हमारे पड़ोस में अस्थिरता चिंता का सबब, दुनिया में स्थायी शांति अब भी दूर की कौड़ी, बोले सीडीएस चौहान

सीडीएस चौहान ने कहा कि वैश्विक सुरक्षा वातावरण वास्तव में दो बड़े युद्धों से बदल गया है जो न केवल भीषण हैं, बल्कि बहुत लंबे समय से जारी हैं। स्थायी शांति अब भी दूर की कौड़ी है।

सीडीएस अनिल चौहान

CDS Chauhan on Bangladesh: प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान ने बांग्लादेश में अस्थिरता और वहां के हालात को भारत के लिए चिंताजनक बताया है। सीडीएस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा छेड़ा जा रहा छद्म युद्ध, जिसका अचानक विस्तार हम पीर पंजाल के दक्षिण में देख रहे हैं और चीन के साथ लंबे समय से जारी सीमा विवाद भारत के सामने मौजूद दो बड़ी सुरक्षा चुनौतियां हैं और हमारे पड़ोस में अस्थिरता देश के लिए एक और चिंता का कारण है। उनकी यह टिप्पणी बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति की पृष्ठभूमि में आई है।

वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल लगातार बदल रहा

नई दिल्ली में उद्योग मंडल फिक्की द्वारा आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनरल चौहान ने कहा, वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल लगातार बदल रहा है। जनरल चौहान ने कहा, मेरा मानना है कि हम एक बड़े वैश्विक व्यवधान के दौर से गुजर रहे हैं। इसमें प्रौद्योगिकी के स्तर पर व्यवधान, आर्थिक, पर्यावरणीय व्यवधान शामिल हैं, चाहे वह जलवायु परिवर्तन हो, जनसांख्यिकी हो, लोगों का प्रवास हो या फिर शांति और सुरक्षा का मामला हो। उन्होंने कहा कि वैश्विक सुरक्षा वातावरण वास्तव में दो बड़े युद्धों से बदल गया है जो न केवल भीषण हैं, बल्कि बहुत लंबे समय से जारी हैं।

स्थायी शांति अब भी दूर की कौड़ी

सीडीएस ने कहा, हालांकि, दुनिया के अन्य हिस्सों में भी संघर्ष जारी हैं, चाहे वह म्यांमा हो, सूडान हो या कांगो। लीबिया, सीरिया, यमन और आर्मेनिया में युद्ध फिलहाल सुलझ गया है, लेकिन शांति या स्थायी शांति अब भी दूर की कौड़ी है। उन्होंने कहा कि वास्तव में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से दुनिया अपने अस्तित्व के सबसे हिंसक दौर में है।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें

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