यूपी के 26 जिलों में छापेमारी, 57 पीएफआई कार्यकर्ता हिरासत में
यूपी के 26 जिलों में छापेमारी
देश भर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े लोगों की तलाश में जारी अभियान के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और पुलिस की अन्य इकाइयों ने प्रदेश के 26 जिलों में छापेमारी कर 57 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने पत्रकारों को बताया कि पीएफआई एवं उसके अनुषांगिक संगठनों द्वारा देश के विभिन्न स्थानों पर की गयी हिंसा एवं उक्त संगठन के सदस्यों की बढ़ती हुई राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के दृष्टिगत जनपदीय पुलिस, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) के संयुक्त दलों ने छापेमारी की ।उन्होंने बताया पुलिस टीमों ने 26 जिलों में एक साथ संस्था के पदाधिकारियों एवं सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की जिसमें कुल 57 लोग हिरासत में लिये गये। कुमार ने बताया कि इस छापेमारी के उपरांत मौके से बरामद विभिन्न प्रकार के अभिलेखों एवं साक्ष्यों का संयुक्त रूप से विश्लेषण किया जा रहा है।कुमार ने बताया कि उपलब्ध अभिलेखों एवं साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।अपुष्ट रिपोर्ट के अनुसार पुलिस टीमों ने बुलंदशहर और सीतापुर में अलग-अलग स्थानों से चार लोगों को हिरासत में लिया है।देश भर में 90 से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में
देश के छह राज्यों में मंगलवार को ‘‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’’ (पीएफआई) के विभिन्न ठिकानों पर की गई कार्रवाई के दौरान उसके 90 से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।कट्टर इस्लाम का प्रसार करने के आरोपों का सामना कर रहे पीएफआई के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई पांच दिन पहले भी की गई थी।छापेमारी की कार्रवाई कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, महाराष्ट्र, असम और मध्य प्रदेश की राज्य पुलिस ने की है।गौरतलब है कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के नेतृत्व में विभिन्न एजेंसियों की टीमों ने 22 सितंबर को देश में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में पीएफआई के खिलाफ 15 राज्यों में छापेमारी की थी और उसके 106 नेताओं व कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। एनआईए, पीएफआई की संलिप्तता वाले 19 मामलों की जांच कर रही है।संबंधित राज्यों की पुलिस ने अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में मंगलवार को छापेमारी की कार्रवाई की । ऐसा लगाता है कि यह समन्वित कार्रवाई है। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस ने असम में 25, महाराष्ट्र में चार और दिल्ली में 30 लोगों कोा हिरासत में लिया है।उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में 21, गुजरात में 10 लोगों को और कर्नाटक में भी कई लोगों को हिरासत में लिया गया है।असम के अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न जिलों से पीएफआई के 25 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा 10 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गोलपाड़ा से गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद पांच को कामरूप (ग्रामीण) में और तीन को धुबरी में गिरफ्तार किया गया। बारपेटा, बक्सा, दरांग, उदलगुरी और करीमगंज में भी गिरफ्तारियां की गईं।मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने पहले कहा था कि राज्य सरकार ने आतंकवादी गतिविधियों के लिए कथित तौर पर एक तंत्र बना रहे संगठन को प्रतिबंधित करने के लिए केंद्र से आग्रह किया है।दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने राष्ट्रीय राजधानी में निजामुद्दीन और शाहीन बाग सहित कई स्थानों पर पीएफआई से संबद्ध ठिकानों पर छापेमारी के बाद मंगलवार को 30 लोगों को हिरासत में लिया।दिल्ली पुलिस की जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) सुमन नलवा ने पीएफआई के खिलाफ इस ‘‘संयुक्त कार्रवाई’’ की पुष्टि की और बताया कि 30 लोगों को अभी तक हिरासत में लिया गया है।इंदौर से चार कार्यकर्ता हिरासत में
आतंकी गतिविधियों के खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की अगुवाई में जारी देशव्यापी अभियान में मिले सुरागों के आधार पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार संदिग्ध कार्यकर्ताओं को इंदौर से हिरासत में लिया गया है।स्थानीय पुलिस के एक आला अधिकारी ने मंगलवार को इसकी पुष्टि की।अधिकारी ने विस्तृत विवरण दिए बगैर बताया कि एनआईए की अगुवाई वाले अभियान में मिले सुरागों के आधार पर पीएफआई के चार संदिग्ध कार्यकर्ताओं को शहर के अलग-अलग इलाकों से सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात राज्य पुलिस ने हिरासत में लिया।गौरतलब है कि एनआईए की अगुवाई वाली मुहिम के तहत देश के 15 राज्यों से पीएफआई के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को 22 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था जिनमें मध्यप्रदेश के चार लोग शामिल हैं।अधिकारियों के मुताबिक आतंकवादियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ एनआईए की अगुवाई में देश भर में जांच जारी है।कर्नाटक से पीएफआई के कई नेता हिरासत में
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिले के शहरी व ग्रामीण इलाकों में पुलिस ने मंगलवार तड़के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कई नेताओं को हिरासत में लिया।पीएफआई के नेताओं को दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु, उल्लाल, तलपडी और अन्य क्षेत्रों से हिरासत में लिया गया। उनके खिलाफ दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107 और 151 के तहत मामला दर्ज किया गया है।इस बीच, उडुपी जिला पुलिस ने पीएफआई के पांच नेताओं के घरों में छापेमारी कर उन्हें हिरासत में ले लिया।सूत्रों ने कहा कि हुड्डे, गंगोली, बिंदूर और आदि उडुपी में छापे मारे गए। हिरासत में लिए गए व्यक्ति बिंदूर और आदि उडुपी के रहने वाले हैं।सूत्रों ने कहा कि पुलिस विभाग हिरासत में लिए गए नेताओं की गतिविधियों पर पिछले छह महीने से नजर रख रहा था और किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोकने के लिए उन्हें हिरासत में लिया गया है।जामिया नगर इलाके में दो महीने तक धारा 144
जामिया नगर इलाके में अगले दो महीने के लिए धारा 144 लागू की गई है। छात्रों को सर्कुलर जारी कर प्रदर्शन नहीं करने की हिदायत दी है। छात्रों के कैंपस के बाहर इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है।महाराष्ट्र से पीएफआई के 40 कार्यकर्ता हिरासत में
महाराष्ट्र पुलिस का कहना है कि पीएफआई से जुड़े करीब 40 लोगों को अब तक औरंगाबाद, सोलापुर, अमरावती, पुणे, ठाणे और मुंबई से हिरासत में लिया गया है। इस पूरे ऑपरेशन को राज्य की स्थानीय पुलिस ने एक केंद्रीय एजेंसी के इनपुट के साथ अंजाम दिया है। सभी से पूछताछ जारी है।भोपाल में छापेमारी
ATS ने PFI के लिए फंडिंग करने के संदेह में SDPI (सोशल डिमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के शाहजहांनाबाद स्थित ऑफिस में रेड की है। देर रात रेड में एटीएस ने SDPI के कार्यालय से 1 संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया है। इसके साथ ही कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।पुणे से 6 लोग हिरासत में
देश के अलग अलग राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। महाराष्ट्र उनमें से एक है। पुणे से जिन 6 लोगों को पकड़ा गया है उनके नाम कुछ यूं हैं।अब्दुल बंसल, एसडीपीआई के पूर्व अध्यक्ष, पुणेऐनुल मोमिन, पूर्व सचिव। पीएफआई पुणे जिला।काशिफ शेख, स्टेट पीएफआई सदस्यदिलावर सैय्यद, उपाध्यक्ष, एसडीपीआई, पुणेमाज़ शेख, पीएफआई शारीरिक शिक्षकमो. कैस, पीएफआई अध्यक्ष, पुणेअसम में 25 लोगों को पकड़ा गया
मध्य प्रदेश में 21 लोगों को पकड़ा गया
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने 8 जिलों से 21 लोगों (पीएफआई से जुड़े) को पकड़ा है। पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के बाद उनके बारे में लिंक मिले हैं।दिल्ली पुलिस कमिश्नर करेंगे उच्च स्तरीय बैठक
दिल्ली के अलग अलग इलाकों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। किसी तरह की अव्यवस्था ना हो इसके लिए पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। दिल्ली में पीएफआई ठिकानों पर छापेमारी के बाद दिल्ली के पुलिस कमिश्नर उच्च स्तरीय बैठक भी करने वाले हैं।PFI के खिलाफ एक्शन पर UP के पूर्व DGP A K Jain बोले - 'कार्रवाई जरूरी इनके हौसले भी बुलंद हो गए थे'
देश के अलग अलग राज्यों में छापे
औरंगाबाद से 13 और मालेगांव से 2 लोग हिरासत में
महाराष्ट्र एटीएस के मुताबिक 13 लोगों को औरंगाबाद से और 2 को मालेगांव से हिरासत में लिया गया है। सभी पीएफआई के सक्रिय सदस्य हैं, पूछताछ जारी हैदिल्ली में कुल 30 लोग हिरासत में
दिल्ली में अलग-अलग जगहों से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, असम, दिल्ली, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में पीएफआई के खिलाफ राज्य पुलिस और इसकी एटीएस इकाइयों द्वारा छापेमारी जारी है।महाराष्ट्र में अब तक 40 से अधिक की गिरफ्तारी
महाराष्ट्र में अब तक कुल 40 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 21 मराठावाड़ा क्षेत्र से और 4 की गिरफ्तारी ठाणे से हुई है। महाराष्ट्र एटीएस द्वारा यह कार्रवाई की जा रही है।असम में अब तक कुल 25 गिरफ्तारी
निम्नलिखित जिलों में ताजा मामलों में आज सुबह से अब तक 25 पीएफआई नेताओं/सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।कामरूप ग्रामीण 5गोलपारा 10करीमगंज 1उदलगुरी 1दरंग 1धुबरी 3बारपेटा 2बगसा 2.दिल्ली के निजामुद्दीन और शाहीन बाग में छापेमारी
देश के अलग अलग राज्यों में एक बार फिर पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। कहीं किसी तरह की दिक्कत ना आए इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक निजामुद्दीन, शाहीन बाग इलाके सहित राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों में पीएफआई से जुड़े स्थानों पर एक केंद्रीय एजेंसी और दिल्ली पुलिस की संयुक्त छापेमारी चल रही है. 4 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गयापीएफआई से जुड़े कुल 19 मामले में जांच जारी
हवाला का बहुत सारा पैसा राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए भारत में डाला गया और इसे केरल के प्रोफेसर टी.जे. जोसेफ की जघन्य हत्या से जोड़ा गया, जिन पर इस्लाम का अपमान करने और 2013 में पीएफआई को कई राजनीतिक हस्तियों की हत्या का आरोप लगाया गया था।फिलहाल एनआईए पीएफआई से जुड़े कुल 19 मामलों की जांच कर रही है।एनआईए ने कहा है कि लगभग 46 आरोपी जिन्हें पहले गिरफ्तार किया गया था, उन्हें 2010-11 के मामलों में दोषी ठहराया गया था। पीएफआई के करीब 355 सदस्यों के खिलाफ एजेंसी पहले ही चार्जशीट कर चुकी है।हवाला का कनेक्शन
सूत्रों के मुताबिक, पीएफआई के सदस्य मोहम्मद साकिब ने कथित तौर पर पाकिस्तान से हवाला चैनलों के जरिए पीएफआई को पैसे भेजे और कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित आकाओं के संपर्क में थे, जो विभिन्न जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों तक पहुंचना चाहते थे।सूत्रों ने कहा कि तब साकिब का एक दोस्त एस इस्माइल कथित तौर पर उन लोगों के लिए काम कर रहा था जो भारत में आईएसआईएस गतिविधियों का समर्थन कर रहे थे।पीएफआई का सिमी कनेक्शन
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के सूत्रों का दावा है कि पीएफआई के कई सदस्य पहले स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया और इंडियन मुजाहिदीन जैसे प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े थे। सूत्रों ने ये दावा किया।पीएफआई नेता अब्दुल रहमान कथित तौर पर सिमी के राष्ट्रीय सचिव हुआ करते थे, उन्होंने कहा कि पीएफआई में राज्य सचिव अब्दुल सत्तार भी इसी तरह की क्षमता में सिमी से जुड़े थे।सूत्रों ने यह भी दावा किया कि पीएफआई नेता कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित आकाओं के साथ मिलकर देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। सूत्रों ने कहा कि उन्हें खाड़ी और मध्य पूर्वी देशों से भी निर्देश मिल रहे थे।कर्नाटक में भी कार्रवाई
सीपी मंगलुरु सिटी एन शशि कुमार ने कहा कि पुलिस ने पीएफआई के कई सदस्यों को एहतियातन हिरासत में लिया है। सीआरपीसी 107/151 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुख्ता जानकारी के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।हिरासत में पीएफआई कार्यकर्ता
असम के एडीजीपी विशेष शाखा हिरेन नाथ ने कहा कि पीएफआई से जुड़े 4 लोगों को आज नगरबेड़ा इलाके से हिरासत में लिया गया। पीएफआई के खिलाफ हमारा अभियान जिले के कई हिस्सों में जारी है: इससे पहले, असम पुलिस ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से पीएफआई के कार्यकर्ताओं के 11 नेताओं और दिल्ली से एक नेता को गिरफ्तार किया था।© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited