किसी भी मुख्यमंत्री का अंडरग्राउंड होना असंभव, सुरक्षा में होते हैं कम से कम 200 जवान

Hemant Soren Row: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकेशन अब तक ट्रैक नहीं हो सकी है। तमाम कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन पुख्ता जानकारी किसी के पास नहीं है। पूर्व डीजीपी का कहना है कि किसी भी मुख्यमंत्री का अंडरग्राउंड होना असंभव है। आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं कैसे।

भला कैसे कोई मुख्यमंत्री हो सकता है गायब?

Security Of Chief Minister: हेमंत सोरेन की इतनी अधिक चर्चा उस वक्त नहीं हुई होगी, जब वो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान हुए थे। अब वो तमाम खबरों और सुर्खियों में बने हुए हैं। वजह वाकई बड़ी है कि बीते कई घंटों से सीएम हेमंत सोरेन की लोकेशन अब तक ट्रैक नहीं हो सकी है। किसी सूबे का मुख्यमंत्री गायब हो जाए तो सवाल उठेंगे ही उठेंगे।

सुरक्षा में होते हैं कम से कम 200 जवान

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के मुताबिक किसी भी स्टेट मुख्यमंत्री के लिए सिक्योरिटी की नजर से दूर होना संभव नहीं है। एक CM की सुरक्षा में कम से कम 200 जवान होते हैं, जो अलग अलग शिफ्ट में उनकी सुरक्षा में रहते हैं। CM की उनके आवास के बाहर निकलने की मिनट टू मिनट का रिकॉर्ड रखता है।

मुख्यमंत्री का अंडरग्राउंड होना असंभव

विक्रम सिंह ने बताया कि अगर CM को किसी गोपनीय स्थान पर भी जाना होता है, तो उनके सिक्योरिटी यूनिट में तैनात सीनियर आईपीएस अधिकारी इसकी सूचना डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस, DGP इंटेलिजेंस को देनी होती है और वहां से स्पष्टता आने के बाद ही उनकी सिक्योरिटी मे कटौती कर उन्हें जाने दिया जाता है। किसी भी मुख्यमंत्री का अंडरग्राउंड होना असंभव कार्य है।

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