Rain News Update: हिमाचल में अब तक 71 की मौत, उत्तराखंड में गई 10 की जान, जानिए बारिश का अपडेट
भले ही देश के कई हिस्सों में मानसून का दौर खत्म हो गया हो, लेकिन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मौसम की मार जारी है। यहां भारी बारिश और भूस्खलन से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। खासतौर पर हिमाचल से रोजाना दिल दहलाने वाले हादसे सामने आ रहे हैं। कहीं मंदिर ढह गए तो कहीं कई मकान जमींदोज हो गए। वहीं, उत्तराखंड में भी भारी बारिश से कई लोगों की मौत हुई है। इसके चलते चारधाम यात्रा भी रोकी गई थी। जानिए अब तक का अपडेट।
Rain News Update: हिमाचल में अब तक 71 की मौत, उत्तराखंड में गई 10 की जान, जानिए बारिश का अपडेट
HP, Jharkhand Weather Forecast , Mausam in Himachal Pradesh, Jharkhand : हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश का कहर लगातार जारी है। लगातार बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन में कई लोगों की मौत हो गई है। खास तौर पर हिमाचल प्रदेश में बारिश ने जैसा तांडव मचाया है वैसा कभी देखा नहीं गया है। करीब दो महीने से हिमाचल में मौसम की मार जारी है। वहीं, उत्तराखंड में भी बारिश अपना रौद्र रूप दिखा रही है। इसके अलावा महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों में भी मौसम कहर बरपा रहा है। जानिए देशभर का अपडेट।
तो क्या सारे भारत को भिगोने आ रही है बारिश?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD ) ने गुरुवार को अपने लेटेस्ट अपडेट में पूरे भारत में भारी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी ने कहा कि गुरुवार और शनिवार को पूर्वी तथा आसपास के मध्य भारत में, साथ ही गुरुवार और 21 अगस्त को पूर्वोत्तर में भारी बारिश होने की संभावना है, पढें पूरी खबरशिमला मंदिर आपदा में मरने वालों की संख्या पहुंची 14
हिमाचल प्रदेश की राजधानी में भूस्खलन के कारण मंदिर ढहने की घटना के चौथे दिन गुरुवार को फिर से खोज अभियान शुरू करते हुए बचावकर्मियों ने एक शव बरामद किया। इसके साथ ही घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई। एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि शव हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर का है। इसे आपदा स्थल से दो किमी दूर से बरामद किया गया। अधिकारियों को आशंका है कि मिट्टी के ढेर में अभी कम से कम सात लोग और फंसे हो सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि एक शव को छोड़कर सभी की पहचान कर ली गई और उन्हें उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया। लोगों के रिश्तेदारों ने उनके ठिकाने के बारे में जानने के लिए स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया है। एक बचावकर्ता ने कहा कि अब तक हमें सात लापता लोगों के बारे में जानकारी मिली है और हम उनका पता लगाने के काम में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मृतकों में एक ही परिवार के सात सदस्य शामिल हैं, इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं, जो आपदा के समय शिव बावड़ी मंदिर के अंदर थे। समर हिल मार्केट में एक दुकान के मालिक 60 वर्षीय पवन शर्मा, उनकी 57 वर्षीय पत्नी संतोष शर्मा, 32 वर्षीय बेटा अमन शर्मा, 27 वर्षीय बहू अर्चना शर्मा और 12 से 1.5 साल की उम्र की तीन पोतियां एक हवन के लिए मंदिर थीं, जब वह ढह गया।दून के जाखन में भूस्खलन से 10 मकान जमींदोज
देहरादून की विकासनगर तहसील के बिन्हार क्षेत्र के जाखन गांव में भूस्खलन में 10 मकान जमींदोज हो गये जबकि एक दर्जन अन्य में दरारें आ गयीं जिसके कारण सुरक्षा कारणों से वहां के सभी 100 .120 निवासियों को अन्यत्र स्थानांतरित करना पड़ा । विकासनगर के तहसीलदार प्रेम सिंह ने बताया कि बुधवार अपराहन भूस्खलन से गांव के 10 मकान जमींदोज हो गए जबकि एक दर्जन अन्य मकानों में दरारें आ गयीं। उन्होंने कहा कि गनीमत रही कि गांव के ज्यादातर लोग अपने घरों से बाहर थे या भूस्खलन की आवाज सुनकर बाहर आ गए जिससे घटना में जनहानि होने से बच गयी। उन्होंने बताया कि भूस्खलन से पूरा गांव खतरे की जद में आ गया जिसे देखते हुए गांव के सभी 100.120 निवासियों को निकटवर्ती पष्टा गांव के सरकारी स्कूल में बनाए गए राहत शिविर में स्थानांतरित कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिनों से गांव से करीब 100 मीटर की दूरी पर पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा था और गांव के कुछ मकानों में दरारें दिख रही थीं।बचाव अभियान जारी
पिछले 24 घंटों में कांगड़ा जिले के इंदौरा और फतेहपुर उपमंडलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों से 1,731 लोगों को बचाया गया है। जिंदल ने कहा कि वायुसेना के हेलीकॉप्टरों, सेना के जवानों और एनडीआरएफ की मदद से बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने का अभियान जारी है। एक मौसम अधिकारी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून के 54 दिनों में 742 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि 1 जून से 30 सितंबर के बीच सीजन का औसत 730 मिमी दर्ज किया गया था। शिमला मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरिंदर पॉल ने पीटीआई को बताया कि इस जुलाई में राज्य में दर्ज की गई बारिश ने पिछले 50 वर्षों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया।उत्तराखंड में मरने वालों की संख्या 10 हुई
उत्तराखंड के लक्ष्मण झूला में सोमवार को भारी बारिश के बाद भूस्खलन की चपेट में आए एक रिसॉर्ट के मलबे से एक दंपति और उनके बेटे सहित चार शव बरामद किए गए। पौडी में एसएसपी कार्यालय ने बताया कि दो शव मंगलवार देर रात और दो शव बुधवार को बरामद किए गए। इन चार शवों की बरामदगी के साथ उत्तराखंड में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।शिव मंदिर के मलबे में अब भी कुछ शव दबे होने की आशंका
अब तक समर हिल से 13, फागली से पांच और कृष्णा नगर से दो शव बरामद किए गए हैं। समर हिल में सोमवार को ढहे शिव मंदिर के मलबे में अभी भी कुछ शवों के दबे होने की आशंका है। लगातार बारिश के कारण भूस्खलन की आशंका के कारण कृष्णा नगर में लगभग 15 घरों को खाली करा लिया गया है और परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।पंजाब में अचानक आई बाढ़
पंजाब में अचानक आई बाढ़ वहीं, पोंग और भाखड़ा बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद पंजाब ताजा बाढ़ का सामना कर रहा है। होशियारपुर, गुरदासपुर और रूपनगर जिलों के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि भाखड़ा और पोंग बांधों में जल स्तर 1,677 फीट और 1,398 फीट है।शिमला में आज भी स्कूल-कॉलेज बंद
शिमला में आज भी स्कूल-कॉलेज बंद। प्रशासन प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्यों में जुटा हुआ है।समर हिल, फागली और कृष्णा नगर भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित
हिमाचल में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिससे शिमला सहित कई जिलों में भूस्खलन हुआ है। यहां तीन इलाके- समर हिल, फागली और कृष्णा नगर भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हैं।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 214 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 अभी भी लापता हैं। शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि समर हिल और कृष्णा नगर इलाकों में बचाव अभियान जारी है। समर हिल साइट से एक शव बरामद किया गया है।उत्तराखंड में आज भी बारिश का येलो अलर्ट
देहरादून में भूस्खलन से 8-10 मकान ढहे, उत्तराखंड में आज भी बारिश का येलो अलर्ट।हिमाचल में जून से अब तक 214 की मौत
हिमाचल में रविवार से भारी बारिश हो रही है, जिससे शिमला सहित कई जिलों में भूस्खलन हुआ है। यहां तीन इलाके- समर हिल, फागली और कृष्णा नगर भूस्खलन से बुरी तरह प्रभावित हैं।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 214 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 38 अभी भी लापता हैं। शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि समर हिल और कृष्णा नगर इलाकों में बचाव अभियान जारी है। समर हिल साइट से एक शव बरामद किया गया है।हिमाचल में अब तक 71 की मौत
हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 71 लोगों की जान चली गई है। राज्य आपदा प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार, जारी बारिश के कारण 1,762 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए, और 8,952 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा इस मानसून सीज़न में 113 भूस्खलन हुए हैं।हिमाचल में अगले 48 घंटों में बारिश का अनुमान
हिमाचल में आने वाले 48 घंटों में राज्य में कई स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। कांगड़ा, मंडी और शिमला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और अन्य ज़िलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। कल बिलासपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और चंबा के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों-देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत हरिद्वार में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।जोशीमठ में बड़ा हादसा
उत्तराखंड में भी जमकर बारिश हो रही है, जिससे भूस्खलन का खतरा मंडराने लगा है। यहां चमोली के जोशीमठ में भी बड़ा हादसा हो गया। एक क्रेशन प्लांट के पास मकान भरभराकर गिर गया, जिसमें 7 मजदूर दब गए। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के पीछे दो तंत्र काम कर रहे हैं।हिमाचल प्रदेश में 7 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण राज्य में 12 में से 11 जिलों में 857 सड़कों पर यातायात अवरुद्ध है। 4,285 ट्रांसफार्मर और 889 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। राज्य आपात अभियान केंद्र के अनुसार, 22 जून से 14 अगस्त तक मानसून के दौरान हिमाचल प्रदेश को 7,171 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। राज्य में बादल फटने तथा भूस्खलन की कुल 170 घटनाएं हुई हैं और करीब 9,600 मकान आंशिक या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।उत्तराखंड के हेलंग में मकान भड़भरा कर गिरा, 2 की मौत
चमोली के जोशीमठ के हेलंग में चल रहे एक क्रेशर प्लांट के पास एक मकान भड़भरा कर गिर गया जिसमें सात लोग दब गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने चार लोगों को रेस्क्यू कर हॉस्पिटल में भर्ती कराया। एक घायल की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं रेस्क्यू टीम ने मलबे में दबे दो घायलों को बुधवार सुबह रेस्क्यू किया और एक शव बरामद किया। अलकनंदा नदी के पास बने इस भवन में क्रशर यूनिट में काम करने वाले लोग रहते थे। वहीं मौके पर राहत बचाव कार्य जारी है।हिमाचल में तबाही का मंजर
हिमाचल प्रदेश में एक फौरी राहत के बाद तबाही का मंजर फिर से लौट आया है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिस कारण बड़े हादसे हो रहे हैं। राज्य में बारिश के कारण हुई अलग-अगल घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि मृतकों का आंकड़ा और भी ज्यादा बढ़ सकता है।पौड़ी जिले के श्रीनगर में हनुमान मंदिर ने ली जलसमाधि
उत्तराखंड में बारिश का कहर लगातार देखने को मिल रहा है। पहाड़ों पर हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। कुछ ऐसा ही दृश्य पौड़ी जिले के श्रीनगर में देखने को मिला जहां जलविद्युत परियोजना में झील के कटान के कारण 100 साल पुराना हनुमान मंदिर और बरगद का पेड़ पलक झपकते ही झील में समा गया। घटना का वीडियो स्थानीय लोगों ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया। वीडियो अब वायरल भी हो रहा है। हालांकि, इस प्राचीन हनुमान मंदिर में स्थापित मूर्ति को कुछ साल पहले ही बनाए गए नए मंदिर स्थापित कर दिया गया है। अब मंदिर के आस- पास रहने वाले परिवारों को भी डर सताने लगा है।अगले 4 से 5 दिनों में भारी बारिश जारी रहने की संभावना
मौसम विभाग ने बताया है कि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 4 से 5 दिनों के दौरान भारी बारिश जारी रहने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ट्रफ रेखा 20 अगस्त के आसपास फिर से उत्तर की ओर बढ़ेगी, इसके बाद हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में फिर से भारी बारिश हो सकती है।होशियारपुर और रूपनगर जिलों में कई गांव जलमग्न
पंजाब के होशियारपुर जिले में व्यास नदी और रूपनगर में सतलुज नदी के आसपास के कई गांव पोंग और भाखड़ा बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद जलमग्न हो गए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कई ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। गुरदासपुर जिला प्रशासन ने भी निचले इलाकों और व्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। पोंग बांध से पानी छोड़ने का फैसला लिये जाने के बाद, पंजाब सरकार ने सोमवार को जारी एक परामर्श में गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरणतारण जिलों में लोगों से व्यास नदी के निकट नहीं जाने को कहा है।उत्तराखंड: मदमहेश्वर में फंसे 52 श्रद्धालुओं को निकाला गया
