'काजी हिंदू-मुस्लिम विवाह को नहीं कर सकता रजिस्टर', बोले असम CM- 'लव जिहाद' पैदा करता है तनाव

वह आगे बोले- असम के करीमगंज जिले के रास्ते बांग्लादेश से रोहिंग्याओं की घुसपैठ 'खतरनाक' है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। बिचौलियों का एक नेटवर्क है जो रोहिंग्याओं को त्रिपुरा में लाते हैं, वहां से असम के करीमगंज, बोंगाईगांव और फिर देश के बाकी हिस्सों में ले जाते हैं।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Himanta Biswa Sarma on Love Jihad: ‘लव जिहाद’ के मुद्दे को लेकर एक बार फिर से असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा की चिंता जागी हैं। उन्होंने कहा है कि यह चीज समाज में तनाव पैदा कर सकती है। शनिवार (29 जुलाई, 2023) को उन्होंने बोंगाईगांव में (राज्य के पुलिस अधीक्षकों के दो दिवसीय सम्मेलन के बाद) पत्रकारों को बताया कि लव जिहाद सोसायटी में तनाव फैला सकता है, लिहाजा इसे रोका जाना चाहिए। हम राज्य में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व चाहते हैं, पर ऐसे मुद्दे ("जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन) तनाव पैदा कर देते हैं।

सीएम के मुताबिक, 'लव जिहाद' के अधिकतर केसों में देखा गया है कि लड़कियों को जबरन ले जाया जाता है और फिर उनके कुछ वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता है। हमें यह देखना होगा कि क्या लड़कियों का जबरन धर्मांतरण किया जा रहा है और दबाव में शादी की जा रही है...हमें ऐसी शादियों को जांच के दायरे में लाना होगा। एक काजी हिंदू-मुस्लिम विवाह को रजिस्टर नहीं कर सकता है। ठीक इसी तरह एक पुजारी भी कानूनी तौर पर ऐसा नहीं कर सकता...अगर अलग-अलग धर्मों के लड़के-लड़कियां शादी करना चाहते हैं तो उन्हें विशेष विवाह अधिनियम के तहत बिना धर्म परिवर्तन किए ऐसा करना चाहिए।

वह आगे बोले- असम के करीमगंज जिले के रास्ते बांग्लादेश से रोहिंग्याओं की घुसपैठ 'खतरनाक' है और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। बिचौलियों का एक नेटवर्क है जो रोहिंग्याओं को त्रिपुरा में लाते हैं, वहां से असम के करीमगंज, बोंगाईगांव और फिर देश के बाकी हिस्सों में ले जाते हैं। असम की पांच पुलिस टीम फिलहाल त्रिपुरा में हैं और बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य सरकार के साथ काम कर रही हैं। स्थिति चिंताजनक है और बिना वैध कागजात के देश में अवैध रूप से प्रवेश करने वाला कोई भी व्यक्ति देश की सुरक्षा के लिए खतरा है।

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