I.N.D.I.A. के नेता कुकी-मैतई दोनों से करेंगे मुलाकात, जानें मणिपुर दौरे का पूरा प्लान
Manipur Updates: विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवपलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के नेता मणिपुर का दो दिवसीय दौरा शनिवार से करेंगे। इस दौरान वे हिंसा प्रभावित इलाके के जमीनी हालात का जायजा लेने के बाद समस्याओं, जरूरी मुद्दों को सरकार के सामने और संसद में उठाएंगे। आपको INDIA नेताओं के मणिपुर दौरा का पूरा प्लान बताते हैं।
विपक्षी गठबंधन INDIA के 21 नेता मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर।
Manipur Hinsa News: शनिवार को विपक्षी पार्टियों का 20 सदस्यों का डेलिगेशन दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर जा रहा है। इस दौरे में हिंसा प्रभावित इलाके घाटी और पहाड़ी क्षेत्र दोनों का 16 पार्टियों के सांसद दौरा करेंगे। इंडियन नेशनल डेवपलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के ये नेता हिंसा प्रभावित लोगों से बात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। चुराचांदपुर के दूर-दराज के इलाकों के दौरे पर अभी परिस्थिति साफ नहीं हो पाई है। मणिपुर में हेलिकॉप्टर के उपयोग के लिए सांसदों ने इजाजत की है। अगर अनुमति मिलती है, तो वो इन इलाकों का भी दौरा करेंगे।
क्या मणिपुर पहुंचे हैं विपक्षी पार्टी के नेता?
मणिपुर हिंसा के बाद से लगातार ऐसी खबरें और तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिससे इंसानियत शर्मसार हो रही है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच छिड़े जातीय संघर्ष को लेकर मणिपुर बीते 3 मई से हिंसा के आग में जल रहा है। महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया, दुकानें लूटी गईं, घर जला दिए गए और अंधाधुंध फायरिंग होती रही। 150 से अधिक लोगों की मौत हो गई। ऐसे में 20 विपक्षी सांसदों का डेलिगेशन 29-30 जुलाई के लिए मणिपुर दौरे पर जा रहा है। सांसदों का ये प्रतिनिधिमंडल मणिपुर के जमीनी हालात का जायजा लेगा और उनकी समस्याओं के समधान के लिए सरकार और संसद से अपील करेगा।
दो हिस्सों में विभाजित की गई डेलिगेशन टीम
विपक्षी पार्टियों के 20 सांसदों वाली डेलिगेशन को दो हिस्सों में बांटा गया है। इसके टीम-A 10 सांसद हैं और टीम-B में 10 सांसद हैं। डेलिगेशन टीम के सभी सदस्य सुबह 8.55 पर दिल्ली से इंफाल के लिए उठान भरेंगे, जो दोपहर करीब 12 बजे इंफाल पहुंचेंगे। वहीं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से मणिपुर हिंसा की जांच कराने की मांग उठाई है। उन्होंने ये सवाल किया है कि लोगों को इतनी मात्रा में हथियार कैसे मिल गए, वहां का प्रशासन क्या कर रहा था? उन्होंने दौरे से पहले ये कहा है कि 'मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह खुद ये मानते हैं कि 100 से अधिक FIR दर्ज हुए हैं. मैं मणिपुर जाऊंगा और सच्चाई का पता लगाऊंगा। उस सच्चाई को संसद के सामने रखूंगा।'
INDIA के डेलिगेशन में कौन-कौन?
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस (Congress) के अधीर रंजन चौधरी, गौरव गोगोई और फूलोदेवी नेताम, जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और अनिल प्रसाद हेगड़े, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की महुआ माजी, द्रमुक (DMK) की कनिमोझी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पीपी मोहम्मद फैजल, राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP) के एन के प्रेमचंद्रन और वीसीके पार्टी (VSK) के टी थिरुमावलवन शामिल होंगे। इसके अलावा शिवसेना (UTB) के अरविंद सावंत, भाकपा (CPI) के संदोश कुमार, माकपा (CPI (M)) के ए ए रहीम, समाजवादी पार्टी (SP) के जोवद अली खान, आम आदमी पार्टी (AAP) के सुशील गुप्ता, द्रमुक (DMK) के डी रवि कुमार और आईयूएमएल (IUML) के ईटी मोहम्मद बशीर भी इस प्रतिनिमंडल का हिस्सा होंगे।
राज्यपाल अनुसुइया उइके से करेंगे मुलाकात
कांग्रेस प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि ‘इंडिया’ के घटक दल मणिपुर में शांति की बहाली के लिए हर संभव प्रयास करेंगे और उनके सांसद इसी कोशिश के तहत 29-30 जुलाई को राज्य के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के साथ राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे। हुसैन ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संसद में बयान देना चाहिए और मणिपुर में शांति की बहाली के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की जरूरत है जो संसद के जरिये सामने आ सकती है।
क्या है विपक्ष के इस दौरे का लक्ष्य?
द्रमुक के नेता टी आर बालू ने कहा कि विपक्षी प्रतिनिधिमंडल शनिवार को सुबह मणिपुर के लिए रवाना होगा और पता लगाएगा कि वहां क्या गलत हुआ, किस हद तक जान-माल का नुकसान हुआ है। आरएसपी के प्रेमचंद्रन ने कहा कि इस दौरे का लक्ष्य राज्य में होने वाली घटनाओं के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करना है। उन्होंने कहा, 'हिंसा अब भी जारी है, इसलिए हम प्रत्यक्ष रूप से जानकारी हासिल करना चाहेंगे तथा लोकसभा में चर्चा से पहले सरकार और संसद को कुछ समाधान एवं सिफारिशें सुझाना चाहेंगे।'
हिंसा से 150 से भी अधिक लोगों की मौत
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल मानसून सत्र के पहले दिन से ही मणिपुर में जातीय हिंसा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में वक्तव्य देने और चर्चा कराए जाने की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे पर हंगामे के कारण दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित रही है। कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच बुधवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिस पर सदन में चर्चा के लिए मंजूरी दे दी गई थी। उस दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा था कि वह सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तिथि तय करेंगे। मणिपुर में करीब तीन महीने से जारी हिंसा के कारण 150 से भी अधिक लोगों की मौत हुई है।
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