2024 चुनाव के मद्देनजर हरियाणा BJP एक्टिव, सभी सांसदों के साथ 5 घंटे लंबी बैठक, हर सीट पर कब्जे का लक्ष्य
लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के साथ इस बात पर मंथन किया गया कि बीजेपी में कहां कमी है, उनकी शिकायतें क्या हैं और लोकसभा चुनाव में जीत की संभावना कैसे बढ़ाई जाए।
Haryana BJP Meeting: लोकसभा चुनाव 2024 की आहट के बीच हरियाणा बीजेपी ने तैयारी शुरू कर दी है। हरियाणा बीजेपी ने मंगलवार रात अपने लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों के साथ पांच घंटे लंबी बैठक की। बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि राज्य में सभी लोकसभा और विधानसभा सीटें जीतने के लिए पार्टी को क्या करना होगा। गुड़गांव में हुई बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों के साथ इस बात पर मंथन किया गया कि बीजेपी में कहां कमी है, उनकी शिकायतें क्या हैं और लोकसभा चुनाव में जीत की संभावना कैसे बढ़ाई जाए।
जननायक जनता पार्टी के साथ भी गठबंधन पर भी सांसदों की राय ली गई। कई सांसदों का मानना था कि जेजेपी के साथ गठबंधन उनकी जीत की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रहा है। कुछ का मानना था कि अगर जेजेपी अकेले चुनाव लड़ती है, तो वह कांग्रेस के वोट काटेगी और बीजेपी को फायदा पहुंचाएगी।
हर सांसद को अलग-अलग पूछा गया
सूत्रों ने कहा कि हर सांसद को अलग-अलग बुलाया गया और शिकायतों, कमजोरियों और इसे हल करने के लिए कदमों के बारे में पूछा गया। सूत्र ने कहा कि हर सांसद से गठबंधन, कमजोरियों और सरकार की छवि को कैसे बेहतर बनाया जा सकता है, इस बारे में उनके विचार पूछे गए। सभी की शिकायतों को हरियाणा के प्रभारी बिप्लब देब, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य प्रमुख ओपी धनखड़ ने अलग-अलग सुना।
किसानों और पहलवानों के विरोध का कितना असर
किसानों और पहलवानों के विरोध जैसे मुद्दों का भी चुनाव पर असर पड़ने या इनके बेअसर होने के बारे में पूछा गया। सूत्र ने कहा कि इस पर सांसदों के अलग-अलग विचार थे। एक सांसद ने कहा, कुछ ऐसे थे जो मानते थे कि जाट खुश नहीं हैं, किसान खुश नहीं हैं और कुछ का मानना था कि खिलाड़ियों को सरकार का समर्थन मिलना चाहिए। जबकि कुछ ऐसे थे जिन्होंने दावा किया कि पहलवानों का लोगों पर कोई असर नहीं होता है। कुछ ने कहा कि सरकार को संपत्ति आईडी और बीपीएल पहचान पत्र से नाम हटाने जैसे मुद्दों पर काम करने की जरूरत है। टाइम्स नाउ से बात करते हुए एक वरिष्ठ सांसद ने कहा कि वे (देब, खट्टर और धनखड़) तीसरी बार जीत का फॉर्मूला जानना चाहते हैं।
जेजेपी से गठबंधन पर पेंच बरकरार
जेजेपी के साथ गठबंधन जारी रखने के मुद्दे पर सांसदों के बीच मिलीजुली प्रतिक्रिया रही। एक अन्य वरिष्ठ सांसद ने कहा कि एक समूह और भी है जो गठबंधन तोड़ना चाहता है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा। अमित शाह का सिद्धांत है कि पहले हमें सत्ता में आने की जरूरत है। किसी भी कीमत पर हमें जीतना है। हालांकि, ऐसे सांसद भी थे जिन्होंने दावा किया कि पार्टी के पास निर्दलीय विधायकों का समर्थन है और गठबंधन को खत्म कर देना चाहिए। एक अन्य वरिष्ठ सांसद ने कहा कि पूरी कवायद का उद्देश्य 2024 लोकसभा में सभी सीटें जीतना है।
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Pragya Kaushika, News Editor with Times Now, reports on the BJP and RSS. She has covered politics an...और देखें
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