भारत के पास आने वाला है 'सबसे खतरनाक' ड्रोन MQ9B, अमेरिका से डील फाइनल! तीनों सेना होगी मजबूत

MQ9B ड्रोन सटीक हमलों के लिए लेजर-निर्देशित हेलफायर मिसाइलों का प्रयोग करता है। अमेरिका ने कथित तौर पर अफगानिस्तान के काबुल में एक परिसर पर हवाई हमले के लिए एमक्यू-9 रीपर ड्रोन का इस्तेमाल किया था, जिसमें अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मार दिया गया था।

MQ9B drone

अमेरिकी युद्धक ड्रोन 'एमक्यू-9बी' जल्द होगा भारत के पास

भारत के पास जल्द ही दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रोन MQ9B होगा। इस ड्रोन को अमेरिका जल्द ही भारत को सौंपेगा, अमेरिका से साथ MQ9B की डील फाइनल स्टेज में है। भारत इस डील के लिए पहले ही अमेरिका से बात कर चुका है, अब डील फाइनल स्टेज में है।

MQ9B की खासियत

MQ9B ड्रोन सटीक हमलों के लिए लेजर-निर्देशित हेलफायर मिसाइलों का प्रयोग करता है। अमेरिका ने कथित तौर पर अफगानिस्तान के काबुल में एक परिसर पर हवाई हमले के लिए एमक्यू-9 रीपर ड्रोन का इस्तेमाल किया था, जिसमें अल-कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी को मार दिया गया था। रक्षा जानकारों ने बताया कि अमेरिका के ड्रोन 40,000 फीट तक की ऊंचाई तक उड़ान भरने की क्षमता रखते हैं। दूर ऊंचाई तक उड़ने की क्षमता के साथ ही हथियारों से लैस यह ड्रोन खुफिया जानकारी जुटाने और निगरानी के लिए भी आसानी से उपयोग में लाए जा सकते हैं। जनरल एटॉमिक्स द्वारा निर्मित एमक्यू-9 रीपर जल्द ही भारत के पास होगा।

मीटिंग में डील पर बात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। जिसमें MQ9B ड्रोन डील भी शामिल है। अमेरिकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा कि भारत को ड्रोन क्षमता जल्द से जल्द मिले, इस दिशा में उनकी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। ऑस्टिन ने कहा, हमने बैठक के दौरान सुरक्षा चुनौतियों और उत्पन्न खतरे पर चर्चा की, लेकिन पूरी बातचीत केवल इसी मुद्दे पर केंद्रित नहीं रही। एमक्यू-9बी ड्रोन को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, "इस विषय पर आज मुझे कोई नई घोषणा नहीं करनी है। हम सही समय पर इसकी घोषणा करेंगे। हम सब कुछ कर रहे हैं ताकि भारत को यह क्षमता मिले।"

तीनों सेना होगी मजबूत

रक्षा जानकारों का कहना है कि इसके साथ-साथ इन मानव रहित विमानों का इस्तेमाल एयरबोर्न अर्ली वार्निंग, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध, एंटी-सरफेस वॉरफेयर और एंटी-सबमरीन वॉरफेयर में किया जा सकता है। अमेरिका के इन ड्रोन एक बड़ी खूबी यह भी है कि यह सभी ड्रोन किसी भी प्रकार के मौसम से प्रभावित हुए बिना करीब तीस से चालीस घंटे तक की उड़ान एक बार में भर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका से खरीदे जाने वाले कुल 31 ड्रोन में से 15 ड्रोन भारतीय नौसेना के लिए, 8 ड्रोन सेना और शेष 8 ड्रोन वायु सेना को मिल सकते हैं। इससे पहले भारत का रक्षा मंत्रालय 31 'हंटर-किलर' ड्रोन के लिए लेटर ऑफ रिक्वेस्ट भेज चुका है।
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शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

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