'INDIA' में दो फाड़? संजय सिंह की गिरफ्तारी पर कांग्रेस ने अलापा अलग राग, कहा- ये मोदी-केजरीवाल की नूराकुश्ती
Internal War In INDIA: संजय सिंह की गिरफ्तारी पर विपक्षी गठबंधन में दो धड़े नजर आ रहे हैं। कांग्रेस ने अलग राग अलापते हुए ये आशंका जताई है कि ये पीएम मोदी और सीएम केजरीवाल की नूराकुश्ती और साजिश तो नहीं है। कांग्रेस के इस रुख से समझा जा सकता है कि 'INDIA' की एकता पर सवाल उठ रहे हैं। आपको पूरा सियासी फैक्टर समझाते हैं।
संजय सिंह की गिरफ्तारी पर विपक्षी गठबंधन में दो धड़े।
Political News: आप सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल का आरोप केंद्र सरकार पर लग रहा है। बुधवार शाम हुई गिरफ्तारी के बाद से मनोज झा से लेकर दानिश अली संजय सिंह के घर वालों से जाकर मुलाकात कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष खरगे से लेकर राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश या किसी भी बड़े नेता का ट्वीट तक सामने न आना कई सवाल खड़े कर रहा है। सूत्रों से जो जानकारी आ रही है इशारा कर रही कि, INDIA से इतर कांग्रेस के इरादे कुछ और हैं।
न ट्वीट, न बयान, इंतजार क्यों कर रही कांग्रेस?
वो देर शाम की तस्वीर सबके जेहन में है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी बसपा सांसद दानिश अली को हिम्मत देने उनके घर पहुंच गए थे। बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की अपमानजनक टिप्पणी की कई दलों ने आलोचना जरूर की थी लेकिन साथ खड़े नजर आए राहुल और कांग्रेस। लेकिन संजय सिंह की गिरफ्तारी के बाद न राहुल मिलने गए और न बड़े नेताओं ने कोई बयान दिया। यहां तक की कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग पर सवाल तो खड़े किए लेकिन आबकारी नीति से जुड़े मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में आप के रवैए से नाराजगी
आने वाले 5 राज्यों के चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा उम्मीदें मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान से है। INDIA का घटक दल होने के बावजूद आम आदमी पार्टी ने तीन राज्यों में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की। ये जानते हुए भी कि ऐसा करने से इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा। चुनाव आयोग कभी भी तारीखों का ऐलान कर सकता है ऐसे में कांग्रेस का ध्यान चुनाव जीतने में है। मनी लांड्रिंग के आरोपों से जुड़े इस केस में कांग्रेस खुद को अलग रखना चाहती है। हालांकि बतौर मुख्य विपक्षी वो जांच एजेंसियों के राजनीतिक इस्तेमाल पर सवाल खड़े करती रहेगी।
के कविता के शराब घोटाले में भूमिका को कांग्रेस ने बनाया मुद्दा
दिल्ली आबकारी मामले में ईडी की जांच का दायरा तेलंगाना के सीएम केसीआर के दरवाजे तक पहुंचा हुआ है। ईडी में उनकी बेटी के कविता को पूछताछ के लिए समन कर रखा है। केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार पर आरोप है कि साउथ ग्रुप को फायदा देने के लिए ही एक्साइज पॉलिसी में छेड़छाड़ की गई। जिसके बदले में आम आदमी पार्टी को किकबैक मिला। तेलंगाना में भी विधानसभा चुनाव है और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस केसीआर और उनके परिवार की भूमिका को रैलियों में मुद्दा बना रही है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस नहीं चाहती कि, आम आदमी पार्टी का इस मामले में साथ देकर पॉलिटिकल सुसाइड किया जाए।
दिल्ली कांग्रेस ने ही एक्साइज पॉलिसी में घोटाले का लगाया था आरोप
केजरीवाल सरकार ने जैसे ही नई आबकारी नीति की घोषणा की थी वो सवालों के घेरे में आ गई थी। उस वक्त सबसे पहले तत्कालीन दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी, अजय माकन, संदीप दीक्षित ने सबसे पहले इस मामले को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उठाया था और फिर शिकायत भी की थी। दिल्ली की स्थानीय राजनीति के नजरिए से देखें तो इस मामले में इतनी गिरफ्तारियां, खुलासे, जांच सब कुछ दिल्ली कांग्रेस की जीत भी है। लगातार 15 साल तक दिल्ली की सत्ता में रहने वाली कांग्रेस जो एक विधायक के लिए भी तरस रही है उसके लिए पॉलिटिकल माइलेज साबित हो सकता है।
सबूतों पर गिरफ्तारी या बीजेपी-आप का साझा ड्रामा
इंडिया गठबंधन की घोषणा से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच खाई बहुत गहरी थी। दिल्ली हो या पंजाब की स्टेट यूनिट बिल्कुल भी इस पक्ष में नहीं थे कि आम आदमी पार्टी के साथ कोई समझौता हो। हालांकि चुनावी मजबूरियों को ध्यान में रखते हुए दोनों एक मंच पर आए। हालांकि कांग्रेस के तमाम नेता ये मानते रहे कि, आप बीजेपी की बी टीम भर है। लेकिन दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया के एक बयान के बाद बवाल मचना तय है। संजय सिंह की गिरफ्तारी पर दीपक बाबरिया ने शंका जाहिर करते हुए कहा हैं कि, ये मोदी और केजरीवाल का ड्रामा भी हो सकता है।
दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा है कि "अगर परेशान करने के मकसद से ईडी का इस्तेमाल किया है तो लोकतंत्र पर बहुत बड़ा प्रहार है। आने वाले समय में जो आरोप लगाए हैं उसमें कोई सबूत भी है या सिर्फ राजनीतिक एजेंडा। हमको देखना होगा। बाकी केजरीवाल और मोदी जी दोनो ही ड्रामा करने में एक्सपर्ट हैं। ये कोई ड्रामा करने की साजिश है, नूराकुश्ती दिखाने की कोशिश तो कह नहीं सकते हैं।"
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टीवी न्यूज रिपोर्टिंग में 10 साल पत्रकारिता का अनुभव है। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट से लेकर कानूनी दांव पे...और देखें
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