क्या सच में भारत जोड़ो यात्रा ने कांग्रेस को कर्नाटक जिता दिया? जानिए उन सीटों का हाल जहां गए थे राहुल गांधी
Karnataka Assembly Election Result: कर्नाटक चुनाव से कुछ महीनों पहले ही राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक पदयात्रा की थी। इस पदयात्रा का नाम भारत जोड़ो यात्रा दिया गया था। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा के कई सीटों पर भी दौरा किया था। जिसके कारण परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आए हैं।
कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा का कितना हुआ असर
Karnataka Assembly Election Result: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा याद है, जब हिमाचल और गुजरात में विधानसभा चुनाव हो रहे थे, तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत यात्रा पर थे, इस यात्रा की विरोधियों ने आलोचना भी की थी, लेकिन अब कर्नाटक जीत के बाद राजनीतिक हलकों में इस यात्रा का जबरदस्त चर्चा है। कहा जा रहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा ने जिता दिया है। राहुल गांधी कर्नाटक में कई दिनों तक इस यात्रा के दौरान रहे थे और पैदल चलते हुए लोगों से जनसंपर्क किया था।
कांग्रेस का क्या है दावा
कांग्रेस कर्नाटक की अगली सरकार बनाने के लिए तैयार है और पार्टी के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा को इसका श्रेय देने से नहीं कतरा रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दावा कर रहे हैं कि उन्होंने यात्रा के बाद मतदाताओं के रवैये में अंतर महसूस किया और राहुल गांधी द्वारा लोगों से उनके मुद्दों पर बात करने के बाद उनके कई चुनावी वादों को अंतिम रूप दिया गया।
क्या है सच्चाई
जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों से भारत जोड़ो यात्रा निकली थी, उनमें से 15 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है। शेष पांच में से तीन जद (एस) और दो भाजपा के खाते में गए है। बेल्लारी (एसटी), बेल्लारी सिटी, गुंडलूपेट, चल्लकेरे (एसटी), हिरियूर, मोलाकलमुरु, नागमंगला, श्रीरंगपटना, नंजनगुड (एससी), नरसिम्हाराजा, वरुणा, रायपुर ग्रामीण, गुबी और सिरा में कांग्रेस उम्मीदवार जीतने में सफल रहे। सर्वोदय कर्नाटक पार्टी के कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार ने मेलुकोटे में जीत हासिल की है।
भारत जोड़ो यात्रा का इम्पैक्ट
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने उन जगहों पर ध्याद केंद्रित किया था, जो कांग्रेस के गढ़ नहीं थे। कांग्रेस के गढ़ की जगह राहुल ने उन क्षेत्रों के माध्यम से यात्रा की, जहां भाजपा ने 2018 में जीत हासिल की थी। 2018 में भाजपा द्वारा जीते गए 12, कांग्रेस द्वारा 5 और जद (एस) द्वारा जीते गए 4 क्षेत्रों में समय बिताया। इससे हुआ ये कि जमीनी स्तर पर कांग्रेस मजबूत हुई, उसके वर्कर सक्रिय हो गए। राहुल गांधी ने लोगों से सीधा संवाद किया। जिसका असर वोट में दिखा और कांग्रेस इन क्षेत्रों में बढ़त बनाने में सफल रही।
वोट प्रतिशत में कितना फायदा
कुल मिलाकर, कांग्रेस ने 43% वोट हासिल किए। इसका वोट शेयर बॉम्बे कर्नाटक और हैदराबाद कर्नाटक क्षेत्रों में सबसे अधिक था। इस चुनाव में इसका वोट शेयर उन निर्वाचन क्षेत्रों में 2.9% अधिक था जहां से भारत जोड़ो यात्रा गुजरी। इससे पता चलता है कि भारत जोड़ो यात्रा ने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को पार्टी के लिए लामबंद किया। जिन निर्वाचन क्षेत्रों से यात्रा गुजरी, उनमें कांग्रेस के वोट शेयर में औसतन 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। सबसे अधिक वृद्धि मोलाकलमुरु में हुई जहां कांग्रेस का वोट शेयर 22% से बढ़कर 54% हो गया है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें
Chhattisgarh News: कृषि मंत्री रामविचार नेताम हादसे का शिकार, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
सुप्रीम कोर्ट ने सील किए गए क्षेत्र के ASI सर्वेक्षण की याचिका पर ज्ञानवापी मस्जिद समिति से मांगा जवाब
हीटर, ब्लोअर और गीजर… महाकुंभ-2025 में इन चीजों पर रहेगा बैन, टेंट में नहीं ला सकेंगे ये आइटम; योगी सरकार का बड़ा आदेश
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में एक और गिरफ्तारी, क्राइम ब्रांच ने 26 वर्षीय युवक को किया अरेस्ट
संभल की शाही जामा मस्जिद में सपा सांसद ने अदा की नमाज, सर्वेक्षण को लेकर कह दी ये बढ़ी बात
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited