International Skyscraper Day 2024: गुजरात की गगनचुंबी इमारतों की परियोजनाओं में तेजी, राज्य को मिला ₹1000 करोड़ का राज

इन नियमों के लागू होने के बाद से अहमदाबाद, सूरत, गांधीनगर और वडोदरा में 30 गगनचुंबी इमारतों को मंजूरी दी गई है। गुजरात की फाइनेंशियल टेक सिटी यानी गिफ्ट सिटी ने पहले ही दो गगनचुंबी इमारतों का निर्माण पूरा कर लिया है और अन्य 10 निर्माणाधीन हैं।

अहमदाबाद, सूरत, गांधीनगर और वडोदरा में 30 ऊंची इमारतों को मंजूरी

मुख्य बातें
  • अहमदाबाद, सूरत, गांधीनगर और वडोदरा में 30 ऊंची इमारतों को मंजूरी
  • स्थानीय निकायों ने प्रीमियम FSI के माध्यम से लगभग ₹1000 करोड़ का राजस्व अर्जित किया
  • अहमदाबाद में 25 गगनचुंबी इमारतें बनेंगी; सूरत और गांधीनगर में 2-2; वडोदरा में 1

आधुनिक विकास के युग में गगनचुंबी इमारतें अपनी विशेष पहचान रखती हैं, इसलिए इसे सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 3 सितंबर को इंटरनेशनल स्कायस्क्रैपर डे मनाया जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत और मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात गगनचुंबी इमारतों के निर्माण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि गुजरात अपनी विशेष स्कायस्क्रैपर पॉलिसी के बदौलत गुजरात ने पिछले कुछ सालों में स्कायस्क्रैपर प्रोजेक्ट्स से 1000 करोड़ रुपए का राजस्व हासिल करने में भी सफलता पाई है।
आपको बता दें कि वर्ष 2017 तक, गुजरात में इमारतों के लिए अधिकतम 70 मीटर की ऊँचाई अनुमेय थी। शहरी विस्तार की आवश्यकता और वर्टिकल ग्रोथ की क्षमता को पहचानते हुए, राज्य सरकार ने नियमों को संशोधित कर इस दिशा में प्रगतिशील कदम उठाए हैं। राज्य सरकार की स्कायस्क्रैपर पॉलिसी के लागू होने के बाद राज्य में 100 मीटर से अधिक ऊँची प्रतिष्ठित संरचनाओं के निर्माण को प्रोत्साहन मिला है। 27 मई 2021 को लागू स्कायस्क्रैपर पॉलिसी ने अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा और गांधीनगर जैसे प्रमुख शहरों में गगनचुंबी इमारतों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है।
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