सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता, मैंने जो कहा, वह सच है...भाषणों का हिस्सा हटाए जाने पर राहुल का पलटवार

लोकसभा में दिए गए राहुल के भाषणों का वो हिस्सा हटा दिया गया है जिस पर सत्ता पक्ष की ओर से आपत्ति जताई गई थी। स्पीकर ओम बिरला के निर्देश पर राहुल की कई टिप्पणियां हटाई गई हैं।

राहुल गांधी

Rahul Gandhi: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी के भाषण का कुछ हिस्सा हटाए जाने पर कांग्रेस नेता ने पलटवार किया है। लोकसभा में अपने भाषण के कुछ हिस्सों को हटाए जाने पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, मोदी जी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है। लेकिन वास्तव में सच्चाई को मिटाया नहीं जा सकता। मुझे जो कहना था, मैंने कहा, वह सच है। वे जितना चाहें उतना मिटा सकते हैं। सत्य तो सत्य है।

राहुल ने बोला सरकार पर हमला

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा पर देश में सांप्रदायिक आधार पर विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया जिस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने जोरदार तरीके से विरोध जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना बहुत गंभीर विषय है। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाये गए धन्यवाद प्रस्ताव पर विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता। उन्होंने भाजपा पर युवाओं, छात्रों, किसानों, मजदूरों, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने का आरोप भी लगाया।

भाषणों का कुछ हिस्सा हटाया गया

हालांकि, लोकसभा में दिए गए राहुल के भाषणों का वो हिस्सा हटा दिया गया है जिस पर सत्ता पक्ष की ओर से आपत्ति जताई गई थी। स्पीकर ओम बिरला के निर्देश पर राहुल की कई टिप्पणियां हटाई गई हैं। इनमें हिंदुओं के लेकर बयान, आरएसएस पर बयान को हटाया गया है। बता दें कि राहुल ने कहा था कि हिंसा फैलाने वाले भाजपा के लोग हिंदू नहीं हैं। कोई हिंदू ऐसा काम कर ही नहीं सकता। बता दें कि बतौर नेता विपक्ष राहुल गांधी का सदन में यह पहला भाषण था। राहुल के इन्ही हमलों के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने बीच में ही उठकर कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना...यह बहुत गंभीर विषय है।

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