New Parliament : भारत के 'नए संसद भवन' को देख नेपाल को क्‍यों लगी मिर्ची, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान

New Parliament : भारत की नवनिर्मित और नवउद्घाटित संसद पर अब नेपाल ने भी आपत्ति जताई है। नेपाल के कई सांसदों ने अखंड भारत के भित्तिचित्र का जिक्र किया है। नेपाल के पीएम प्रचंड आज भारत की चार दिवसीस यात्रा पर आ रहे हैं और इस बारे में बात कर सकते हैं।

भारतीय संसद भवन पर नेपाल की आपत्ति।

New Parliament : नए और भव्‍य पार्लियामेंट को लेकर अभी तक तो भारत के ही कुछ विपक्षी दल विरोध कर रहे थे, लेकिन अब इससे पड़ोसी देश नेपाल को भी दिक्‍कत होने लगी है। आप सोच रहे होंगे कि, भला नेपाल को भारत की पार्लियामेंट से क्‍या प्रॉब्‍लम हो सकती है ? मगर ये सच है। भारत के नए पार्लियामेंट के विरोध में नेपाल के बहुत से राजनीतिक दलों ने मीटिंग कर डाली हैं और प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से अपनी आपत्ति पीएम मोदी (PM Modi) के सामने रखने की बात कही है। बता दें कि, नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड अपनी पहली विदेश यात्रा पर 31 मई को भारत आए हैं। अपनी चार दिवसीय यात्रा में बहुत से कार्यक्रमों में हिस्‍सा लेंगे। नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के प्रमुख 'प्रचंड' दिसंबर 2022 में ही नेपाल के प्रधानमंत्री बने थे, जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने उन्‍हें भारत आने का न्‍योता दिया था।

नई पार्लियामेंट से नेपाल को क्‍या दिक्‍कत

नेपाल ने भारत में बने नए संसद भवन पर आपत्ति जताई है। उसका आरोप है कि, भारत की नई पार्लियामेंट में अखंड भारत का एक भित्तिचित्र दिखाया गया है, जिसमें नेपाल के भूभाग को भारत ने अपना बताया है। इसी बवाल को लेकर मंगलवार को सीपीएन (माओवादी सेंटर) की संसदीय दल की बैठक हुई। नेपाल के कई सांसदों का दावा है कि, उनके कई स्‍थान जैसे कपिलवस्तु, लुंबिनी और विराटनगर को भारत की प्राचीन सभ्यताओं में शामिल कर नक्‍शे में दिखाया गया है। इस मीटिंग में पीएम प्रचंड भी थे और उनसे कहा गया कि, वे भारत यात्रा के दौरान भारतीय अधिकारियों के साथ इस संबंध में चर्चा करें। तभी प्रचंड ने कहा कि, "मैं इस मुद्दे पर भारतीय अधिकारियों के साथ चर्चा करूंगा, मैंने यह बात समाचारपत्र में पढ़ी है और भारतीय अधिकारियों से इस पर विचार मांगूंगा।"

नेपाल के पूर्व पीएम ने किया ट्वीट

भारत के नए पार्लियामेंट में बने भित्तिचित्र पर नेपाल के पूर्व पीएम बाबूराम भट्टराई ने भी आपत्ति जताई है। उन्‍होंने ट्वीट कर लिखाा कि, 'भारत के हाल ही में उद्घाटित नए संसद भवन में 'अखंड भारत' का विवादास्पद भित्तिचित्र नेपाल सहित पड़ोस में अनावश्यक और हानिकारक कूटनीतिक विवाद को भड़का सकता है। इसमें भारत के अधिकांश निकटतम पड़ोसियों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को पहले से ही खराब कर रहे विश्वास घाटे को और अधिक बढ़ाने की क्षमता है। भारतीय राजनीतिक नेतृत्व के लिए यह विवेकपूर्ण होगा कि वह इस भित्ति प्रसंग के वास्तविक इरादे और प्रभाव को समय रहते सुलझाए।'

राष्ट्रपति मुर्मु से भी मिलेंगे प्रचंड

नेपाल के पीएम प्रचंड के साथ उनकी बेटी गंगा दाहाल भी भारत आई हैं। नेपाल के विदेश मंत्रालय ने की ओर से कहा गया है कि, प्रधानमंत्री प्रचंड भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मिलेंगे। एक जून को प्रचंड प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। इसके बाद दोनों प्रधानमंत्री एक ज्‍वाइंट प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।

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