Hooghly violence: पश्चिम बंगाल हिंसा की जांच करने पहुंचे दल को पुलिस ने रोका, पूर्व जज बोले- डरी हुई है सरकार

पटना उच्च न्यायालय के पुर्व मुख्य न्यायाधीश नरसिम्हा रेड्डी के नेतृत्व में छह सदस्यीय दल तथ्यों का पता लगाने के लिए आज हुगली पहुंच रहा था। जानकारी के मुताबिक, घटनास्थल से तीन किलोमीटर पहले ही जांच दल को रोक दिया गया।

Hooghly violence

पुलिस और जांच दल के सदस्यों के बीच कहासुनी

West Bengal News: पश्चिम बंगाल में बीते सप्ताह राम नवमी के दिन हुई सांप्रदायिक हिंसा मामले में नया मोड़ आ गया है। यहां हिंसा की जांच करने के लिए पहुंचे छह सदस्यीय दल को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया, जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया। बता दें, पटना उच्च न्यायालय के पुर्व मुख्य न्यायाधीश नरसिम्हा रेड्डी के नेतृत्व में छह सदस्यीय दल तथ्यों का पता लगाने के लिए आज हुगली पहुंच रहा था।

पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद पूर्व न्यायाधीश नरसिम्हा रेड्डी ने कई बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, पुलिस का कहना है कि पूरे इलाके में धारा 144 लागू की गई है, इसलिए उन्हें वहां जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा, असल में पुलिस डरी हुई है क्योंकि उनका पर्दाफाश हो जाएगा।

घटनास्थल से तीन किमी दूर रोका गया जांच दलजानकारी के मुताबिक, पुलिस ने जांच दल को घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर ही रोक दिया। पुलिस का कहना है कि यह इलाका अभी भी अशांत है और यहां पर धारा 144 लागू है। जांच दल के वहां पहुंचने से कई लोग इकट्ठा हो सकते हैं, जिससे फिर से स्थिति बिगड़ सकती है।

पुलिस ने कई लोगों को किया है गिरफ्ताररामनवमी के दिन पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था। यहां रिशरा थाने में दर्ज एफआईआर के तहत पहले दिन 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद अलग- अलग इलाकों में भी पुलिस ने छापेमारी कर अन्य लोगों को हिरासत में लिया था। बता दें, हिंसा के बाद भाजपा और टीएमसी एक बार फिर आमने सामने हैं। दोनों दलों के नेता एक दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रहे हैं।

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प्रांजुल श्रीवास्तव author

मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेरी भाषाई समझ को गढ़ने और तराशने में कई वरिष्ठ पत्रक...और देखें

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