कॉमन मैन करेगा ट्रेन का आरामदायक सफर, रेलवे का बड़ा प्लान- तैयार होंगे 10 हजार नॉन-एसी कोच

रेल मंत्री ने भी बताया कि एक विशेष अभियान के तहत 2,500 जनरल (ट्रेन) कोचों का निर्माण किया जा रहा है। 10,000 से अधिक जनरल कोचों की मंजूरी दी गई है। साथ ही कहा कि रेलवे सबसे ज्यादा साधारण से साधारण और गरीब लोगों की सवारी है। कुछ लोग रेलवे को लेकर पॉलिटिक्स कर रहे हैं।

आम आदमी के लिए रेलवे का प्लान

10 Thousand Non-AC coaches: ट्रेनों में आम आदमी का सफर आरामदायक बनाने के लिए रेलवे ने बड़ी योजना तैयार की है। भारतीय रेलवे ने बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए दो वर्षों में लगभग 10,000 गैर वातानुकूलित कोचों के निर्माण योजना को मंजूरी दे दी है। भारतीय रेलवे ने 2024-25 और 2025-26 में 9,929 गैर-एसी कोच बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इनमें से 4,485 गैर-एसी कोच चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में निर्मित किए जाएंगे और अगले वर्ष, यानी 2025-26 में ऐसे 5,444 अन्य कोच तैयार किए जाएंगे। निर्मित होने वाले कोचों की कुल संख्या में जनरल सीटिंग कोचों की हिस्सेदारी एक तिहाई से अधिक होगी।

10000 जनरल कोच का होगा निर्माण

इसकी पुष्टि आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी की। उन्होंने कहा कि 'एक विशेष अभियान के तहत 2,500 जनरल (ट्रेन) कोचों का निर्माण किया जा रहा है। 10,000 से अधिक जनरल कोचों की मंजूरी दी गई है। इस गर्मी के मौसम में रेलवे ने भारी मांग को देखते हुए 10,000 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई। हम सेवाओं, सुरक्षा और स्वच्छता पर केंद्रित तरीके से काम कर रहे हैं। 50 और अमृत भारत ट्रेनों का निर्माण शुरू हो गया है। 150 और अमृत भारत ट्रेनों के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पिछले साल 5300 किमी नए ट्रैक जोड़े गए थे, इस साल भी 800 किमी से ज्यादा ट्रैक जोड़े गए हैं। 'कवच' का काम भी तेजी से किया जा रहा है।

रेल मंत्री बोले, रेलवे पर राजनीति न करें

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस पर राजनीति न करें। रेल हमेशा देश के गरीब से गरीब लोगों की सवारी है। जनरल डब्बे के 10 हजार कोच बनाए जा रहे हैं। अमृत भारत की 50 ट्रेन और आएंगी। रेलवे का 12 लाख का परिवार है , सोशल मीडिया या मीडिया में उनका मनोबल मत गिरवाइए। निम्न श्रेणी और कम इनकम वाले लोगों की रेलवे सबसे ज्यादा ख्याल रख रहा है। रेलवे सबसे ज्यादा साधारण से साधारण और गरीब लोगों की सवारी है। कुछ लोग रेलवे को लेकर पॉलिटिक्स कर रहे हैं। 2.5 करोड़ों लोग रोजाना रेल का सफर करते हैं। कुछ लोग एक करोड़ रेलवे कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने का काम कर रहे हैं। मै सभी रेलवे कर्मचारियों को कहूंगा कि आप एकजुट होकर नकारात्मक लोगों को जवाब दें।

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