सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भाजपा दोबारा सत्ता में आने पर अगले पांच साल में राज्य के हर गांव को ‘मेटल रोड’ से जोड़ेगी और तीर्थस्थलों के बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा।
तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो
Himachal Pradesh Assembly Elections 2022: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) मंगलवार (आठ नवंबर, 2022) को सड़क पर एक बस को धक्का लगाते नजर आए। मंत्री के इस तरह सड़क पर सामान्य व्यक्ति की तरह बस को धक्का लगाते देख वहां लोग भी हैरान रह गए।
इस बीच, कुछ लोगों ने उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। हालांकि, इस क्लिप को जब टि्वटर यूजर्स ने देखा तो उनमें से कुछ ने खस्ता हाल बस व्यवस्था के साथ इस बात पर भी इशारा किया कि मंत्री ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि चुनाव पास आ गए हैं।
दरअसल, ठाकुर उस दौरान सूबे के बिलासपुर में एक संकरे से इलाके में थे। वह वहां पार्टी की कैपेनिंग कर रहे थे। शाम का वक्त था और अंधेरा हो चुका था। इस बीच, एक बस खराब हो गई और उसकी वजह से जाम लग गया था। ऐसे में मंत्री आगे आए और उन्होंने खुद ही धक्का लगाकर ट्रैफिक जाम खुलवाने का बीड़ा उठाया।
घटना से जुड़े डेढ़ मिनट के वीडियो में धक्का लगाने के बाद उन्हें कुछ लोग धन्यवाद देते नजर आए। हालांकि, टि्वटर पर कुछ लोगों ने इस पर बीजेपी और उन्हें निशाने पर लेने की कोशिश की।
@Pravin_aap के हैंडल से तंज कसते हुए कहा गया, "पिछले पांच साल से हिमाचल में भाजपा की "डबल इंजन "की सरकार है। इन पांच सालों में हिमाचल में इतना विकास किया...इतना विकास किया...कि आज खुद ठाकुर को धक्के मरने की नौबत आ गई।" @alamimam273 ने लिखा- यह वीडियो सूबे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की स्थिति बयां करने के लिए काफी है।
@sumtijain26 के हैंडल से लिखा गया, "बसों की हालत बहुत खराब है। यह खराब शासन है।" @Vijendra1Verma की ओर से कहा गया- आप लोग किसी को यूं धक्का लगाते देख इतने उत्साहित क्यों हो जाते हैं? ऐसा ही कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ हुआ था, जब उन्होंने पोंछा लगाया था। मीडिया का काम लोगों को ग़ुलामी वाली मानसिकता से बाहर निकालने में मदद करना है।
दोबारा सत्ता में आए तो प्रदेश के गांवों में ‘मेटल रोड' बनेंगे- ठाकुर
ठाकुर ने यह भी कहा कि प्रदेश में भाजपा दोबारा सत्ता में आने पर अगले पांच साल में राज्य के हर गांव को ‘मेटल रोड’ (सीमेंट, रोड़ी और तारकोल के मिश्रण से बनाई जाने वाली सड़क) से जोड़ेगी। साथ ही तीर्थस्थलों के बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा।
बिलासपुर जिले के घुमारवीं, झंडूता और सदर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि परिवहन के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए भाजपा अगले 10 वर्षों में राज्य में ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ का क्रियान्वयन करेगी। राज्य में तीर्थस्थलों और मंदिरों के पास परिवहन और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अगले 10 वर्षों में 12,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।