Gaganyaan Mission: ISRO भेजेगा महिला रोबोट Vyomamitra, इंसानों की तरह करेगी काम

गगनयान मिशन को कोविड-19 महामारी के कारण देरी का सामना करना पड़ा था। अब होने वाली परीक्षण उड़ान इस मिशन के विकास में एक महत्वपूर्ण चरण को पूरा करेगी।

अंतरिक्ष में महिला रोबोट भेजने की तैयारी

Gaganyaan Mission: इसरो गगनयान मिशन के दौरान 'व्योममित्र' (Vyomamitra) नामक एक महिला रोबोट को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है। अंतरिक्ष में मानव मिशन पूरा करने की तैयारी के तहत ये योजना बनाई गई है। इस मिशन के लिए पहली परीक्षण उड़ान अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में निर्धारित की गई है। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने अंतरिक्ष से अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर देते हुए आगामी परीक्षण उड़ान और व्योममित्र से जुड़े मिशन के बारे में जानकारी दी।

गगनयान मिशन को कोविड-19 महामारी के कारण देरी का सामना करना पड़ा था। अब होने वाली परीक्षण उड़ान इस मिशन के विकास में एक अहम चरण को पूरा करेगी। परीक्षण उड़ान के सफल होने पर इंसानों जैसे काम करने के लिए बनाई गई महिला रोबोट व्योममित्र को प्रयोग के दूसरे चरण में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। इसके आधार पर ही मानव मिशन की रूपरेखा तय होगी।

दो संस्कृत शब्दों से बना

व्योममित्र दो संस्कृत शब्दों व्योम (अंतरिक्ष) और मित्र (मित्र) से मिलकर बना है। इसरो ने 2020 में इसे एक कार्यक्रम में सार्वजनिक किया था और इसने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था। व्योममित्र ने दर्शकों के सामने अपना परिचय खुद दिया था। इसने कहा था- "सभी को नमस्कार। मैं व्योममित्र हूं, हाफ-ह्यूमनॉइड का प्रोटोटाइप, जिसे पहले मानव रहित गगनयान मिशन के लिए बनाया गया था।" मिशन में भूमिका के बारे में बताते हुए इस रोबोट ने कहा था- “मैं मॉड्यूल मापदंडों की निगरानी कर सकती हूं, आपको सचेत कर सकती हूं और जीवन बचाने वाला ऑपरेशन कर सकती हूं। मैं स्विच पैनल संचालन जैसी गतिविधियां कर सकती हूं।'' रोबोट ने कहा था कि वह एक साथी भी हो सकती है और अंतरिक्ष यात्रियों से बातचीत कर सकती है, उन्हें पहचान सकती है और उनके प्रश्नों का उत्तर भी दे सकती है।

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