भारत में हाइब्रिड इम्युनिटी बनेगी रामबाण ! जानें चीन जैसा क्यों नहीं होगा हाल
Covid-19 In India: हाइब्रिड इम्युनिटी उस स्थिति को कहते हैं जब लोगों में रोग प्रतिरोधी क्षमता डेवलप हो जाती है। भारत में वैक्सीन लगने और लोगों के संक्रमित होने के कारण बड़े पैमाने पर हाइब्रिड इम्युनिटी विकसित हो गई है। इसकी वजह से एक्सपर्ट का मानना है कि भारत में चीन जैसी स्थिति नहीं आने वाली है।
भारत में खतरा कम !
- भारत में वैक्सीन की 95 करोड़ सेकंड डोज लग चुकी है।
- इसके अलावा दूसरी और तीसरी लहर में बड़े पैमाने पर लोग संक्रमित हो चुके हैं।
- हालांकि अभी तक केवल 30 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज लगवाया है।
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- शुरू में चीन ने जीरो पॉलिसी अपनाई थी, जिसकी वजह से वहां मामले सामने नहीं आए।
- इसके बाद जब उन्होंने टीकाकरण शुरू किया तो टीके अपने ही देश के बने इस्तेमाल किए, जिसकी विश्वसनीयता पर हमेशा सवाले उठेय़
- वहीं भारत में अब 220 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। इसमें से 95 करोड़ सेकंड डोज की वैक्सीन दी गई है।
- इसके अलावा भारत में तसीरी लहर में ओमीक्रॉन वैरिएंट का भारत में असर दिखा था, लेकिन वैक्सीनेशन के कारण दूसरी लहर जैसा हाल नहीं हुआ। और BF.7 वैरिएंट ओमीक्रॉन का ही सब वैरिएंट है। ऐसे में भारत की स्थिति में हाइब्रिड इम्युनिटी कारगर साबित हो सकती है।
- भारत में 30 फीसदी लोग बूस्टर डोज लगवा चुके हैं।
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