अगले 1000 सालों के लिए तैयार हो रहा भारत, हर तरह की ऊर्जा से लैस होगा देश : PM मोदी

Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत अगले 1000 वर्षों के लिए वृद्धि का आधार तैयार कर रहा है और ध्यान केवल शीर्ष पर पहुंचने पर नहीं, बल्कि इस स्थान को बनाए रखने पर है। उन्होंने री-इन्वेस्ट 2024 में कहा, 'हमारे लिए हरित भविष्य और शुद्ध शून्य उत्सर्जन केवल दिखावटी शब्द नहीं हैं। ये देश की जरूरतें हैं और हम इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

गांधी नगर में देश के लिए ऊर्जा की जरूरतों पर बोलते पीएम मोदी।

Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ऊर्जा का एक सतत पथ का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, परमाणु और हाइड्रोपावर ऊर्जा के क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है। गांधीनगर में 'वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक बैठक एवं प्रदर्शनी' (री-इनवेस्ट 2024) के चौथे संस्करण को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जी की अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भारत अगले 1000 वर्षों के लिए अपनी तैयारी कर रहा है।

21वीं सदी के लिए सबसे अच्छी जगह है भारत-पीएम

उन्होंने कहा कि न केवल देशवासियों बल्कि पूरी दुनिया को लगता है कि भारत 21वीं सदी के लिए सबसे अच्छी जगह है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'पहले 100 दिनों (केंद्र सरकार के तीसरे कार्यकाल के) में आप हमारी प्राथमिकताओं, गति और पैमाने को देख सकते हैं। हमने देश की तेज प्रगति के लिए जरूरी हर क्षेत्र और कारक पर ध्यान देने की कोशिश की है।' प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत की विविधता, पैमाना, क्षमता, संभावना और प्रदर्शन अद्वितीय हैं और यही कारण है कि मैं वैश्विक अनुप्रयोग के लिए भारतीय समाधान कहता हूं।'

'1000 वर्षों के लिए वृद्धि का आधार हो रहा तैयार'

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अगले 1000 वर्षों के लिए वृद्धि का आधार तैयार कर रहा है और ध्यान केवल शीर्ष पर पहुंचने पर नहीं, बल्कि इस स्थान को बनाए रखने पर है। उन्होंने री-इन्वेस्ट 2024 में कहा, 'हमारे लिए हरित भविष्य और शुद्ध शून्य उत्सर्जन केवल दिखावटी शब्द नहीं हैं। ये देश की जरूरतें हैं और हम इसे हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार अयोध्या और 16 अन्य शहरों को मॉडल 'सोलर सिटी' के रूप में विकसित करने के लिए काम कर रही है।' उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है।
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