नेता के भाई की मौत हो गई।
एक अधिकारी के मुताबिक, यह घटना मानिकचक थाना क्षेत्र के जिशारतटोला में हुई। उन्होंने बताया कि मृतक की पहचान मालेक शेख के रूप में हुई है।तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नादिया जिले के नारायणपुर इलाके में पार्टी के एक उम्मीदवार के पति को माकपा समर्थकों ने गोली मार दी। हालांकि, विपक्षी दल ने इस आरोप से इनकार किया है।मतपेटियां लूटने की कोशिश और मतदाताओं पर हमले के आरोप सभी पार्टियों की ओर से लगाए गए। राज्य के अन्य हिस्सों से भी झड़प की खबरें आईं।
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ललित राय author

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