उत्तराखंड के मदमहेश्वर में भारी बारिश में पुल ध्वस्त होने के कारण फंसे 52 श्रद्धालुओं को मंगलवार को राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने एक अभियान चलाकर सुरक्षित निकाल लिया जबकि अन्य को निकालने का कार्य जारी है। उधर, भूस्खलन तथा नदी में बहने की घटनाओं में लापता तीन और व्यक्तियों के शव बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि सोमवार सुबह अतिवृष्टि के कारण 11,473 फीट की उंचाई पर स्थित मदमहेश्वर पैदल मार्ग पर राशि गौंडार पुल टूटने तथा वहां पहुंचने वाले मार्ग का एक हिस्सा ध्वस्त होने से वहां 100-150 श्रद्धालु फंस गए थे।सूचना मिलने पर एसडीआरएफ ने मौके पर पहुंच कर बचाव अभियान शुरू किया और ‘रोप रिवर क्रासिंग मेथड’ का प्रयोग कर शाम तक वहां फंसे 52 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया।दिल्ली : खतरे के निशान के पार जाने के बाद यमुना के जलस्तर में गिरावट
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को खतरे के निशान के पार 205.33 मीटर पर पहुंच गया था, लेकिन एक दिन बाद बुधवार सुबह जलस्तर घटना शुरू हो गया। यमुना नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में गत दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से मंगलवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) की वेबसाइट के अनुसार, बुधवार सुबह आठ बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर जलस्तर 205.14 मीटर था। जलस्तर मंगलवार दोपहर तीन बजे चेतावनी के निशान 204.5 मीटर को पार गया था और रात 10 बजे तक तेजी से 205.39 मीटर तक पहुंच गया। सीडब्ल्यूसी के एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि, दिल्ली में नदी का जलस्तर निकासी अभियान शुरू करने के स्तर 206.00 मीटर तक नहीं बढ़ेगा, बशर्ते पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक बारिश न हो। दिल्ली में बुधवार को हल्की बारिश हुई और अगले कुछ दिन तक मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, पांच की मौत, नौ अन्य लापता
उत्तराखंड के विभिन्न इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण चारधाम यात्रा 15 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई जबकि प्रदेश भर में वर्षा से संबंधित विभिन्न घटनाओं में पांच व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी तथा नौ अन्य लापता हो गए। लगातार बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कें भूस्खलन के कारण अवरूद्ध हो गईं और गंगा सहित प्रदेश की छोटी-बड़ी नदियां उफान पर आ गयीं जिससे बने बाढ़ जैसे हालात के चलते नदियों के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।घटना का वीडियो वायरल
कृष्णानगर इलाके की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा है, जिसमें घटनास्थल के आसपास के घरों के लोग चीखते-चिल्लाते हुए प्रभावित घर में मौजूद लोगों से वहां से चले जाने को कह रहे हैं। वीडियो में लोगों की मदद के लिए पुकारने और बचाने के लिए भागने का दिल दहला देने वाले दृश्य दिख रहा है। भूस्खलन की तेज आवाज सुनकर मौके पर पहुंची एक महिला ने बताया कि मेरे पति मलबे में फंसे हुए हैं। बूचड़खाने के कर्मचारी आत्मा राम ने बताया कि उनके प्रबंधक के मलबे में फंसे होने की आशंका है। घटना के बाद कम से कम 15 परिवार बेघर हो गए हैं।शिमला में समर हिल और फागली में भूस्खलन
HP, Uttarakhand, Jharkhand Weather Forecast Today Live Updates: हिमाचल प्रदेश के शिमला में समर हिल और फागली में भूस्खलन हुआ है। समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर में भूस्खलन से उस समय तबाही मच गई जब कुछ श्रद्धालु मंदिर के अंदर पूजा अर्चना कर रहे थे। शिमला के पॉश समर हिल इलाके में शर्मा परिवार के तीन मंजिला घर पर सन्नाटा पसर गया है। तीन बच्चों समेत परिवार के 7 सदस्य शिव बावड़ी मंदिर के अंदर थे जो सोमवार को बादल फटने से बह गया, जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।Bulldozer Action: 'कार्यपालिका जज नहीं बन सकती, आरोपी का घर गिराने वाली सरकारें दोषी...' बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला
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