राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष तो फिर स्वतंत्रता दिवस समारोह में पांचवीं लाइन में क्यों? भड़की कांग्रेस ने बीजेपी पर बोला हमला
कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में राहुल गांधी के बैठने की तस्वीर साझा करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया कि रक्षा मंत्रालय इतना तुच्छ व्यवहार क्यों कर रहा है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चौथी पंक्ति में बैठे। नेता प्रतिपक्ष किसी भी कैबिनेट मंत्री से ऊपर है। लोकसभा में वह प्रधानमंत्री के बाद हैं।
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी स्वतंत्रता दिवस समारोह में पांचवीं लाइन में बैठे हुए
- राहुल गांधी को पीछे बैठाने पर विवाद
- मोदी सरकार के कई मंत्री पहली पंक्ति में
- जबकि नेता प्रतिपक्ष पांचवीं पंक्ति में
स्वतंत्रता दिवस समारोह में राहुल गांधी को पीठे बैठाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस, मोदी सरकार को प्रोटोकॉल की याद दिलाते हुए हमला बोल रही है तो सरकार सफाई दे रही है। दरअसल राहुल गांधी इस समय देश में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर हैं। कांग्रेस का दावा है कि नेता प्रतिपक्ष के प्रोटोकॉल के हिसाब से उन्हें आगे की पंक्ति में होना चाहिए, लेकिन उन्हें पांचवीं पंक्ति में बैठाया गया, जो सरकार की कुंठा को दर्शाता है।
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राहुल गांधी क्यों बैठे पांचवीं पंक्ति में
कांग्रेस के उच्च सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी आज लालक़िले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में उसी स्थान पर बैठे जो उन्हें आवंटित किया गया था, उन्होंने सीट बदलने के लिए कोई अनुरोध नही किया था। राहुल पांचवीं पंक्ति की पांचवीं सीट पर बैठे थे। सूत्रों के अनुसार, प्रोटोकॉल के अनुसार LoP एक संवैधानिक पद है, जो कैबिनेट रैंक का होता है। जबकि सरकार के अन्य कैबिनेट मंत्री आगे की पंक्तियों में बैठे थे, राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठने की जगह दी गई। मल्लिकार्जुन खड़गे की सीट भी पांचवीं पंक्ति में थी, लेकिन वह वहां उपस्थित नहीं हुए।
सफाई में क्या कहा गया
दूसरी तरफ, सूत्रों ने कहा कि बैठने की सभी व्यवस्थाएं वरीयता तालिका के अनुसार की गईं थीं और इस साल यह निर्णय लिया गया कि पेरिस ओलंपिक के पदक विजेताओं को स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में सम्मानित किया जाएगा।
कांग्रेस ने क्या कहा
सुप्रिया श्रीनेत ने एक बयान में दावा किया, ‘‘छोटे मन के लोगों से बड़ी चीजों की उम्मीद करना बेमानी है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में पांचवीं लाइन में बिठा कर नरेन्द्र मोदी ने अपनी कुंठा जरूर दिखाई, लेकिन इससे राहुल गांधी को कोई फर्क नहीं पड़ता है। नेता प्रतिपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है, सरकार के मंत्री पहली पंक्ति में बैठे थे तो इन छुद्र मानसिकता वालों को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की भी कोई परवाह नहीं है।"
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