अमरनाथ यात्रा के लिए तैयार हुआ सुरक्षा चक्र, आतंकियों से निपटने के लिए ये है Indian Army की खास तैयारी
Amarnath Yatra: सेना के अधिकारियों के अनुसार, तीर्थयात्रियों के लिए पवित्र गुफा तीर्थ तक सड़क लगभग साफ है। नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में, सेना मानवीय सहायता के लिए दोनों मार्गों पर विभिन्न स्थानों पर ऑक्सीजन सिलेंडर और नियंत्रण कक्ष की विशेष व्यवस्था के साथ कई चिकित्सा टुकड़ियाँ स्थापित कर रही है जो चौबीसों घंटे चालू रहेंगी।
Amarnath yatra
Amarnath Yatra: एक जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आतंकी घटनाओं और टेरर थ्रेट्स को देखते हुए भारतीय सेना, सीआरपीएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस और वायुसेना ने खास तरह का सुरक्षा कवच तैयार किया है। किसी भी परिस्थिति में अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं पर कोई आंच न आए इसके लिए बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन ने पहले ही अमरनाथ यात्रा के लिए दुर्गम रास्तों को दुरुस्त कर दिया था। कई जगहों पर चट्टानें गिरने से रास्ते बंद हो गए थे, जिन्हें मशीनों के जरिए खोल दिया गया था। इसके अलावा भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, सीआरपीएफ, जम्मू कश्मीर पुलिस मिलकर अमरनाथ यात्रा के लिए पूरी तैयारी कर चुके हैं।
सेना के नॉर्दन कमांड ने यात्रा के दो मार्गों पर खास व्यवस्था की है। यहां नाइट विजन डिवाइसेज, स्नाइपर्स, ड्रोन सिस्टम, बम निरोधक दस्ते, डॉग स्क्वॉड, काउंटर आईईडी उपकरण, वाहन की मरम्मत और रेस्क्यू केक इंतजाम किए हैं। यात्रा को दुर्घटना मुक्त बनाने के लिए, काफिलों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने और नागरिक एजेंसियों के साथ तालमेल सुनिश्चित करने के लिए टीमों का गठन किया गया है। बीआरओ, भारतीय वायु सेना और हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की टीमों ने मिलकर अमरनाथ यात्रा को सुचारू ढंग से पूरा करवाने की तैयारी कर रखी है।
आपात स्थिति में किया जाएगा एयरलिफ्ट
सेना के अधिकारियों के अनुसार, तीर्थयात्रियों के लिए पवित्र गुफा तीर्थ तक सड़क लगभग साफ है। नागरिक प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय में, सेना मानवीय सहायता के लिए दोनों मार्गों पर विभिन्न स्थानों पर ऑक्सीजन सिलेंडर और नियंत्रण कक्ष की विशेष व्यवस्था के साथ कई चिकित्सा टुकड़ियाँ स्थापित कर रही है जो चौबीसों घंटे चालू रहेंगी। भक्तों को हवाई यात्रा सुविधाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न नागरिक उड्डयन एजेंसियों को शामिल किया गया है। सेना ने चिकित्सा आपात स्थितियों और अन्य एयर लिफ्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कई स्थानों पर हेलीपैड स्थापित किए हैं। सेना ने पवित्र यात्रा के दौरान आवास और आराम प्रदान करने के लिए विशेष शीतकालीन कपड़ों की व्यवस्था के साथ-साथ पर्याप्त टेंटेज सुविधा के साथ कई यात्री शिविर भी स्थापित किए हैं।
बीएसएफ डीजी खुद कर रहे मॉनीटरिंग
अमरनाथ यात्रा 2022 के दौरान बादल फटने के अनुभवों के आधार पर, किसी भी प्रकार की आपदा को कम करने के लिए मार्ग में नागरिक बचाव दल और हिमस्खलन बचाव दल को भी व्यवस्थित रूप से तैनात किया जाएगा। आपात स्थिति के लिए रास्ते में कई स्थानों पर अर्थ मूवर्स भी रखे जाएंगे। दोनों मार्गों पर निर्बाध संचार नेटवर्क भी चालू कर दिया गया है। एसएफ की टुकड़ियां भी लोगों की सुरक्षा की निगरानी करेंगी। इस बार यात्रा के निर्बाध और सफल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रशिक्षण, संयुक्त संचालन, संयुक्त अभ्यास और मॉक ड्रिल भी किए गए है। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र त्रिवेदी ने भी इन सभी तैयारियों का जायजा लिया है बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल अमरनाथ यात्रा की तैयारियां को खुद मॉनिटर कर रहे हैं। इस बार अमरनाथ यात्रियों के लिए विशेष बीमा किया गया है हर एक यात्री के लिए ₹5 लाख का बीमा और हर एक मवेशी के लिए ₹50,000 का बीमा किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह कई बार अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा और इंतजामों को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं ।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | देश (india News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
19 सालों के पत्रकारिता के अपने अनुभव में मैंने राजनीति, सामाजिक सरोकार और रक्षा से जुड़े पहलुओं पर काम किया है। सीमाओं पर देश के वीरों का शौर्य, आत्मन...और देखें
World Fisheries Day: 'मत्स्य पालन' में उत्तराखंड को मिला हिमालयी और उत्तरपूर्वी राज्यों में सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार
दिल्ली में केंद्रीय कर्मचारियों की ऑफिस टाइमिंग में सरकार ने किया बदलाव, प्रदूषण के चलते मंत्रालय ने लिया बड़ा फैसला
कंगना रनौत को राष्ट्रद्रोह के आरोप में नोटिस जारी, 28 नवंबर को कोर्ट में होना है हाजिर; जानें क्या है पूरा मामला
PM Modi आईसीए वैश्विक सहकारी सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 का करेंगे शुभारंभ
रिश्ता टूटने से पहले सालों तक बनाये गए संबंध के आधार पर नहीं चलाया जा सकता पुरूष के खिलाफ दुष्कर्म का मामला: सुप्रीम कोर्ट
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited