सावधान! फिर शुरू होगा हीटवेव का असर, दिल्ली सहित इन राज्यों में कई दिनों तक गर्मी बरपाएगी कहर, IMD का अलर्ट

आईएमडी ने चेतावनी दी है कि लू 12 से 15 जून के बीच चरम पर होगी और यह दौर 20 जून तक चल सकता है। विभाग ने लोगों से गर्मी से जुड़ी बीमारियों और हीट स्ट्रोक के प्रति सावधानी बरतने के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

हीटवेव का दौर फिर होगा शुरू

Heat Wave in North India: एक ओर जहां केरल से लेकर गुजरात-महाराष्ट्र तक मानसून की बारिश लोगों को भिगो रही है, वहीं दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में हीटवेव की वापसी होने लगी है। कुछ दिनों की हल्की राहत के बाद गर्मी का कहर फिर से दिखने लगा है। कई राज्यों और शहरों में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच रहा है। खास तौर पर दिल्ली-एनसीआर, यूपी, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, बिहार, झारखंड में हीटवेव की स्थिति बनती दिख रही है। इसे लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है और सावधानी बरतने की सलाह दी है।

12 से 15 जून के चरम पर होगी लू

आईएमडी ने चेतावनी दी है कि लू 12 से 15 जून के बीच चरम पर होगी और यह दौर 20 जून तक चल सकता है। विभाग ने लोगों से गर्मी से जुड़ी बीमारियों और हीट स्ट्रोक के प्रति सावधानी बरतने के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि मध्य और उत्तर भारत की ओर मानसून की धीमी गति हीटवेव की वापसी का प्रमुख कारण है। आईएमडी वैज्ञानिकों के अनुसार, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, यूपी और पूर्वी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 44-48 डिग्री सेल्सियस और पंजाब, चंडीगढ़, बिहार और झारखंड में 45 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा।

अगले पांच दिनों में इन राज्यों में हीटवेवआईएमडी ने अगले पांच दिनों में जम्मू संभाग, पंजाब, हरियाणा चंडीगढ़-दिल्ली, झारखंड, ओडिशा के कुछ इलाकों में लू चलने की भविष्यवाणी की है। हिमाचल और मध्य प्रदेश में 12-14 जून, उत्तराखंड (11-14 जून), और राजस्थान (12-13 जून) के दौरान भीषण गर्मी का अनुभव होगा। पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में गर्म रातें रह सकती हैं। 9 जून को आईएमडी ने उत्तर-पश्चिम और पूर्वी क्षेत्रों के विभिन्न हिस्सों में तापमान सामान्य से 2-4 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया था। बिहार, गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी की लहर देखी गई है।

दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ा

सुस्त दक्षिण पश्चिम मानसून उत्तरी अरब सागर और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। अगले दो दिनों में इसके आगे बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल बताई जा रही है। एक चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) पूर्वोत्तर असम और उसके आसपास के क्षेत्र पर स्थित है और एक ट्रफ उत्तर पश्चिम बिहार से नागालैंड तक फैला हुआ है। इससे क्षेत्र में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ मध्यम बारिश होगी। इसके अलावा, एक पश्चिमी विक्षोभ और एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तर-पश्चिमी यूपी पर स्थित है, जो तेज सतही हवाओं के साथ उत्तराखंड और राजस्थान में तूफान और बिजली गिरने के साथ बारिश ला सकता है।

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