भारत की नागरिकता छोड़ विदेश जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा, इन दो देशों ने सबसे ज्यादा लुभाया

नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 2022 में 2,25,620 तक पहुंच गई, जो पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक आंकड़ा है।

Indian's Quits Citizenships
Indians Relinquishing Citizenship: भारत की नागरिकता छोड़ विदेश जाने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले साढ़े पांच में जनवरी 2018 से जून 2023 तक लगभग 8.40 लाख भारतीयों ने अपनी नागरिकता छोड़कर विदेशों की नागरिकता लेने का विकल्प चुना है। इस चालू वर्ष की पहली छमाही के दौरान यह संख्या 87,026 तक पहुंच गई। नागरिकता छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या 2022 में 2,25,620 तक पहुंच गई, जो पिछले 12 वर्षों में सबसे अधिक आंकड़ा है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले महीने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा था कि पिछले दो दशकों में वैश्विक कार्यस्थल की खोज करने वाले भारतीय नागरिकों की संख्या काफी बढ़ी है। सरकार ने संसद में मामले का जिक्र करते हुए यूपीए-युग के पलायन आंकड़े भी पेश किए।

अमेरिका रहा पहली पसंद

विदेश मंत्रालय ने हाल ही में राज्यसभा सांसद संदीप कुमार पाठक के एक प्रश्न के जवाब में डेटा रखा जो इस मामले पर रोशनी डालता है। रोजगार के मौकों के लिए मशहूर अमेरिका स्वाभाविक रूप से भारतीयों की प्राथमिकता रहा। इसके बाद कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूनाइटेड किंगडम और इटली का स्थान रहा। इनमें से 3.29 लाख भारतीयों ने अमेरिकी राष्ट्रीयता हासिल की, जबकि पड़ोसी कनाडा ने 1.62 लाख व्यक्तियों को नागरिकता प्रदान की। ऑस्ट्रेलिया ने 1.32 लाख नए नागरिकों का स्वागत करते हुए तीसरा स्थान हासिल किया, इसके बाद यूनाइटेड किंगडम और इटली रहे, जिन्होंने 83,468 और 23,817 भारतीयों को नागरिकता प्रदान की।
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