HMPV Virus Outbreak News Live: तमिलनाडु में भी एचएमपीवी के मामले दर्ज, केंद्र से लेकर राज्य तक अलर्ट, जानें कितना खतरनाक है वायरस
HMPV Virus Outbreak News, HMPV Virus Cases in India (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) 6 January 2024 LIVE Updates: भारत में एचएमपीवी वायरस का पहला केस मिल चुका है। कई राज्यों में एचएमपीवी वायरस का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक अलर्ट दिख रही है। मीटिंग पर मीटिंग जारी हैं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट हैं। एचएमपीवी वायरस पर हर जानकारी के लिए बने रहिए टाइम्स नाउ नवभारत के साथ
HMPV Virus Outbreak News Live: तमिलनाडु में भी एचएमपीवी के मामले दर्ज, केंद्र से लेकर राज्य तक अलर्ट, जानें कितना खतरनाक है वायरस
HMPV Virus Outbreak News, HMPV Virus Cases in India (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) 6 January 2024 LIVE Updates: चीन ने दुनिया को एक और वायरस दे दिया है। चीन में तबाही मचाने के बाद एचएमपीवी वायरस अब भारत भी पहुंच चुका है। गुजरात के अहमदाबाद में एक दो महीने के बच्चे के ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राजस्थान के डूंगरपुर के रहने वाले शिशु को श्वसन संक्रमण के लक्षणों की वजह से 24 दिसंबर को चांदखेड़ा स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद जांच में एचएमपीवी वायरस की पुष्टि हुई है। कर्नाटक में भी दो मामले मिले हैं।
इससे पहले, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कई श्वसन वायरस रोगजनकों के लिए नियमित निगरानी के माध्यम से कर्नाटक में एचएमपीवी के दो मामलों का पता लगाया था। कर्नाटक सरकार ने सोमवार को आश्वासन दिया कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है। बेंगलुरु में एचएमपीवी के दो मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार ने यह बात कही।
'एचएमपीवी' एक सामान्य फ्लू वायरस, चिंता की बात नहीं : स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर
देशभर में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के कुछ मामले सामने आने से लोगों में भय का माहौल है। महाराष्ट्र के नागपुर में दो बच्चों के इस वायरस के चपेट में आने का संदेह है। वायरस को लेकर महाराष्ट्र कैबिनेट के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि इस वायरस से डरने की कोई जरूरत नहीं है। हर परिस्थिति से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से तैयार है।पटना जिला प्रशासन ने लोगों से दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की
देश के कुछ हिस्सों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने की खबरों के बीच, पटना जिला प्रशासन ने मंगलवार को लोगों से केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और कहा कि उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है। जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘लोगों को एचएमपीवी को फैलने से रोकने के लिए संबंधित अधिकारियों द्वारा जारी स्वास्थ्य संबंधी सलाह का पालन करना चाहिए।’’झारखंड एचएमपीवी संक्रमण से अप्रभावित
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने मंगलवार को कहा कि राज्य ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण से अप्रभावित बना हुआ है और देश के अन्य हिस्सों में ऐसे मामले सामने आने पर घबराने की जरूरत नहीं है। अंसारी ने कहा कि वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं।नागपुर में एचएमपीवी के दो संदिग्ध मामले पाए गए
महाराष्ट्र के नागपुर में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं और दोनों मरीज स्वस्थ हैं। उनके नमूने एकत्र कर लिए गए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मरीजों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया और उनके नमूने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) को भेजे गए हैं।बिहार में एचएमपीवी वायरस को मात देने के लिए कोरोना की तर्ज पर होंगे इंतजाम
चीन में फैले एचएमपीवी वायरस को बिहार में मात देने के लिए कोरोना की तर्ज पर इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद सभी जिलों के जिलाधिकारियों, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, सिविल सर्जनों को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह एक श्वसन तंत्र से जुड़ा हुआ वायरस है। इसके संक्रमण से बचने के लिए कोई विशेष एंटी वायरल या वैक्सीन अबतक उपलब्ध नहीं है। विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा इन्फ्लूएंजा के समान बीमारी एवं सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी न्यूमोनिया (सारी) का सर्विलांस सुनिश्चित करते हुए इसको आईएचआईपी पोर्टल पर प्रतिदिन रिपोर्ट दी जाए।एचएमपीवी वायरस को लेकर कुरुक्षेत्र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों में वृद्धि के बीच सभी सरकारों ने कमर कस ली है। केंद्र ने राज्यों से देश में श्वसन संबंधी बीमारियों पर निगरानी की समीक्षा करने को कहा है। हरियाणा में फिलहाल इसका कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद कुरुक्षेत्र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। इस बारे में सिविल अस्पताल कुरुक्षेत्र के डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया, ''इसके बारे में जो हमने अभी तक सरकार से जो निर्देश प्राप्त हुए हैं, उसके हिसाब से यह ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) है। यह कोई नया वायरस नहीं है। इसके मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। इसके लक्षण लगभग कोरोना वायरस जैसे ही हैं।''HMPV को लेकर घबराने की जरूरत नहीं: तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री
तमिलनाडु सरकार ने मंगलवार को कहा कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) कोई नया और खतरनाक संक्रमण नहीं है। ऐसे में इसको लेकर घबराने की जरूरत नहीं और यह भी कहा कि राज्य में इससे संक्रमित मिले दो व्यक्ति ‘‘ठीक हैं।’’ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मा. सुब्रमण्यन ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि उनमें से एक 69 वर्षीय सलेम का निवासी है जो कैंसर, उच्च रक्तचाप और मधुमेह से ग्रस्त है, जबकि दूसरा, 45 वर्षीय चेन्नई का निवासी है।केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने की स्थिति की समीक्षा
एचएमपीवी के कहर को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कमर कस ली है। इसी बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को आईएलआई (इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षण) और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) की निगरानी को और मजबूत करने की सलाह दी। साथ ही, राज्यों से यह भी कहा गया कि वे निवारक उपायों के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ाएं, ताकि ऐसे मामलों का समय पर पता लगाया जा सके।हर स्थिति से निपटने के लिए ओडिशा सरकार तैयार
देश के कुछ हिस्सों में HMPV वायरस के मामलों के बीच ओडिशा सरकार ने सोमवार को कहा कि वह ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि केंद्र ने अभी तक कोई सलाह जारी नहीं की है। फिर भी हम किसी भी समय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।केंद्र ने राज्यों से बचाव संबंधी जागरूकता बढ़ाने की अपील की
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने देश में श्वसन संबंधी बीमारियों की वर्तमान स्थिति और उनके प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की स्थिति की समीक्षा की। देश में सांस संबंधी बीमारी में कोई वृद्धि नहीं हुई है ऐसे मामलों का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी की जारी है। राज्यों को उपायों और बचाव के संबंध में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने की सलाह दी गई। राज्यों को ILI/SARI निगरानी को मजबूत करने और समीक्षा करने की सलाह दी गई है।नागपुर में भी HMPV के 2 मरीज मिले
महाराष्ट्र के नागपुर में दो बच्चों की रिपोर्ट एचएमपीवी पॉजिटिव आई है। 3 जनवरी को निजी अस्पताल में सात साल के बच्चे और 13 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इन दोनों बच्चों में खांसी और बुखार के लक्षण पाए गए।आंध्र प्रदेश ने HMPV को लेकर जारी किया अलर्ट
आंध्र प्रदेश सरकार ने सोमवार को देश के कुछ हिस्सों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले सामने आने के मद्देनजर अलर्ट जारी किया। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने तथा सभी आवश्यक निवारक उपाय करने के स्पष्ट निर्देश दिए। जब अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है, तो उन्होंने अधिकारियों से देश के अन्य हिस्सों से राज्य में प्रवेश करने वालों पर नजर रखने और जहां भी आवश्यक हो परीक्षण करने को कहा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने टेलीकांफ्रेंस में हिस्सा लिया।HMPV से संक्रमित नवजात की कैसी है तबियत?
गुजरात के अहमदाबाद में एमपीवी वायरस से संक्रमित दो माह के नवजात की स्थिति अब ठीक बताई जा रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि राजस्थान के डूंगरपुर से सरवर आया दो माह का बच्चा वायरस से संक्रमित पाया गया जिसे बाद में अहमदाबाद रेफर कर दिया गया।तमिलनाडु में HMPV के दो मामले आए सामने
तमिलनाडु में चीन के आए HMPV वायरस के दो मामले सामने आए हुए हैं। इस वायरस को लेकर केंद्र से लेकर राज्य तक अलर्ट हो गए हैं।साल 2001 से मौजूद है HMPV वायरस: गजेन्द्र सिंह खींवसर
राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सोमवार को कहा कि देश में कुछ राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। खींवसर ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है तथा इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है।आंध्र प्रदेश ने एचएमपीवी को लेकर जारी किया अलर्ट
आंध्र प्रदेश सरकार ने सोमवार को देश के कुछ हिस्सों में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले सामने आने के मद्देनजर अलर्ट जारी किया। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने तथा सभी आवश्यक निवारक उपाय करने के स्पष्ट निर्देश दिए। जब अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि राज्य के किसी भी हिस्से से एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है, तो उन्होंने अधिकारियों से देश के अन्य हिस्सों से राज्य में प्रवेश करने वालों पर नजर रखने और जहां भी आवश्यक हो परीक्षण करने को कहा।HMPV Virus Outbreak News Live: क्या है एचएमपीवी
एचएमपीवी वैश्विक स्तर पर श्वसन संबंधी बीमारी पैदा करने वाला वायरस है। हाल में चीन में इसके प्रकोप की खबरों ने दुनिया का ध्यान खींचा। यह एक वायरल रोगजनक है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पाए गए पांच मामले
कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में सोमवार को पांच शिशुओं में ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस’ (एचएमपीवी) संक्रमण की पुष्टि हुई, जो भारत में इस वायरस से संक्रमण के पहले दर्ज मामले हैं। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आशंकाओं को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा कि वह श्वसन संबंधी बीमारियों में किसी भी संभावित वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। एचएमपीवी वैश्विक स्तर पर श्वसन संबंधी बीमारी पैदा करने वाला वायरस है। हाल में चीन में इसके प्रकोप की खबरों ने दुनिया का ध्यान खींचा। यह एक वायरल रोगजनक है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संक्रमण का कारण बनता है।ये कोई नया वायरस नहीं, हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं- नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहचान सबसे पहले 2001 में हुई थी और यह कई सालों से पूरी दुनिया में फैल रहा है। HMPV सांस के ज़रिए हवा के ज़रिए फैलता है। यह हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह वायरस सर्दियों और शुरुआती वसंत के महीनों में ज़्यादा फैलता है। चीन में HMPV के मामलों की हालिया रिपोर्ट के आधार पर, स्वास्थ्य मंत्रालय, ICMR और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र चीन के साथ-साथ पड़ोसी देशों में स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। WHO ने स्थिति का संज्ञान लिया है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट हमारे साथ साझा करेगा। ICMR और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के पास उपलब्ध श्वसन वायरस के लिए देश के डेटा की भी समीक्षा की गई है और भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरल रोगजनकों में कोई उछाल नहीं देखा गया है। स्थिति की समीक्षा के लिए 4 जनवरी को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक की अध्यक्षता में संयुक्त निगरानी समूह की बैठक हुई। देश की स्वास्थ्य प्रणालियां और निगरानी नेटवर्क सतर्क हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।"Delhi HMPV Virus Outbreak News Live: कोरोना की तरह नहीं है एचएमपीवी
एचएमपीवी वायरस पर एम्स दिल्ली में इंटरनल मेडिसिन के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल कहते हैं, "... इसकी (एचएमपीवी) तुलना कोविड-19 से न करें क्योंकि वह पूरी तरह से नया वायरस था और हममें से किसी में भी इसके खिलाफ प्रतिरक्षा नहीं थी... एचएमपीवी का वर्णन 2001 से किया जा रहा है और साक्ष्यों के आधार पर भी, यह 1950 के दशक के उत्तरार्ध से शुरू होता है... 10 वर्ष की आयु तक, अधिकांश बच्चों में इसके खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित हो जाती है..."Andhra Preadesh HMPV Virus Outbreak News Live: एचएमपीवी पर अलर्ट पर आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश सरकार ने रविवार को इस संबंध में विज्ञप्ति जारी की थी। आंध्र प्रदेश की लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण निदेशक के. पद्मावती ने कहा कि यह वायरस कोविड-19 की तरह ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। यह मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है।Karnataka HMPV Virus Outbreak News Live: अलर्ट मोड में कर्नाटक सरकार
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है। यह वायरस अब धीरे-धीरे भारत में भी पैर पसारने लगा है। भारत में अब तक इस वायरस के तीन केस सामने आ चुके हैं। कर्नाटक के बेंगलुरु में दो बच्चों में इस वायरस की पुष्टि हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया भी एक्शन में आ गए हैं। कर्नाटक के सीएम ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चीन में फैल रहे एचएमपीवी वायरस से संक्रमित दो बच्चे बेंगलुरु में मिले हैं। इसे देखते हुए मैंने तत्काल कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से बात की। बताया जा रहा है कि ये वायरस खतरनाक नहीं है। इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी जरूर कदम उठाएंगे। लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है।एचएमपीवी वायरस से कैसे बचें
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने कहा, "...घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हमें निश्चित रूप से सतर्क रहना होगा और सावधानी बरतनी होगी। यह वायरस नया नहीं है। यह सालों से है। संक्रमण के मामले खास तौर पर सर्दियों में देखे जाते हैं। इस वायरस के संक्रमण के लिए कोई टीका या विशिष्ट दवा नहीं है, लक्षणों के अनुसार उपचार प्रदान किया जाता है। अगर हम सब कुछ बनाए रखते हैं, तो 5-7 दिनों में ठीक हो जाते हैं। वायरल संक्रमण उन लोगों में अधिक आम हो सकता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में... अगर आपको बुखार, सर्दी या खांसी का अनुभव होता है - तो बाहर न निकलें और खुद को अलग रखें... अगर आपको जरूरी लगे, तो मास्क का इस्तेमाल करें... (राज्य में) एक मामला सामने आया है, इसलिए सावधानी बरतनी होगी लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है...HMPV Virus Vaccine: एचएमपीवी वायरस के लिए कौन सा टीका
बेंगलुरु के एचसीजी अस्पताल के सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट विशाल राव ने एचएमपीवी वायरस के बारे में कहा, "इस वायरस के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है, लेकिन अगर आपने फ्लू का टीका लगवा लिया है, कोविड वायरस के तीन वैक्सीन डोज ले लिए हैं, तो आपके पास पहले से ही प्रतिरक्षा है... यह ऐसा कुछ नहीं है जो कोविड की तरह मेरे बात करने या सांस लेने से फैलेगा। एचएमपीवी वायरस के साथ ऐसा नहीं है क्योंकि यह खांसी के कारण होने वाला ड्रॉपलेट संक्रमण है। आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।"Delhi HMPV Virus Outbreak News Live: दिल्ली में अलर्ट पर स्वास्थ्य विभाग
कर्नाटक में एचएमपीवी के दो मामलों के मद्देनजर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को दिल्ली में पूरी व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा- “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह के अनुसार सभी अस्पतालों को सांस संबंधी बीमारियों में संभावित वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को राजधानी में तैयारियों के बारे में समय पर अपडेट प्राप्त करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संपर्क में रहना चाहिए। कार्रवाई में देरी करने की कोई आवश्यकता नहीं है, यदि निर्देश की आवश्यकता हो तो तुरंत फोन पर मुझसे संपर्क करें। स्वास्थ्य सचिव प्रतिदिन तीन अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे और मंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे। स्वास्थ्य सचिव ईडीएल सूची, दवा और आईसीयू बेड की उपलब्धता, उपकरणों और पीएसए संयंत्रों की स्थिति, डेटा एंट्री ऑपरेटरों की उपलब्धता की प्रतिदिन रिपोर्ट देंगे।”कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, घबराने की जरूरत नहीं
कर्नाटक सरकार ने सोमवार को आश्वासन दिया कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं है। बेंगलुरु में एचएमपीवी के दो मामले सामने आने के बाद राज्य सरकार ने यह बात कही। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इन दोनों मरीजों का अंतरराष्ट्रीय यात्रा का कोई इतिहास नहीं हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि हमें घबराना चाहिए, क्योंकि एचएमपीवी कोई नया वायरस नहीं है। वायरस देश में पहले से ही मौजूद है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह भारत में एचएमपीवी का पहला मामला है, जो सच नहीं है क्योंकि एचएमपीवी वायरस देश में पहले से ही मौजूद है और कुछ प्रतिशत लोग इस वायरस से संक्रमित होते हैं तथा यह कोई नयी बात नहीं है।’’डब्ल्यूएचओ भी दिख रहा है अलर्ट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) पहले से ही चीन में स्थिति के बारे में समय पर अद्यतन सूचनाएं दे रहा है ताकि संक्रमण से बचाव के उपायों के बारे में और अधिक जानकारी मिल सके। मंत्रालय ने कहा कि देश भर में हाल में की गई तैयारियों से पता चलता है कि भारत श्वसन संबंधी बीमारियों में किसी भी संभावित वृद्धि से निपटने के लिए तैयार है और जरूरत पड़ने पर सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय तुरंत लागू किए जा सकते हैं।कर्नाटक में एचएमपीवी के दो मामले
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के दो मामलों का पता लगाया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय ने बताया कि तीन महीने की बच्ची को ‘ब्रोंकोन्यूमोनिया’ की शिकायत थी और उसे बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने का पता चला था। उसे पहले ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। ‘ब्रोन्कोन्यूमोनिया’ से पीड़ित आठ महीने के एक शिशु को तीन जनवरी को बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद जांच में उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने का पता चला। बताया जाता है कि शिशु के स्वास्थ्य में अब सुधार है।आठ महीने के शिशु के एचएमपीवी से संक्रमित होने की आशंका
बेंगलुरु में आठ महीने के एक शिशु के ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) से संक्रमित होने की आशंका है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शहर के एक निजी अस्पताल में यह मामला सामने आया है। सूत्रों ने बताया कि नमूने का अब तक प्रयोगशाला (सरकारी) में परीक्षण नहीं हुआ है तथा इसकी पुष्टि की प्रतीक्षा की जा रही है।कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने चार जनवरी को कहा था कि कर्नाटक में एचएमपीवी से संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है।दिल्ली में एचएमपीवी को फैलने से रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए
दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने ‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी)’ और श्वास संबंधी अन्य संक्रमण से जुड़ी संभावित स्वास्थ्य चुनौतियों के सिलसिले में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए रविवार को परामर्श जारी किया। एक बयान के अनुसार, महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) डॉ. वंदना बग्गा ने दिल्ली में सांस संबंधी बीमारियों से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए रविवार को मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों और आईडीएसपी के राज्य कार्यक्रम अधिकारी के साथ बैठक की।Congress New Office: कांग्रेस का नया मुख्यालय बनकर तैयार, 15 जनवरी को सोनिया गांधी करेंगी उद्घाटन
UP IPS Transfer: यूपी पुलिस प्रशासन में बड़ा फेरबदल, 8 जिलों के SP सहित 12 IPS अफसरों के तबादले
दिल्ली में बनेगा पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक, मोदी सरकार ने दी मंजूरी
Vande Bharat: श्री माता वैष्णो देवी कटरा से श्रीनगर बस 3 घंटे का सफर, वंदे भारत एक्सप्रेस की होने जा रही शुरूआत
Atul Subhash Suicide: कोर्ट ने अतुल सुभाष के बेटे की कस्टडी दादी को देने से किया इनकार, दिया ये तर्क
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited