HMPV Virus Outbreak News Live: भारत में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट... चीन में बिगड़ने लगे हालात
HMPV Virus Outbreak News, HMPV Virus Cases in India (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) 8 January 2024 Updates:भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामला सामने आ रहे हैं। अब तक कुल पांच मामले सामने आ चुके हैं। इन मामलों के सामने आने के बाद केंद्र सरकार अलर्ट है और उसने राज्यों को आईएलआई और एसएआरआई सहित श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने और एचएमपीवी संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। वहीं, इस नए वायरस को लेकर चीन फिर संदेह के घेरे में है। चीन में वायरस से हालात बिगड़ने लगे हैं। वुहान में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन से HMPV की पूरी जानकारी मांगी है। जानिए ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को लेकर हर अपडेट-
HMPV Virus Outbreak News Live: भारत में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट... चीन में बिगड़ने लगे हालात
- भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले लगातार सामने आ रहे हैं
- अब तक कुल पांच मामले सामने आ चुके हैं, इसे लेकर केंद्र सरकार अलर्ट
- केंद्र ने राज्यों को निगरानी बढ़ाने और एचएमपीवी संक्रमण रोकथाम की जागरूकता फैलाने की सलाह दी
- नए वायरस को लेकर चीन फिर संदेह के घेरे में, चीन में वायरस से हालात बिगड़ने लगे
- वुहान में स्कूलों को बंद कर दिया गया, वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर WHO ने चीन से मांगी पूरी जानकारी
ग्रीस में HMPV वायरस ने दी दस्तक
ग्रीस ने 71 वर्षीय व्यक्ति में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के पहले मामले की पुष्टि की है। राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन ने चिकित्सा कर्मचारियों को कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने और सख्त स्वच्छता उपायों को बनाए रखने की सलाह दी है।पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने एचएमपीवी वायरस के खिलाफ तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य में श्वसन संबंधी बीमारी का कोई मामला सामने नहीं आया है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।गुजरात के साबरकांठा में HMPV का संदिग्ध मामला आया सामने
गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर शहर में HMPV का एक संदिग्ध मामला सामने आया।मणिपुर में भी HMPV वायरस को लेकर हो रही तैयारियां
देश में एचएमपीवी वायरस को लेकर जारी चिंताओं के बीच मणिपुर के विभिन्न अस्पतालों में वायरस से निपटने की तैयारियों को लेकर मॉल ड्रिल हुई। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि राज्य में अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। साथ ही घबराने की कोई जरूरत नहीं है।जम्मू में स्पेशल वार्ड बनाया गया
देश में एचएमपीवी वायरस के मामलों के बीच जम्मू और कश्मीर स्वास्थ्य विभाग ने संभावित वायरस से निपटने के लिए जम्मू में एक विशेष आईसीयू वार्ड स्थापित किया है।झारखंड में रिम्स और एमजीएम में बने नोडल सेंटर
झारखंड में स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यनूमो वायरस) के संदिग्धों की स्क्रीनिंग की प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई है। रांची स्थित राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) और जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज को नोडल सेंटर बनाते हुए सैंपल की जांच की व्यवस्था की गई है।राज्यों को दी गई जरूरी रोकथाम की सलाह
राज्यों को सलाह दी गई कि वे वायरस के संक्रमण की रोकथाम के बारे में लोगों के बीच सूचना और जागरूकता फैलाएं, जैसे कि साबुन और पानी से बार-बार हाथ धोना, गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को नहीं छूना, रोग के लक्षण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना और खांसते एवं छींकते समय मुंह एवं नाक को ढंकना।वायरस को हल्के में न लें
इस बीच, कर्नाटक में भाजपा ने राज्य सरकार से वायरस को हल्के में नहीं लेने का आग्रह किया क्योंकि इसने चीन में तबाही मचा दी है। सोमवार को बेंगलुरु में दो बच्चों के वायरस से संक्रमित पाए जाने के मद्देनजर विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि प्रशासन को तुरंत सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता और आईसीयू बिस्तर की स्थिति की जांच करनी चाहिए। अशोक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव के लोगों से शांत रहने के बयान का उद्देश्य लोगों को घबराने से रोकना था, लेकिन जब जनता को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं हो तो किसी भी वायरस को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।ओडिशा सरकार अलर्ट
ओडिशा सरकार ने राज्य में सभी चिकित्सा सुविधाओं और प्रयोगशालाओं को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। मंगलवार सुबह भुवनेश्वर में एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मुकेश महालिंग ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में एचएमपीवी के कुछ मामले सामने आए हैं। हालांकि, ओडिशा में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है। इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है।नागपुर में एचएमपीवी के दो संदिग्ध मामले
नागपुर में एचएमपीवी के दो संदिग्ध मामले सामने आये, दोनों बच्चे सात और 14 साल के हैं, जिनका इलाज एक निजी अस्पताल के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में किया गया। नागपुर के जिलाधिकारी विपिन इटनकर ने संवाददाताओं को बताया कि उनके नमूनों की जांच की गई और उन्हें संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया गया। उन्होंने कहा, नागपुर में एचएमपीवी रोगियों के बारे में मीडिया की रिपोर्ट गलत है। मंगलवार को स्वास्थ्य अधिकारियों ने दोहराया कि खतरे की कोई वजह नहीं है, लेकिन कई राज्य सरकारों ने कहा है कि वे अलर्ट पर हैं।एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम से प्राप्त आंकड़े
बैठक चीन में एचएमपीवी मामलों में वृद्धि की खबरों के बीच आयोजित की गई थी और उसी दिन कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में एचएमपीवी के पांच मामलों की पुष्टि हुई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम से प्राप्त आंकड़े देश में कहीं भी आईएलआई और एसएआरआई जैसी बीमारियों में असमान्य वृद्धि का संकेत नहीं देते हैं।केंद्र-राज्यों की बैठक
देश में सोमवार को एचएमपीवी का पहला मामला सामने आया, जब कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पांच बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा है कि सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है। एचएमपीवी वायरस एक रोगजनक है जो सभी आयु वर्ग के लोगों में श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने सोमवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ एक डिजिटल बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में स्वास्थ्य सचिव ने देश में श्वसन संबंधी बीमारियों और एचएमपीवी मामलों एवं उनके प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का जायजा लिया गया।अब तक पांच मामले सामने आए
अब तक पांच मामले सामने आने के बाद केंद्रअलर्ट है ने राज्यों को आईएलआई और एसएआरआई सहित श्वसन संबंधी बीमारियों की निगरानी बढ़ाने तथा एचएमपीवी संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है। आईएलआई, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी है जबकि एसएआरआई, गंभीर तीव्र श्वसन संबंधी रोग है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एचएमपीवी संक्रमण के दो संदिग्ध मामले सामने आए। दोनों मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि उनके नमूने नागपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजे गए हैं।सरकार की स्थिति पर करीबी नजर
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को महाराष्ट्र के नागपुर से एचएमपीवी संक्रमण के दो संदिग्ध मामले सामने आए। दोनों मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अधिकारी ने बताया कि उनके नमूने नागपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजे गए हैं। देश में सोमवार को एचएमपीवी का पहला मामला सामने आया, जब कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पांच बच्चों में संक्रमण की पुष्टि हुई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने कहा है कि सरकार स्थिति पर करीबी नजर रख रही है और चिंता की कोई बात नहीं है।HMPV से चीन में बिगड़ने लगे हालात, वुहान में स्कूल बंद
चीन में वायरस से हालात बिगड़ने लगे हैं। वुहान में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। बच्चों में बढ़ते मामलों को देखते हुए ही ये फैसला लिया गया है। वायरस के बढ़ते मामलों से WHO भी टेंशन में आ गया है। उसने चीन से HMPV की पूरी जानकारी मांगी है।HMPV के बढ़ते मामलों के बाद केंद्र सरकार अलर्ट, स्वास्थ्य सचिव ने की बैठक
भारत में ह्यूमन मेटानिमोवायरस (HMPV) संक्रमण के कुछ मामले सामने आने के बाद केंद्र ने राज्यों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संबंधी रोग (SARI) सहित श्वसन संबंधी बीमारियों के लिए निगरानी बढ़ाने को कहा है। साथ ही एचएमपीवी की रोकथाम के बारे में जागरूकता फैलाने की सलाह दी है।PM मोदी का विशाखापत्तनम में रोड शो, CM नायडू और पवन कल्याण भी रहे मौजूद; लगे 'मोदी-मोदी' के नारे
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