Independence Day 2023: लाल किले से पीएम मोदी का संबोधन, क्या-क्या बोले, पढ़ें और सुनें हू-ब-हू

PM Narendra Modi Independence Day Speech in Detail: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया। 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने अपने भाषण में क्या-क्या कहा। यहां हू-ब-हू पढ़ सकते हैं।

PM Narendra Modi Independence Day Speech in Detail: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया। 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलाव का वादा मुझे यहां ले आया। मेरा प्रदर्शन मुझे एक बार फिर यहां ले आया। आने वाले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। वर्ष 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में भारत के सपने को साकार करने के लिए यह एक स्वर्णिम क्षण है। मोदी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले स्वतंत्रता दिवस के अपने अंतिम संबोधन में कहा कि अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, आपके सामर्थ्य, आपके संकल्प, उसमें हुई प्रगति, उसकी सफलता और गौरवगान पूरे आत्मविश्वास के साथ आपके सामने प्रस्तुत करूंगा। नीचे लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए भाषण को हू-ब-हू पढ़ें

मेरे प्रिय 140 करोड़ परिवारजन,

दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब बहुत लोगों का अभिप्राय है ये जनसंख्या की दृष्टि से भी हम विश्व में नंबर एक पर हैं। इतना बड़ा विशाल देश, 140 करोड़ देश, ये मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन आज आजादी का पर्व मना रहे हैं। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले, भारत का गौरव करने वाले कोटि-कोटि जनों को आजादी के इस महान पवित्र पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।

मेरे प्यारे परिवारजन,

पूज्य बापू के नेतृत्व में असहयोग का आंदोलन, सत्याग्रह की मूवमेंट और भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू जैसे अनगिनत वीरों का बलिदान, उस पीढ़ी में शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसने देश की आजादी में अपना योगदान न दिया हो। मैं आज देश की आजादी की जंग में जिन-जिन ने योगदान दिया है, बलिदान दिए हैं, त्याग किया है, तपस्या की है, उन सबको आदरपूर्वक नमन करता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं। आज 15 अगस्त महान क्रांतिकारी और अध्यात्म जीवन के रूचि तुल्य प्रणेता श्री अरविंदों की 150वीं जयंती पूर्ण हो रही है। ये वर्ष स्वामी दयानंद सरस्वती के 150वीं जयंती का वर्ष है। ये वर्ष रानी दुर्गावती के 500वीं जन्मशती का बहुत ही पवित्र अवसर है जो पूरा देश बड़े धूमधाम से मनाने वाला है। ये वर्ष मीराबाई भक्ति योग की सिरमौर मीराबाई के 525 वर्ष का भी ये पावन पर्व है। इस बार जब हम 26 जनवरी मनाएंगे वो हमारे गणतंत्र दिवस की 75वीं वर्षगांठ होगी। अनेक प्रकार से अनेक अवसर, अनेक संभावनाएं राष्ट्र निर्माण में जुटे रहने के लिए पल-पल नई प्रेरणा, पल-पल नई चेतना, पल-पल सपने, पल-पल संकल्प, शायद इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता।

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